दिल्ली जल बोर्ड (DJB) दिल्ली, भारत की राजधानी क्षेत्र में जल आपूर्ति और अपशिष्ट जल प्रबंधन के लिए जिम्मेदार संस्था है। इसका गठन 6 अप्रैल 1998 को किया गया था, और यह दिल्ली सरकार के अधीन एक स्वायत्त निकाय है।
इतिहास
दिल्ली जल बोर्ड का गठन दिल्ली में जल आपूर्ति और अपशिष्ट जल निपटान की समस्याओं का समाधान करने और सेवा की गुणवत्ता में सुधार लाने के उद्देश्य से किया गया था। इससे पहले, इन कार्यों को विभिन्न एजेंसियों द्वारा प्रबंधित किया जाता था, लेकिन DJB के गठन ने इन सभी कार्यों को एकीकृत कर दिया।
कार्य और जिम्मेदारियाँ
DJB की मुख्य जिम्मेदारियाँ और कार्य इस प्रकार हैं:
- दिल्ली में पीने के पानी की आपूर्ति सुनिश्चित करना
- जल की गुणवत्ता की निगरानी और सुधार
- अपशिष्ट जल का संग्रह, उपचार और निपटान
- जल संरक्षण और जल पुनर्चक्रण को बढ़ावा देना
- नई जल आपूर्ति और सीवरेज प्रणालियों का निर्माण और रखरखाव
जल स्रोत
DJB दिल्ली को जल आपूर्ति के लिए विभिन्न स्रोतों पर निर्भर है:
- यमुना नदी
- गंगा नदी (गंग नहर के माध्यम से)
- भूमिगत जल
- भाखड़ा नंगल परियोजना
सेवाएं
DJB द्वारा प्रदान की जाने वाली प्रमुख सेवाओं में शामिल हैं:
- घरेलू और व्यावसायिक जल कनेक्शन
- जल मीटरिंग और बिलिंग
- जल गुणवत्ता परीक्षण
- जल संकट के समय टैंकरों द्वारा जल की आपूर्ति
- अपशिष्ट जल का उपचार और पुनर्चक्रण
चुनौतियाँ
DJB के सामने कई चुनौतियाँ हैं, जिनमें शामिल हैं:
- बढ़ती जनसंख्या के साथ जल की बढ़ती मांग
- जल स्रोतों की सीमित उपलब्धता
- जल प्रदूषण और जल की गुणवत्ता बनाए रखना
- जल वितरण नेटवर्क की मरम्मत और रखरखाव
- जल की चोरी और अनधिकृत कनेक्शन
परियोजनाएं और पहल
DJB ने कई महत्वपूर्ण परियोजनाएं और पहलें शुरू की हैं:
- यमुना एक्शन प्लान
- जल पुनर्चक्रण और पुन: उपयोग परियोजनाएं
- जल संरक्षण कार्यक्रम
- नए जल शोधन संयंत्रों का निर्माण
- पाइपलाइन नेटवर्क का विस्तार और उन्नयन
प्रशासनिक संरचना
DJB का संचालन एक अध्यक्ष द्वारा किया जाता है, जो आमतौर पर दिल्ली के मुख्यमंत्री होते हैं। इसके अलावा, इसमें एक उपाध्यक्ष, मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CEO), और अन्य वरिष्ठ अधिकारी शामिल होते हैं, जो विभिन्न विभागों का प्रबंधन करते हैं।
संपर्क और मुख्यालय
DJB का मुख्यालय वरुणालय फेज़-II, कर्वे नगर, दिल्ली में स्थित है। यह अपने ग्राहकों को सेवाएं प्रदान करने और उनकी शिकायतों का समाधान करने के लिए विभिन्न केंद्रों और ऑनलाइन प्लेटफार्मों के माध्यम से उपलब्ध है।