डूडल एक तरह की आकस्मिक और अनायास बनाई गई चित्र या आरेख होती है जिसे लोग अक्सर तब बनाते हैं जब वे किसी और चीज़ पर ध्यान केंद्रित करने की कोशिश कर रहे होते हैं, जैसे कि कक्षा में पढ़ाई करते समय या किसी बैठक में। डूडल बनाने का कार्य किसी सतह, जैसे कागज, में सहजता से किए जाने वाले चित्रांकन को दर्शाता है, जिसमें आमतौर पर संख्यात्मक चित्र, अद्भुत आकार, या किसी वस्तु, जीव या व्यक्ति का चित्रण शामिल होता है।
विशेषताएँ
स्वतंत्रता और सहजता:
डूडलिंग एक स्वाभाविक और अवचेतन गतिविधि है, जिसमें व्यक्ति बिना किसी विशेष उद्देश्य के चित्र बनाता है। यह आमतौर पर सहजता और स्वतंत्रता को प्रकट करता है।
मनोरंजन और रचनात्मकता:
डूडलिंग से मन की स्थिति में शांति और रचनात्मकता का प्रवाह बना रहता है। यह न केवल मनोरंजन का साधन है बल्कि एक मानसिक गतिविधि भी है जो सोचने की प्रक्रिया को सरल और सृजनात्मक बनाती है।
ध्यान केंद्रित करने में सहायक:
कई अध्ययन बताते हैं कि डूडलिंग करने से व्यक्ति की ध्यान केंद्रित करने की क्षमता बढ़ती है। यह उन्हें विषय पर ध्यान देने में मदद करता है और उनकी स्मरण शक्ति को बढ़ाता है।
इतिहास
डूडल शब्द की उत्पत्ति 17वीं शताब्दी में हुई मानी जाती है, जहां इसका उपयोग 'मूर्ख' या 'सरल व्यक्ति' के रूप में किया जाता था। समय के साथ, इसका अर्थ बदलकर आकस्मिक चित्रांकन की क्रिया को संदर्भित करने लगा।
प्रकार
आकस्मिक डूडल:
ये वे डूडल होते हैं जिन्हें लोग बिना सोचे-समझे, किसी कागज के कोने पर बनाते हैं, जैसे फोन पर बात करते समय या किसी मीटिंग में।
अलंकरणात्मक डूडल:
ये डूडल अधिक विस्तृत और सजावटी होते हैं, जिनमें ज्यामितीय आकृतियाँ, फूलों के पैटर्न, या अन्य डिजाइन शामिल होते हैं।
पैटर्न डूडल:
ये डूडल बार-बार दोहराए जाने वाले पैटर्न या डिज़ाइन से बने होते हैं, जैसे ज़ेंटैंगल या मंडला।
प्रसिद्ध डूडल
गूगल डूडल:
गूगल डूडल सबसे प्रसिद्ध और प्रचलित डूडल में से एक है। गूगल अपने होमपेज पर विशेष अवसरों, त्योहारों, और महत्वपूर्ण घटनाओं के उपलक्ष्य में विशेष डूडल प्रदर्शित करता है। ये डूडल एक प्रकार का कला रूप होते हैं जो गूगल के लोगो में बदलाव करके बनाए जाते हैं।