प्रशांत किशोर (जन्म: 1977) एक भारतीय राजनीतिक रणनीतिकार और चुनावी सलाहकार हैं। वे आधुनिक भारतीय चुनावी राजनीति में अपनी रणनीतिक सोच और नवाचारी अभियानों के लिए प्रसिद्ध हैं। प्रशांत किशोर ने विभिन्न राजनीतिक दलों के लिए सफल चुनावी अभियान चलाए हैं और उनके चुनावी अभियानों ने भारतीय राजनीति में महत्वपूर्ण बदलाव लाए हैं।
प्रारंभिक जीवन
प्रशांत किशोर का जन्म 1977 में बिहार के रोहतास जिले में हुआ था। उन्होंने इंजीनियरिंग की पढ़ाई की और बाद में पब्लिक हेल्थ में स्नातकोत्तर की डिग्री प्राप्त की। प्रारंभ में वे संयुक्त राष्ट्र के लिए काम करते थे, जहां उन्होंने सार्वजनिक स्वास्थ्य और नीति नियोजन में योगदान दिया।
करियर की शुरुआत
प्रशांत किशोर ने अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत 2011 में की जब उन्होंने गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए 2012 के विधानसभा चुनाव में चुनावी रणनीति बनाने का काम किया। मोदी के लिए उनके अभियान ने व्यापक प्रशंसा अर्जित की और उन्हें 2014 के लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की ऐतिहासिक जीत दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
महत्वपूर्ण चुनावी अभियान
2014 लोकसभा चुनाव
प्रशांत किशोर ने नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री पद के अभियान के लिए प्रमुख रणनीतिकार के रूप में कार्य किया। उनकी टीम, जिसे 'सिटिजन्स फॉर अकाउंटेबल गवर्नेंस' (CAG) के नाम से जाना जाता था, ने अत्याधुनिक तकनीक और नवाचारी रणनीतियों का उपयोग करके भाजपा को शानदार जीत दिलाई।
2015 बिहार विधानसभा चुनाव
2015 में, प्रशांत किशोर ने महागठबंधन (राजद, जदयू, और कांग्रेस) के लिए चुनावी रणनीति बनाई और नितीश कुमार को मुख्यमंत्री पद पर पुनः काबिज कराया। इस जीत ने उन्हें एक प्रमुख चुनावी रणनीतिकार के रूप में स्थापित किया।
2017 उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव
प्रशांत किशोर ने कांग्रेस पार्टी के लिए चुनावी अभियान का नेतृत्व किया। हालांकि कांग्रेस को अपेक्षित सफलता नहीं मिली, लेकिन उनकी रणनीतियों और अभियान शैली ने ध्यान आकर्षित किया।
2021 पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव
प्रशांत किशोर की कंपनी I-PAC ने तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) और ममता बनर्जी के लिए चुनावी रणनीति तैयार की। उनकी रणनीतियों ने टीएमसी को बड़ी जीत दिलाई, जिससे वे राष्ट्रीय राजनीति में एक महत्वपूर्ण चुनावी रणनीतिकार के रूप में उभरे।
राजनीतिक विचार और दृष्टिकोण
प्रशांत किशोर ने चुनावी अभियानों में डेटा एनालिटिक्स, जमीनी स्तर की रणनीतियाँ और सामाजिक मीडिया के उपयोग को प्राथमिकता दी है। वे मानते हैं कि चुनावों में जीत प्राप्त करने के लिए मतदाताओं की मनोवृत्ति को समझना और उस पर काम करना महत्वपूर्ण है।
आई-पैक (I-PAC)
प्रशांत किशोर ने भारतीय राजनीतिक कार्य समूह (I-PAC) की स्थापना की, जो विभिन्न राजनीतिक दलों के लिए चुनावी रणनीति और परामर्श सेवाएं प्रदान करता है। आई-पैक ने विभिन्न राज्यों और राष्ट्रीय स्तर पर सफल चुनावी अभियानों को अंजाम दिया है।
व्यक्तिगत जीवन
प्रशांत किशोर अपने निजी जीवन को काफी गोपनीय रखते हैं। वे सार्वजनिक रूप से बहुत कम बोलते हैं और अपना ध्यान मुख्यतः अपने पेशेवर कार्यों पर केंद्रित रखते हैं।
विरासत
प्रशांत किशोर ने भारतीय चुनावी राजनीति में एक नया आयाम जोड़ा है। उनके नवाचारी दृष्टिकोण और रणनीतिक कौशल ने उन्हें आधुनिक भारत के सबसे प्रभावशाली चुनावी रणनीतिकारों में से एक बना दिया है। उनके द्वारा चलाई गई सफल चुनावी अभियानों ने उन्हें भारतीय राजनीति में एक महत्वपूर्ण हस्ती के रूप में स्थापित किया है।