ड्रुक ग्रीन पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड (Druk Green Power Corporation Limited, DGPC) भूटान सरकार के स्वामित्व वाली एक सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी है जो देश में हाइड्रोपावर परियोजनाओं के विकास, संचालन, और प्रबंधन के लिए जिम्मेदार है। इसकी स्थापना 2008 में भूटान की ऊर्जा आवश्यकताओं को पूरा करने और ऊर्जा निर्यात के माध्यम से राजस्व उत्पन्न करने के उद्देश्य से की गई थी।
इतिहास
ड्रुक ग्रीन पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड की स्थापना 2008 में भूटान सरकार द्वारा देश में हाइड्रोपावर संसाधनों के प्रभावी उपयोग और प्रबंधन के लिए की गई थी। यह कंपनी देश के विभिन्न हाइड्रोपावर स्टेशनों का अधिग्रहण और संचालन करती है और भूटान की प्रमुख ऊर्जा उत्पादन कंपनी है।
प्रमुख परियोजनाएं
डीजीपीसी कई प्रमुख हाइड्रोपावर परियोजनाओं का संचालन करती है जिनमें से कुछ प्रमुख हैं:
ताला हाइड्रोइलेक्ट्रिक परियोजना
ताला हाइड्रोइलेक्ट्रिक परियोजना, जो 1020 मेगावाट की क्षमता वाली है, डीजीपीसी की सबसे बड़ी परियोजना है। यह परियोजना भूटान और भारत के बीच एक प्रमुख ऊर्जा सहयोग का हिस्सा है और भूटान के विद्युत उत्पादन में महत्वपूर्ण योगदान देती है।
बसोचु हाइड्रोइलेक्ट्रिक परियोजना
बसोचु हाइड्रोइलेक्ट्रिक परियोजना 64 मेगावाट की क्षमता वाली एक महत्वपूर्ण परियोजना है। यह भूटान की ऊर्जा आपूर्ति में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है और स्थानीय समुदायों को भी लाभान्वित करती है।
कुरिचु हाइड्रोइलेक्ट्रिक परियोजना
कुरिचु हाइड्रोइलेक्ट्रिक परियोजना की 60 मेगावाट की उत्पादन क्षमता है। यह परियोजना भूटान के ऊर्जा ग्रिड को स्थिरता प्रदान करने में मदद करती है और देश की ऊर्जा सुरक्षा को बढ़ावा देती है।
संचालन और प्रबंधन
डीजीपीसी का मुख्यालय थिम्पू, भूटान में स्थित है। कंपनी का प्रबंधन और संचालन भूटान सरकार द्वारा नियुक्त निदेशक मंडल द्वारा किया जाता है। डीजीपीसी के प्रमुख उद्देश्यों में हाइड्रोपावर परियोजनाओं का सतत विकास, ऊर्जा उत्पादन में वृद्धि, और ऊर्जा निर्यात के माध्यम से राजस्व उत्पन्न करना शामिल है।
पर्यावरणीय और सामाजिक जिम्मेदारी
डीजीपीसी पर्यावरणीय संरक्षण और सामाजिक जिम्मेदारी के प्रति समर्पित है। कंपनी अपनी परियोजनाओं के संचालन के दौरान पर्यावरणीय मानकों का पालन करती है और स्थानीय समुदायों के विकास में योगदान देती है। डीजीपीसी ने कई पर्यावरणीय संरक्षण और सामुदायिक विकास कार्यक्रम भी शुरू किए हैं।
अंतर्राष्ट्रीय सहयोग
डीजीपीसी ने भारत सहित कई देशों के साथ ऊर्जा सहयोग में भाग लिया है। यह कंपनी भूटान के ऊर्जा निर्यात में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है, विशेषकर भारत को, जो भूटान के ऊर्जा निर्यात का प्रमुख गंतव्य है।