इंदिरा गांधी भारत की पहली महिला प्रधानमंत्री थीं और उन्होंने अपने नेतृत्व में देश को महत्वपूर्ण राजनीतिक और आर्थिक बदलावों की दिशा में अग्रसर किया। उनका जन्म 19 नवंबर 1917 को इलाहाबाद में हुआ था। वे पंडित जवाहरलाल नेहरू, भारत के पहले प्रधानमंत्री, की बेटी थीं। उनका पूरा नाम इंदिरा प्रियदर्शिनी गांधी था।
प्रारंभिक जीवन और शिक्षा
इंदिरा गांधी का जन्म एक राजनीतिक परिवार में हुआ था। उनके पिता, जवाहरलाल नेहरू, स्वतंत्रता संग्राम के प्रमुख नेता थे और उनकी माता, कमला नेहरू, भी एक स्वतंत्रता सेनानी थीं। इंदिरा ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा शांतिनिकेतन, पश्चिम बंगाल में प्राप्त की और बाद में इंग्लैंड के ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय में अध्ययन किया।
राजनीतिक करियर
इंदिरा गांधी का राजनीतिक जीवन 1959 में शुरू हुआ जब वे भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की अध्यक्ष बनीं। 1966 में लाल बहादुर शास्त्री के निधन के बाद वे भारत की प्रधानमंत्री बनीं। उन्होंने 1966 से 1977 तक और फिर 1980 से 1984 तक प्रधानमंत्री के रूप में कार्य किया।
प्रधानमंत्री के रूप में कार्यकाल
- हरित क्रांति: इंदिरा गांधी के कार्यकाल के दौरान हरित क्रांति शुरू की गई, जिससे भारत की कृषि उत्पादन में उल्लेखनीय वृद्धि हुई और देश खाद्यान्न उत्पादन में आत्मनिर्भर बना।
- बैंक राष्ट्रीयकरण: 1969 में इंदिरा गांधी ने 14 प्रमुख बैंकों का राष्ट्रीयकरण किया, जिससे अर्थव्यवस्था को स्थिरता और गरीबों को आर्थिक सहायता मिली।
- पूर्वी पाकिस्तान संकट: 1971 में बांग्लादेश के स्वतंत्रता संग्राम के दौरान, इंदिरा गांधी ने पाकिस्तान के खिलाफ सैन्य कार्रवाई का आदेश दिया, जिससे बांग्लादेश का गठन हुआ।
- आपातकाल: 1975 में, इंदिरा गांधी ने देश में आपातकाल लागू किया, जो 21 महीने तक चला। इस अवधि के दौरान कई नागरिक अधिकारों पर प्रतिबंध लगा दिया गया और राजनीतिक विरोधियों को जेल में डाल दिया गया।
विवाद और आलोचना
इंदिरा गांधी के कार्यकाल में कई विवादास्पद निर्णय लिए गए, जिनमें सबसे प्रमुख आपातकाल था। इस अवधि को भारतीय लोकतंत्र के लिए काला अध्याय माना जाता है। इसके अलावा, 1984 में ऑपरेशन ब्लू स्टार के तहत अमृतसर के स्वर्ण मंदिर में सैन्य कार्रवाई ने भी व्यापक विवाद उत्पन्न किया।
हत्या और उत्तराधिकार
31 अक्टूबर 1984 को, इंदिरा गांधी की हत्या उनके ही सिख अंगरक्षकों द्वारा कर दी गई। उनकी हत्या के बाद उनके बेटे, राजीव गांधी, प्रधानमंत्री बने।
व्यक्तिगत जीवन
इंदिरा गांधी का विवाह फिरोज गांधी से हुआ था, जिनसे उनके दो बेटे, राजीव गांधी और संजय गांधी थे। उनके जीवन में राजनीति का महत्वपूर्ण स्थान था, और उन्होंने अपने परिवार को भी इसी राह पर आगे बढ़ाया।
विरासत
इंदिरा गांधी भारतीय राजनीति में एक दृढ़ और प्रभावशाली नेता के रूप में याद की जाती हैं। उनकी नीतियाँ और कार्य, विशेषकर हरित क्रांति और बैंकों का राष्ट्रीयकरण, आज भी भारतीय राजनीति और अर्थव्यवस्था पर प्रभाव डालते हैं। उनकी हत्या के बाद भी, उनकी राजनीतिक विरासत को उनके परिवार द्वारा आगे बढ़ाया गया।
सम्मान और पुरस्कार
इंदिरा गांधी को कई राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय पुरस्कारों से सम्मानित किया गया, जिनमें भारत रत्न भी शामिल है, जो उन्हें 1971 में बांग्लादेश मुक्ति संग्राम में उनके योगदान के लिए दिया गया।
निष्कर्ष
इंदिरा गांधी का जीवन संघर्ष, नेतृत्व और सेवा का प्रतीक है। उन्होंने भारत को कई महत्वपूर्ण मोड़ों पर नेतृत्व प्रदान किया और उनके निर्णयों ने देश के भविष्य को आकार दिया। भारतीय राजनीति में उनकी भूमिका और योगदान को हमेशा याद किया जाएगा।