इमरान खान का जन्म 5 अक्टूबर 1952 को लाहौर, पाकिस्तान में हुआ था। वे एक पश्तून परिवार से संबंध रखते हैं और उनके पिता इकरामुल्लाह खान नियाज़ी एक सिविल इंजीनियर थे। उन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा लाहौर के ऐचिसन कॉलेज में प्राप्त की और बाद में इंग्लैंड के रॉयल ग्रैमर स्कूल, वॉर्सेस्टर से पढ़ाई की। उच्च शिक्षा के लिए वे ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय गए, जहां उन्होंने दर्शनशास्त्र, राजनीति और अर्थशास्त्र में डिग्री प्राप्त की।
क्रिकेट करियर
इमरान खान पाकिस्तान के महानतम क्रिकेटरों में से एक माने जाते हैं। उन्होंने 1971 में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में पदार्पण किया और 1992 में पाकिस्तान को पहला क्रिकेट विश्व कप जिताने वाले कप्तान बने। उनके नेतृत्व में पाकिस्तान ने इंग्लैंड को हराकर विश्व कप जीता। उन्होंने अपने करियर में 88 टेस्ट और 175 वनडे मैच खेले। वे तेज गेंदबाज और हरफनमौला खिलाड़ी के रूप में मशहूर रहे।
राजनीतिक करियर
क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद इमरान खान ने 1996 में पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) पार्टी की स्थापना की। शुरू में उनकी पार्टी को ज्यादा सफलता नहीं मिली, लेकिन 2013 के आम चुनावों में उन्होंने मजबूत प्रदर्शन किया। 2018 के आम चुनावों में पीटीआई ने बहुमत हासिल किया और इमरान खान पाकिस्तान के 22वें प्रधानमंत्री बने।
प्रधानमंत्री के रूप में उन्होंने भ्रष्टाचार विरोधी अभियान चलाया, स्वास्थ्य और शिक्षा सुधारों पर ध्यान दिया और विदेश नीति में स्वतंत्र रुख अपनाया। उनके कार्यकाल के दौरान आर्थिक सुधारों, कश्मीर मुद्दे और अमेरिका से संबंधों पर चर्चाएं हुईं।
सत्ता से हटना और कानूनी विवाद
अप्रैल 2022 में इमरान खान के खिलाफ नेशनल असेंबली में अविश्वास प्रस्ताव लाया गया, जिसके कारण उन्हें प्रधानमंत्री पद से हटना पड़ा। इसके बाद उन्होंने सरकार विरोधी रैलियां कीं और समय से पहले चुनाव कराने की मांग उठाई। 2023 और 2024 में वे कई कानूनी मामलों में फंसे और जेल भी गए।
निजी जीवन
इमरान खान की शादी पहले ब्रिटिश पत्रकार जेमिमा गोल्डस्मिथ से हुई थी, लेकिन 2004 में उनका तलाक हो गया। बाद में उन्होंने टीवी एंकर रेहम खान से विवाह किया, लेकिन यह शादी भी ज्यादा नहीं चली। 2018 में उन्होंने बुशरा बीबी से निकाह किया।
विरासत और प्रभाव
इमरान खान पाकिस्तान में एक लोकप्रिय नेता हैं, जिन्हें क्रिकेट और राजनीति दोनों में उनकी भूमिका के लिए जाना जाता है। उनके समर्थक उन्हें एक ईमानदार और राष्ट्रवादी नेता मानते हैं, जबकि उनके विरोधी उनकी नीतियों और शासन शैली की आलोचना करते हैं।