मेजर ध्यानचंद खेल रत्न पुरस्कार

मेजर ध्यानचंद खेल रत्न पुरस्कार भारत के सर्वोच्च खेल सम्मान के रूप में जाना जाता है। इसे उत्कृष्ट प्रदर्शन और देश के लिए खेल में असाधारण योगदान देने वाले खिलाड़ियों को प्रदान किया जाता है। यह पुरस्कार खिलाड़ियों के अनुकरणीय प्रदर्शन को मान्यता देने और उन्हें प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से स्थापित किया गया था। इसे पहले राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार के नाम से जाना जाता था, लेकिन 2021 में इसका नाम बदलकर हॉकी के महान खिलाड़ी मेजर ध्यानचंद के नाम पर रखा गया।


मेजर ध्यानचंद खेल रत्न पुरस्कार


स्थापना और उद्देश्य

यह पुरस्कार 1991-92 में स्थापित किया गया था। इसका मुख्य उद्देश्य खेल और शारीरिक गतिविधियों में योगदान देने वाले खिलाड़ियों को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाना है। यह उन खिलाड़ियों को सम्मानित करता है जिन्होंने खेल में उत्कृष्टता के साथ-साथ देश का मान बढ़ाया है।


नामकरण का महत्व

मेजर ध्यानचंद भारत के सबसे महान हॉकी खिलाड़ियों में से एक थे, जिन्हें "हॉकी के जादूगर" के नाम से जाना जाता है। उनके सम्मान में इस पुरस्कार का नाम रखा गया, ताकि नई पीढ़ी उनके जीवन और खेल से प्रेरणा ले सके।


पुरस्कार का स्वरूप

मेजर ध्यानचंद खेल रत्न पुरस्कार के अंतर्गत सम्मानित खिलाड़ियों को निम्नलिखित प्रदान किए जाते हैं:

  • मेडल: एक भव्य पदक।
  • प्रमाण पत्र: प्रशंसा और मान्यता के लिए एक प्रमाण पत्र।
  • नकद राशि: पुरस्कार राशि के रूप में ₹25 लाख (2022 से लागू)।


चयन प्रक्रिया

  • नामांकन: विभिन्न खेल महासंघों, राज्य सरकारों और खेल संगठनों द्वारा खिलाड़ियों का नामांकन किया जाता है।
  • चयन समिति: एक उच्च स्तरीय समिति इन नामांकनों की समीक्षा करती है।
  • मूल्यांकन: खिलाड़ियों के चार वर्षों के प्रदर्शन को ध्यान में रखते हुए चयन किया जाता है।
  • स्वीकृति: खेल मंत्रालय द्वारा अंतिम स्वीकृति दी जाती है।


योग्यता मानदंड

  • राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उत्कृष्ट प्रदर्शन।
  • अनुशासन और खेल भावना का पालन।
  • खेल के प्रति दीर्घकालिक प्रतिबद्धता।


प्रमुख विजेता

इस प्रतिष्ठित पुरस्कार को जीतने वाले खिलाड़ियों में विभिन्न खेलों से जुड़े महान खिलाड़ी शामिल हैं:

  • विश्वनाथन आनंद (शतरंज) - प्रथम प्राप्तकर्ता (1991-92)।
  • सचिन तेंदुलकर (क्रिकेट) - 1997-98।
  • साइना नेहवाल (बैडमिंटन) - 2010।
  • मैरी कॉम (मुक्केबाजी) - 2009।
  • नीरज चोपड़ा (एथलेटिक्स) - 2021।


2025 के विजेता

2025 में, चार खिलाड़ियों को यह प्रतिष्ठित पुरस्कार दिया गया:

  • मनु भाकर: पेरिस ओलंपिक 2024 में दो कांस्य पदक।
  • डी गुकेश: टीनएज वर्ल्ड चेस चैंपियन।
  • हरमनप्रीत सिंह: भारतीय पुरुष हॉकी टीम के कप्तान।
  • प्रवीण कुमार: पैरा एथलीट।


महत्व और प्रभाव

मेजर ध्यानचंद खेल रत्न पुरस्कार न केवल खिलाड़ियों को प्रोत्साहित करता है बल्कि देश में खेलों के प्रति जागरूकता और रुचि को भी बढ़ावा देता है। यह पुरस्कार खिलाड़ियों के संघर्ष और उपलब्धियों को राष्ट्रीय स्तर पर मान्यता देता है, जिससे युवा पीढ़ी को खेलों में करियर बनाने की प्रेरणा मिलती है।