न्यू इंडिया को-ऑपरेटिव बैंक एक भारतीय सहकारी बैंक है जिसका मुख्यालय मुंबई, महाराष्ट्र में स्थित है। यह बैंक विभिन्न प्रकार की बैंकिंग सेवाएँ प्रदान करता है, जिसमें बचत खाते, चालू खाते, सावधि जमा (Fixed Deposit), ऋण (Loan), डिजिटल बैंकिंग और अन्य वित्तीय सेवाएँ शामिल हैं। बैंक का संचालन भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) के नियमन के अंतर्गत होता है।
इतिहास और स्थापना
न्यू इंडिया को-ऑपरेटिव बैंक की स्थापना सहकारी बैंकिंग प्रणाली को मजबूत करने के उद्देश्य से की गई थी। यह बैंक विशेष रूप से छोटे व्यापारियों, उद्यमियों, और व्यक्तिगत ग्राहकों को वित्तीय सेवाएँ उपलब्ध कराने पर केंद्रित है।
सेवाएँ और कार्यक्षेत्र
बैंक निम्नलिखित प्रमुख सेवाएँ प्रदान करता है:
बचत खाता और चालू खाता
फिक्स्ड डिपॉजिट और आवर्ती जमा योजनाएँ
व्यक्तिगत ऋण, गृह ऋण, और व्यापार ऋण
ऑनलाइन बैंकिंग, मोबाइल बैंकिंग और यूपीआई सेवाएँ
डेबिट कार्ड और अन्य डिजिटल भुगतान सेवाएँ
बैंक की महाराष्ट्र सहित विभिन्न राज्यों में 28 से अधिक शाखाएँ कार्यरत हैं, और यह ग्राहकों को सहकारी बैंकिंग के माध्यम से सुविधाजनक वित्तीय सेवाएँ प्रदान करता है।
नवीनतम घटनाक्रम और आरबीआई प्रतिबंध
फरवरी 2024 में, भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) ने न्यू इंडिया को-ऑपरेटिव बैंक पर कई प्रतिबंध लगाए, जिसमें धन निकासी पर रोक, नए ऋण जारी करने पर प्रतिबंध, और बैंक की वित्तीय गतिविधियों पर नियंत्रण शामिल है। यह निर्णय बैंक की 122 करोड़ रुपये की वित्तीय अनियमितताओं के कारण लिया गया।
मुंबई पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा (EOW) ने बैंक में कथित घोटाले की जांच शुरू की और बैंक के वरिष्ठ अधिकारियों के खिलाफ मामला दर्ज किया। आरबीआई द्वारा लगाए गए प्रतिबंध छह महीने तक प्रभावी रहेंगे और आवश्यक समीक्षा के बाद आगे का निर्णय लिया जाएगा।
आरबीआई द्वारा लगाए गए प्रतिबंध
ग्राहकों को बचत या चालू खाते से धन निकालने की अनुमति नहीं होगी।
बैंक कोई नया ऋण जारी नहीं कर सकेगा और न ही जमा स्वीकार करेगा।
ग्राहक डिपॉजिट इंश्योरेंस एंड क्रेडिट गारंटी कॉर्पोरेशन (DICGC) से अधिकतम ₹5 लाख तक की बीमा राशि प्राप्त करने के पात्र होंगे।
आरबीआई ने स्पष्ट किया कि यह बैंकिंग लाइसेंस रद्द करने की कार्रवाई नहीं है, बल्कि बैंक की वित्तीय स्थिति सुधारने का एक प्रयास है।
महत्व और प्रभाव
न्यू इंडिया को-ऑपरेटिव बैंक पर लगाए गए प्रतिबंधों से लाखों खाताधारकों और व्यापारियों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ा है। आरबीआई और अन्य वित्तीय संस्थान बैंक की स्थिति की निगरानी कर रहे हैं और जमाकर्ताओं के हितों की सुरक्षा के लिए आवश्यक कदम उठा रहे हैं।
इन्हें भी देखें
भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI)
सहकारी बैंकिंग प्रणाली
डिपॉजिट इंश्योरेंस एंड क्रेडिट गारंटी कॉर्पोरेशन (DICGC)
आर्थिक अपराध शाखा (EOW)
बाहरी कड़ियाँ
भारतीय रिज़र्व बैंक की आधिकारिक वेबसाइट
[न्यू इंडिया को-ऑपरेटिव बैंक की आधिकारिक वेबसाइट (यदि उपलब्ध हो)]