केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (CAPF)

केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (CAPF) भारत सरकार के गृह मंत्रालय के अधीन कार्यरत अर्धसैनिक बलों का एक समूह है, जो देश की आंतरिक सुरक्षा, सीमा प्रबंधन और कानून-व्यवस्था बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। यह बल विभिन्न अभियानों में आतंकवाद, उग्रवाद और माओवाद जैसी आंतरिक चुनौतियों से निपटने के लिए तैनात किए जाते हैं।


केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (CAPF)


इतिहास और गठन

भारत में अर्धसैनिक बलों की स्थापना ब्रिटिश काल से ही हो चुकी थी, लेकिन स्वतंत्रता के बाद इन बलों को एक संगठित रूप दिया गया। वर्तमान में केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों की संरचना में कुल सात प्रमुख बल शामिल हैं, जो अलग-अलग कार्यों के लिए विशेष रूप से प्रशिक्षित हैं। 2011 में, भारत सरकार ने "केंद्रीय अर्धसैनिक बल" (Central Paramilitary Forces) शब्दावली को बदलकर "केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल" (Central Armed Police Forces - CAPF) कर दिया।


संरचना और बलों की सूची

केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों में निम्नलिखित सात बल शामिल हैं:


1. सीमा सुरक्षा बल (BSF) - Border Security Force

  • गठन: 1 दिसंबर 1965
  • कार्य: भारत की अंतरराष्ट्रीय सीमाओं की सुरक्षा, तस्करी रोकथाम, सीमावर्ती क्षेत्रों में शांति बनाए रखना।


2. केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) - Central Reserve Police Force

  • गठन: 27 जुलाई 1939 (स्वतंत्रता के बाद 28 दिसंबर 1949 को CRPF अधिनियम के तहत पुनर्गठित)
  • कार्य: आंतरिक सुरक्षा, नक्सलवाद विरोधी अभियान, दंगा नियंत्रण, चुनावी सुरक्षा।


3. केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (CISF) - Central Industrial Security Force

  • गठन: 10 मार्च 1969
  • कार्य: सरकारी और निजी उद्योगों, हवाई अड्डों, परमाणु संयंत्रों, मेट्रो रेल जैसी महत्वपूर्ण ढांचागत सुविधाओं की सुरक्षा।


4. भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (ITBP) - Indo-Tibetan Border Police

  • गठन: 24 अक्टूबर 1962
  • कार्य: भारत-चीन सीमा की सुरक्षा, ऊँचाई वाले क्षेत्रों में गश्त, आपदा राहत अभियानों में सहायता।


5. सशस्त्र सीमा बल (SSB) - Sashastra Seema Bal

  • गठन: 1963 (पहले विशेष सेवा ब्यूरो - Special Service Bureau के रूप में जाना जाता था)
  • कार्य: नेपाल और भूटान की सीमाओं की सुरक्षा, सीमावर्ती क्षेत्रों में खुफिया जानकारी जुटाना।


6. राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड (NSG) - National Security Guard

  • गठन: 1984
  • कार्य: आतंकवाद विरोधी अभियान, बंधक संकट समाधान, विशेष सुरक्षा मिशन।

7. असम राइफल्स (AR) - Assam Rifles

  • गठन: 1835
  • कार्य: उत्तर-पूर्वी राज्यों में कानून व्यवस्था बनाए रखना, उग्रवाद विरोधी अभियान, भारत-म्यांमार सीमा की सुरक्षा।


प्रशिक्षण और संगठनात्मक संरचना

केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों की भर्ती संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) और कर्मचारी चयन आयोग (SSC) के माध्यम से की जाती है। CAPF अधिकारियों का चयन केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (असिस्टेंट कमांडेंट) परीक्षा के माध्यम से होता है, जबकि अन्य रैंकों की भर्ती SSC और अन्य परीक्षा बोर्डों द्वारा की जाती है।


प्रत्येक बल का नेतृत्व एक महानिदेशक (Director General - DG) करता है, जो भारतीय पुलिस सेवा (IPS) अधिकारी होता है। इसके अलावा, बलों में विभिन्न स्तरों के अधिकारी होते हैं, जैसे कि कमांडेंट, डिप्टी कमांडेंट, असिस्टेंट कमांडेंट, इंस्पेक्टर, सब-इंस्पेक्टर, हवलदार और कांस्टेबल।


भूमिका और कार्य

केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल भारत की सुरक्षा व्यवस्था में कई महत्वपूर्ण कार्यों का निर्वहन करता है:

  • सीमा प्रबंधन: BSF, ITBP, SSB और असम राइफल्स भारत की अंतरराष्ट्रीय सीमाओं की सुरक्षा में तैनात रहते हैं।
  • आंतरिक सुरक्षा: CRPF, NSG और SSB आंतरिक अशांति, आतंकवाद और नक्सलवाद से निपटने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
  • औद्योगिक और महत्वपूर्ण प्रतिष्ठानों की सुरक्षा: CISF हवाई अड्डों, रेलवे, परमाणु ऊर्जा केंद्रों और सरकारी प्रतिष्ठानों की सुरक्षा करता है।
  • आपदा प्रबंधन: ITBP और अन्य बल प्राकृतिक आपदाओं के दौरान राहत और बचाव कार्यों में महत्वपूर्ण योगदान देते हैं।
  • विशेष अभियान: NSG आतंकवाद-रोधी अभियानों में विशेषज्ञता रखता है और हाई-प्रोफाइल खतरों का सामना करता है।


आधुनिकरण और चुनौतियाँ

भारत सरकार ने CAPF को अत्याधुनिक तकनीक और हथियारों से लैस करने के लिए कई योजनाएँ शुरू की हैं। हाल ही में, ड्रोन सर्विलांस, बॉडी कैमरा, उन्नत संचार प्रणाली और स्मार्ट बॉर्डर फेंसिंग जैसी तकनीकों को शामिल किया गया है।


हालांकि, CAPF को कई चुनौतियों का सामना करना पड़ता है, जैसे कि:

  • लंबे समय तक तनावपूर्ण तैनाती
  • पर्याप्त संसाधनों और सुविधाओं की कमी
  • आधुनिक हथियारों और उपकरणों की आवश्यकता
  • आतंकवाद, उग्रवाद और नक्सलवाद से बढ़ते खतरों का सामना