भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम (NPCI)

भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम (NPCI) भारत की एक प्रमुख भुगतान प्रणाली संगठन है, जो देश के रिटेल पेमेंट और सेटलमेंट सिस्टम को संचालित करती है। इसकी स्थापना वर्ष 2008 में भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) और भारतीय बैंकों के संघ (IBA) के संयुक्त प्रयास से की गई थी। NPCI का उद्देश्य भारत में सुरक्षित, किफायती और तेज़ भुगतान समाधान प्रदान करना है, जिससे देश की अर्थव्यवस्था को डिजिटलीकरण के माध्यम से बढ़ावा मिल सके।


भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम (NPCI)


इतिहास

NPCI की स्थापना वर्ष 2008 में हुई थी, जब देश को एक एकीकृत भुगतान प्रणाली की आवश्यकता महसूस हुई। यह संस्था 2010 में पूरी तरह से कार्यशील हो गई और इसे "पेमेंट एंड सेटलमेंट सिस्टम एक्ट, 2007" के तहत एक भुगतान प्रणाली संचालक के रूप में मान्यता प्राप्त हुई। NPCI के माध्यम से विभिन्न डिजिटल पेमेंट प्लेटफॉर्म विकसित किए गए, जिनमें IMPS (इमीडिएट पेमेंट सर्विस), AEPS (आधार इनेबल्ड पेमेंट सिस्टम), RuPay कार्ड और सबसे प्रसिद्ध UPI (यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस) शामिल हैं।


उद्देश्य

NPCI का मुख्य उद्देश्य भारत में डिजिटल भुगतान के बुनियादी ढांचे को मजबूत करना और देशभर में तेजी से और सुरक्षित रूप से भुगतान सेवाएं प्रदान करना है। यह कई प्रकार की भुगतान सेवाओं का संचालन करता है, जिनका उद्देश्य वित्तीय समावेशन और कैशलेस अर्थव्यवस्था को प्रोत्साहित करना है।


प्रमुख सेवाएं और उत्पाद

NPCI ने कई डिजिटल भुगतान समाधान विकसित किए हैं, जो भारतीय नागरिकों के लिए आसानी से उपलब्ध हैं। इसके प्रमुख उत्पाद और सेवाएं निम्नलिखित हैं:


  • यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (UPI): यह एक क्रांतिकारी भुगतान प्रणाली है, जो उपयोगकर्ताओं को मोबाइल के माध्यम से तत्काल भुगतान की सुविधा प्रदान करती है। UPI ने भारत में डिजिटल भुगतान को नई ऊंचाईयों तक पहुँचाया है।

  • रुपे (RuPay): यह भारत का स्वदेशी कार्ड भुगतान नेटवर्क है, जिसे NPCI द्वारा विकसित किया गया है। यह डेबिट और क्रेडिट कार्ड के रूप में उपलब्ध है और भारत के अलावा अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भी स्वीकार किया जाता है।

  • आधार इनेबल्ड पेमेंट सिस्टम (AEPS): AEPS के माध्यम से बैंकिंग सेवाओं को आधार नंबर के उपयोग से आसान और सुरक्षित बनाया गया है, जिससे वित्तीय समावेशन को बढ़ावा मिला है।

  • इमीडिएट पेमेंट सर्विस (IMPS): IMPS एक रियल-टाइम इंटरबैंक पेमेंट सेवा है, जो 24x7 उपलब्ध रहती है और इसका उपयोग छोटे और तत्काल ट्रांजेक्शन के लिए किया जा सकता है।

  • नेशनल इलेक्ट्रॉनिक टोल कलेक्शन (NETC): यह सेवा FASTag के माध्यम से देशभर में टोल प्लाज़ा पर कैशलेस टोल कलेक्शन की सुविधा प्रदान करती है।

  • भीम ऐप (BHIM): NPCI द्वारा विकसित यह एक मोबाइल भुगतान ऐप है, जो UPI पर आधारित है और उपयोगकर्ताओं को क्यूआर कोड या मोबाइल नंबर से भुगतान करने की सुविधा देता है।


अंतर्राष्ट्रीय विस्तार

NPCI के उत्पाद और सेवाएं अब केवल भारत तक सीमित नहीं हैं। NPCI की अंतर्राष्ट्रीय शाखा एनआईपील (NIPL) के माध्यम से, UPI और RuPay जैसे उत्पादों का विस्तार अफ्रीका और साउथ अमेरिका सहित कई देशों में किया जा रहा है। इसका उद्देश्य भारतीय डिजिटल भुगतान प्रणाली को वैश्विक स्तर पर मान्यता दिलाना है।


उपलब्धियाँ

NPCI ने भारत के डिजिटल भुगतान परिदृश्य को पूरी तरह से बदल दिया है। UPI की सफलता इसके सबसे बड़े उदाहरणों में से एक है, जिसने लाखों भारतीयों को कैशलेस भुगतान करने के लिए सक्षम बनाया। अगस्त 2024 तक, UPI के माध्यम से 15 अरब से अधिक ट्रांजेक्शन हो चुके हैं, जो इसके बढ़ते प्रभाव को दर्शाता है।