भूटान (Bhutan) एक लैंडलॉक देश है जो हिमालय पर्वत श्रेणी में स्थित है। इसकी सीमा उत्तर में चीन और दक्षिण, पूर्व और पश्चिम में भारत से लगती है। भूटान का आधिकारिक नाम 'ड्रुक युल' है, जिसका अर्थ है 'ड्रैगन का देश'। थिम्पू इसकी राजधानी और सबसे बड़ा शहर है। भूटान अपनी अनूठी संस्कृति, बौद्ध धर्म की गहरी जड़ें और प्राकृतिक सौंदर्य के लिए प्रसिद्ध है।
इतिहास
प्राचीन और मध्यकालीन इतिहास
भूटान का इतिहास प्राचीन काल से जुड़ा है जब यह क्षेत्र छोटे-छोटे राज्यों और साम्राज्यों में बंटा हुआ था। 8वीं सदी में बौद्ध धर्म के आगमन के साथ ही भूटान की धार्मिक और सांस्कृतिक धरोहर का विकास हुआ। गुरु पद्मसंभव, जिन्हें 'गुरु रिनपोछे' भी कहा जाता है, ने बौद्ध धर्म का प्रचार किया और कई मठों की स्थापना की।
आधुनिक इतिहास
17वीं सदी में, शाब्द्रंग न्गावांग नामग्याल ने भूटान को एकीकृत किया और देश की रक्षा के लिए कई किलों (जोंग) का निर्माण किया। 1907 में, उग्येन वांगचुक को भूटान का पहला ड्रुक ग्यालपो (राजा) घोषित किया गया। इसके बाद, भूटान में वांगचुक वंश का शासन शुरू हुआ, जो आज भी जारी है।
भूगोल
भूटान का भौगोलिक क्षेत्र पर्वतीय है, जिसमें हिमालय की ऊँची चोटियाँ, गहरी घाटियाँ और घने जंगल शामिल हैं। देश का कुल क्षेत्रफल लगभग 38,394 वर्ग किलोमीटर है। भूटान की सबसे ऊँची चोटी गंगखर पुनसुम है, जिसकी ऊँचाई 7,570 मीटर है और इसे दुनिया की सबसे ऊँची अनचढ़ी चोटी माना जाता है।
राजनीति
भूटान एक संवैधानिक राजतंत्र है। वर्तमान में, राजा जिग्मे खेसर नामग्याल वांगचुक देश के पांचवे ड्रुक ग्यालपो हैं। 2008 में, भूटान ने लोकतांत्रिक रूप से अपने पहले चुनाव कराए और एक संवैधानिक राजतंत्र के रूप में संविधान को अपनाया। प्रधानमंत्री सरकार का प्रमुख होता है, जो आम चुनावों के माध्यम से चुना जाता है।
अर्थव्यवस्था
भूटान की अर्थव्यवस्था मुख्य रूप से कृषि, वानिकी, पर्यटन और हाइड्रोपावर पर आधारित है। देश की अर्थव्यवस्था में हाइड्रोपावर परियोजनाओं का महत्वपूर्ण योगदान है, जिनसे उत्पन्न बिजली का बड़ा हिस्सा भारत को निर्यात किया जाता है। भूटान का सकल राष्ट्रीय खुशी (Gross National Happiness - GNH) सूचकांक एक अनूठी अवधारणा है, जिसे आर्थिक प्रगति के साथ-साथ सांस्कृतिक और पर्यावरणीय संरक्षण को सुनिश्चित करने के लिए अपनाया गया है।
संस्कृति
भूटान की संस्कृति बौद्ध धर्म से अत्यधिक प्रभावित है। यहाँ के लोग पारंपरिक भूटानी परिधान पहनते हैं - पुरुष 'घो' और महिलाएं 'किरा' पहनती हैं। भूटान की संस्कृति में धार्मिक त्योहारों (त्सेचु) का विशेष महत्व है, जो देश भर के मठों में धूमधाम से मनाए जाते हैं।
भाषा
भूटान की आधिकारिक भाषा जोंगखा है, जो तिब्बती-भूटानी भाषा परिवार से संबंधित है। इसके अलावा, शार्चोपखा और ल्होत्सामखा जैसी भाषाएँ भी बोली जाती हैं।
पर्यावरण
भूटान का पर्यावरण संरक्षण के प्रति गहरा समर्पण है। देश का लगभग 72% हिस्सा वनाच्छादित है और भूटान ने अपनी भूमि के 60% हिस्से को वनाच्छादित बनाए रखने का संवैधानिक प्रावधान किया है। भूटान विश्व का एकमात्र कार्बन निगेटिव देश है, जो पर्यावरण संरक्षण के प्रति इसकी प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
पर्यटन
भूटान का पर्यटन उद्योग सीमित और नियंत्रित है, जो 'हाई वैल्यू, लो वॉल्यूम' नीति पर आधारित है। पर्यटकों को भूटान में प्रवेश के लिए एक निश्चित दैनिक शुल्क का भुगतान करना होता है, जो देश की संस्कृति और पर्यावरण के संरक्षण में सहायक होता है।