श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट

श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट भारत में एक स्वतंत्र ट्रस्ट है, जिसकी स्थापना 5 फरवरी 2020 को भारत सरकार द्वारा अयोध्या में राम जन्मभूमि मंदिर के निर्माण और प्रबंधन के उद्देश्य से की गई थी। इस ट्रस्ट का मुख्य कार्य भगवान श्री राम के जन्मस्थान पर भव्य राम मंदिर का निर्माण करना और इससे जुड़े धार्मिक, सांस्कृतिक, और सामाजिक कार्यों को संचालित करना है। ट्रस्ट अयोध्या में राम मंदिर के साथ-साथ तीर्थयात्रियों की सुविधा के लिए विभिन्न संरचनाओं और सेवाओं की देखरेख करता है।


श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट


स्थापना और पृष्ठभूमि

ट्रस्ट की स्थापना भारत के सर्वोच्च न्यायालय द्वारा 9 नवंबर 2019 को दिए गए ऐतिहासिक निर्णय के बाद हुई, जिसमें अयोध्या में राम जन्मभूमि पर राम मंदिर के निर्माण का मार्ग प्रशस्त किया गया। इस निर्णय के तहत, विवादित भूमि को राम मंदिर निर्माण के लिए सरकार के अधीन किया गया और सरकार को एक ट्रस्ट गठित करने का निर्देश दिया गया। इसके बाद, केंद्र सरकार ने श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट का गठन किया, जो मंदिर निर्माण और इससे जुड़े कार्यों को संचालित करने के लिए जिम्मेदार है।


संरचना

श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट में 15 ट्रस्टी शामिल हैं, जिनमें से 12 ट्रस्टी धर्मिक और सामाजिक क्षेत्रों से जुड़े प्रतिष्ठित व्यक्तित्व हैं, जबकि शेष तीन सरकारी नामांकन के आधार पर नियुक्त होते हैं। इसके अध्यक्ष महंत नृत्य गोपाल दास हैं, जो धार्मिक समुदाय में एक सम्मानित व्यक्ति हैं। ट्रस्ट के पास राम मंदिर निर्माण के लिए धन एकत्र करने, योजनाओं को लागू करने, और अयोध्या में धार्मिक स्थलों के विकास की जिम्मेदारी है।


कार्य और जिम्मेदारियाँ

  • राम मंदिर निर्माण: ट्रस्ट का प्राथमिक कार्य अयोध्या में भव्य राम मंदिर का निर्माण करना है। मंदिर निर्माण का कार्य 5 अगस्त 2020 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा भूमि पूजन के साथ प्रारंभ हुआ।
  • धन संग्रह: ट्रस्ट ने राम मंदिर निर्माण के लिए देशभर में धन एकत्रण अभियान चलाया। बड़ी संख्या में भक्तों और समर्थकों ने मंदिर निर्माण के लिए दान दिया है।
  • तीर्थयात्री सुविधाएँ: ट्रस्ट अयोध्या आने वाले तीर्थयात्रियों की सुविधाओं के लिए विभिन्न योजनाएँ भी संचालित करता है। इसमें यात्री निवास, भोजन व्यवस्था, और तीर्थस्थलों का संरक्षण शामिल है।
  • धार्मिक और सांस्कृतिक कार्यक्रम: ट्रस्ट राम मंदिर के साथ-साथ हिंदू धर्म से जुड़े धार्मिक और सांस्कृतिक कार्यक्रमों का भी आयोजन करता है।


मंदिर निर्माण

राम मंदिर का डिज़ाइन वैदिक स्थापत्य कला पर आधारित है और इसका निर्माण उत्तर भारतीय नागर शैली में किया जा रहा है। मंदिर के गर्भगृह में भगवान श्री राम की मूर्ति स्थापित होगी। राम मंदिर के निर्माण में आधुनिक तकनीकों के साथ पारंपरिक भारतीय वास्तुकला का समन्वय किया गया है।


वित्तपोषण

श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट को जनता और भक्तों से बड़े पैमाने पर आर्थिक सहयोग प्राप्त हुआ है। देशभर के लाखों लोगों ने इस पवित्र कार्य के लिए दान दिया है। सरकार द्वारा प्रदान की गई भूमि और मंदिर निर्माण में लगने वाले खर्च का विवरण ट्रस्ट द्वारा सार्वजनिक रूप से साझा किया जाता है।


महत्व

राम मंदिर का निर्माण हिंदू धर्म में अत्यधिक धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व रखता है। यह मंदिर न केवल एक धार्मिक स्थल के रूप में, बल्कि भारतीय संस्कृति, इतिहास, और धरोहर के प्रतीक के रूप में भी कार्य करेगा।