राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ) SDRF

राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ) SDRF भारत के विभिन्न राज्यों द्वारा गठित एक विशेष बल है, जो प्राकृतिक या मानव-निर्मित आपदाओं के दौरान राहत, बचाव और पुनर्वास कार्यों में सहायता प्रदान करता है। यह बल राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) के समकक्ष राज्य स्तर पर काम करता है और राज्यों की विशिष्ट आवश्यकताओं के अनुसार तैनात किया जाता है। इसका मुख्य उद्देश्य आपदाओं के दौरान त्वरित प्रतिक्रिया देना और लोगों की जान-माल की सुरक्षा सुनिश्चित करना है।


राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ) SDRF


गठन और उद्देश्य

एसडीआरएफ का गठन राज्यों द्वारा आपदा प्रबंधन अधिनियम, 2005 के तहत किया गया है। यह बल राज्य सरकारों के अंतर्गत कार्य करता है और राज्य पुलिस या अर्धसैनिक बलों के विशेष प्रशिक्षित कर्मियों से मिलकर बना होता है। इसका प्रमुख उद्देश्य प्राकृतिक आपदाओं जैसे बाढ़, भूकंप, चक्रवात, भूस्खलन आदि के समय राहत और बचाव कार्यों में सहायता करना है। इसके अलावा, यह मानव-निर्मित आपदाओं जैसे औद्योगिक दुर्घटनाओं, अग्निकांडों, भवन ध्वस्त होने, और अन्य संकटों में भी त्वरित सहायता प्रदान करता है।


कार्यक्षेत्र और ज़िम्मेदारियाँ

एसडीआरएफ का कार्यक्षेत्र राज्य के भीतर होता है, लेकिन आवश्यकता पड़ने पर इसे पड़ोसी राज्यों में भी तैनात किया जा सकता है। इसके मुख्य कार्यों में निम्नलिखित शामिल हैं:

  • राहत और बचाव कार्य: आपदाग्रस्त क्षेत्रों में फंसे लोगों को निकालना, प्राथमिक चिकित्सा प्रदान करना और सुरक्षा सुनिश्चित करना।
  • पुनर्वास कार्य: आपदाओं के बाद प्रभावित क्षेत्रों में राहत सामग्री का वितरण और पुनर्वास कार्यों में सहयोग।
  • प्रशिक्षण और जागरूकता: नागरिकों और स्थानीय अधिकारियों को आपदा प्रबंधन के लिए प्रशिक्षित करना और जागरूकता फैलाना।
  • समन्वय: राज्य की अन्य आपदा प्रबंधन एजेंसियों और राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) के साथ समन्वय स्थापित कर आपदा प्रबंधन को प्रभावी बनाना।


प्रशिक्षण और क्षमता निर्माण

एसडीआरएफ के कर्मियों को विशेष रूप से आपदा प्रबंधन के क्षेत्र में प्रशिक्षित किया जाता है। उन्हें उन्नत तकनीकों और उपकरणों का उपयोग करने के लिए प्रशिक्षित किया जाता है, जिससे वे कठिन परिस्थितियों में भी त्वरित और प्रभावी ढंग से काम कर सकें। यह प्रशिक्षण नियमित रूप से अद्यतन किया जाता है ताकि कर्मियों की क्षमता आपदाओं से निपटने के लिए मजबूत बनी रहे।


उपकरण और प्रौद्योगिकी

एसडीआरएफ आधुनिक उपकरणों और प्रौद्योगिकी से सुसज्जित होता है। इसमें बचाव कार्यों के लिए नावें, रोप, हाइड्रोलिक कटर, ड्रोन, सर्च लाइट्स, कम्युनिकेशन सिस्टम और अन्य अत्याधुनिक उपकरण शामिल होते हैं। इसके अलावा, बल के पास बाढ़ या भूस्खलन जैसी आपदाओं में त्वरित बचाव कार्यों के लिए विशेष उपकरण होते हैं।


महत्वपूर्ण घटनाएँ और एसडीआरएफ की भूमिका

विभिन्न राज्यों में एसडीआरएफ ने समय-समय पर अपनी भूमिका प्रभावी ढंग से निभाई है। उत्तराखंड, केरल, असम, बिहार, और महाराष्ट्र जैसे राज्यों में बाढ़, भूस्खलन और भूकंप जैसी आपदाओं के दौरान एसडीआरएफ ने महत्वपूर्ण राहत और बचाव कार्य किए हैं। इसके अलावा, कोविड-19 महामारी के दौरान एसडीआरएफ ने सार्वजनिक स्थानों पर स्वच्छता और जागरूकता फैलाने के कार्यों में भी भाग लिया था।