पक्षी फ्लू, जिसे अधिकांश लोगों द्वारा एवियन इन्फ्लूएंजा भी कहा जाता है, एक संक्रामक बीमारी है जो पक्षियों और अन्य जीवों में होती है। यह वायरस (अधिकतर है5एन1 और H7एच5) के कारण होता है, जो समान या अलग तरीके से मनुष्यों को भी प्रभावित कर सकता है।
कारण
पक्षी फ्लू का कारण अधिकतर एक प्रकार के इन्फ्लूएंजा वायरस होते हैं, जो वायरस वर्ग A के तहत आते हैं। ये वायरस खासकर पक्षियों के श्वसन मार्ग में प्रदर्शित होते हैं और कई प्रकार के पक्षियों को प्रभावित कर सकते हैं।
लक्षण
पक्षी फ्लू के संक्रामित पक्षियों में श्वसन तंत्र के लक्षण दिखाई देते हैं, जैसे की बेहतरीना, तंद्रा, उबकाई, खांसी, बुखार, और मुंह और नाक से आवाज आना।
प्रतिकार
पक्षी फ्लू को रोकने के लिए उचित सामग्रियों का उपयोग किया जाता है, जैसे की अच्छा स्वच्छता, पक्षियों के संपर्क का बंद करना, और संक्रमित पक्षियों को नष्ट करना।
अधिक संक्रमण
पक्षी फ्लू का बार-बार होना एवं उसके वायरस के म्यूटेशन की संभावना होती है, जो उन वायरसों को और भी अतिशयोक्ति करता है जो मनुष्यों को प्रभावित कर सकते हैं।
संदर्भ
पक्षी फ्लू एक गंभीर बीमारी है जो पक्षियों और मनुष्यों को प्रभावित कर सकती है। इसकी निदानी, बचाव, और उपचार के लिए समय रहते सर्वोत्तम नीतियों का पालन किया जाना चाहिए।