डॉ. सुब्रह्मण्यम जयशंकर (जन्म: 9 जनवरी 1955) एक भारतीय राजनयिक और राजनीतिज्ञ हैं, जो वर्तमान में भारत के विदेश मंत्री के रूप में कार्यरत हैं। वे 30 मई 2019 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार में कैबिनेट मंत्री बने। डॉ. जयशंकर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सदस्य हैं और राज्यसभा से संसद सदस्य हैं।
डॉ. जयशंकर को अंतरराष्ट्रीय राजनीति, कूटनीति और विदेश नीति में गहन अनुभव है। अपने करियर के दौरान, उन्होंने कई महत्वपूर्ण पदों पर कार्य किया है और भारत के विदेश संबंधों को मजबूत करने में अहम भूमिका निभाई है।
प्रारंभिक जीवन और शिक्षा
एस जयशंकर का जन्म नई दिल्ली, भारत में हुआ। उनके पिता, के. सुब्रह्मण्यम, एक प्रसिद्ध रणनीतिकार और रक्षा मामलों के विशेषज्ञ थे। जयशंकर ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा दिल्ली में प्राप्त की और बाद में सेंट स्टीफेंस कॉलेज, दिल्ली विश्वविद्यालय से राजनीति विज्ञान में स्नातक किया।
उन्होंने जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) से एमए और एमफिल की डिग्री हासिल की और अंतरराष्ट्रीय संबंधों में पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। उनकी पीएचडी का विषय सिविल न्यूक्लियर एनर्जी और भारत-अमेरिका संबंध था।
राजनयिक करियर
डॉ. जयशंकर 1977 में भारतीय विदेश सेवा (आईएफएस) में शामिल हुए। अपने 40 साल के राजनयिक करियर में, उन्होंने विभिन्न देशों में भारत का प्रतिनिधित्व किया और कई महत्वपूर्ण भूमिकाएँ निभाईं।
प्रमुख पद
राजदूत के रूप में कार्यकाल:
- संयुक्त राज्य अमेरिका (2013-2015)
- चीन (2009-2013)
- चेक गणराज्य (2000-2004)
अन्य पद:
- विदेश मंत्रालय में संयुक्त सचिव (अमेरिका)
- प्रधानमंत्री के विशेष सलाहकार
- विदेश सचिव (2015-2018)
विदेश मंत्री के रूप में योगदान
डॉ. जयशंकर ने 2019 में विदेश मंत्री के रूप में पदभार ग्रहण किया। उनके कार्यकाल में भारत ने वैश्विक मंच पर अपनी स्थिति मजबूत की है। उन्होंने निम्नलिखित क्षेत्रों में विशेष योगदान दिया:
1.भारत-अमेरिका संबंध:
उनके नेतृत्व में, भारत और अमेरिका के बीच रणनीतिक साझेदारी को नई ऊंचाइयों पर ले जाया गया।
2.चीन और पाकिस्तान के साथ संबंध:
लद्दाख में सीमा विवाद और पुलवामा हमले के बाद भारत की कूटनीति को उन्होंने मजबूती से संभाला।
3.वैश्विक मंच पर भारत:
उन्होंने संयुक्त राष्ट्र में भारत के दृष्टिकोण को सशक्त रूप से प्रस्तुत किया और क्वाड जैसे समूहों में भारत की भूमिका को बढ़ावा दिया।
4.वैक्सीन मैत्री:
COVID-19 महामारी के दौरान, भारत द्वारा वैश्विक स्तर पर वैक्सीन वितरण की पहल को जयशंकर ने प्रभावी रूप से संचालित किया।
पुरस्कार और सम्मान
- 2019 में, उन्हें पद्म श्री से सम्मानित किया गया।
- उन्हें अंतरराष्ट्रीय मंचों पर कई बार सराहा गया है, विशेष रूप से भारत-अमेरिका परमाणु समझौते को आगे बढ़ाने में उनकी भूमिका के लिए।
व्यक्तिगत जीवन
डॉ. जयशंकर की पत्नी का नाम क्योको जयशंकर है, जो जापानी मूल की हैं। उनके तीन बच्चे हैं। जयशंकर को किताबें पढ़ने, अंतरराष्ट्रीय राजनीति पर शोध करने, और इतिहास में विशेष रुचि है।
पुस्तक
डॉ. जयशंकर ने 2020 में अपनी पहली पुस्तक "द इंडिया वे: स्ट्रैटेजिज़ फॉर अ अनसर्टेन वर्ल्ड" प्रकाशित की। यह पुस्तक भारत की विदेश नीति और वैश्विक दृष्टिकोण पर आधारित है।