संयुक्त राष्ट्र महासभा (United Nations General Assembly)

संयुक्त राष्ट्र महासभा (संरा महासभा) संयुक्त राष्ट्र (United Nations) का एक प्रमुख अंग है, जिसे विश्वभर के सदस्य देशों का प्रतिनिधित्व करने और विभिन्न वैश्विक मुद्दों पर चर्चा करने के लिए स्थापित किया गया है। महासभा की स्थापना 1945 में संयुक्त राष्ट्र चार्टर के तहत हुई थी और इसका मुख्य उद्देश्य अंतरराष्ट्रीय शांति और सुरक्षा को बनाए रखना, मानवाधिकारों को बढ़ावा देना, और सतत विकास को बढ़ावा देना है।


संयुक्त राष्ट्र महासभा (United Nations General Assembly)


संरचना और कार्य

संयुक्त राष्ट्र महासभा में संयुक्त राष्ट्र के सभी सदस्य देशों का प्रतिनिधित्व होता है। वर्तमान में महासभा में 193 सदस्य देश शामिल हैं, और प्रत्येक देश को एक समान मताधिकार प्राप्त होता है, अर्थात हर सदस्य राष्ट्र के पास एक वोट होता है। महासभा का प्रत्येक वार्षिक सत्र न्यूयॉर्क स्थित संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में आयोजित किया जाता है, और इसमें सदस्य देश अंतरराष्ट्रीय राजनीति, शांति और सुरक्षा, विकास, पर्यावरण, मानवाधिकार और अन्य वैश्विक मुद्दों पर चर्चा करते हैं।


महासभा का कार्य मुख्य रूप से सुझाव और सिफारिशें देना होता है, क्योंकि इसके प्रस्ताव बाध्यकारी नहीं होते। हालांकि, कुछ महत्वपूर्ण मुद्दों पर यह सिफारिशें करता है, जो अंतरराष्ट्रीय समुदाय द्वारा व्यापक रूप से स्वीकार की जाती हैं। महासभा में विभिन्न समितियों और संगठनों के माध्यम से भी काम किया जाता है, जैसे प्रथम समिति (निरस्त्रीकरण और अंतर्राष्ट्रीय सुरक्षा), द्वितीय समिति (आर्थिक और वित्तीय), तृतीय समिति (सामाजिक, मानवतावादी और सांस्कृतिक), आदि।


अधिकार और दायित्व

संयुक्त राष्ट्र महासभा के प्रमुख कार्यों में शांति और सुरक्षा, अंतर्राष्ट्रीय कानून का पालन, मानवाधिकारों की रक्षा, और सतत विकास के लक्ष्यों को प्राप्त करना शामिल है। महासभा संयुक्त राष्ट्र के बजट को स्वीकृति देती है, महासचिव का चुनाव करती है, और सुरक्षा परिषद के अस्थायी सदस्यों का चयन करती है। इसके अतिरिक्त, यह अंतर्राष्ट्रीय न्यायालय के न्यायाधीशों के चुनाव में भी हिस्सा लेती है।


महासभा विभिन्न वैश्विक संधियों और समझौतों पर चर्चा करती है, और सदस्य देशों के बीच मतभेदों को सुलझाने का प्रयास करती है। यह विश्व समुदाय के समक्ष अंतर्राष्ट्रीय समस्याओं को उजागर करने और उनका समाधान खोजने के लिए एक महत्वपूर्ण मंच के रूप में कार्य करती है।


सत्र

संयुक्त राष्ट्र महासभा का वार्षिक सत्र सितंबर के तीसरे मंगलवार से शुरू होता है और अगले वर्ष सितंबर तक चलता है। इस सत्र में विश्वभर के नेता और राजनयिक शामिल होते हैं और वैश्विक मुद्दों पर अपने विचार व्यक्त करते हैं। महासभा का पहला सत्र 10 जनवरी 1946 को लंदन में आयोजित किया गया था। महासभा के नियमित सत्र के अलावा, विशेष सत्र और आपातकालीन विशेष सत्र भी बुलाए जा सकते हैं।


अध्यक्ष

संयुक्त राष्ट्र महासभा का नेतृत्व एक अध्यक्ष करता है, जिसका चुनाव प्रत्येक सत्र के लिए महासभा द्वारा किया जाता है। महासभा के अध्यक्ष का कार्यकाल एक वर्ष का होता है, और इस पद पर सदस्य देशों से चुने गए राजनयिक होते हैं। अध्यक्ष का प्रमुख कार्य महासभा के सत्रों का संचालन करना और उनके सुचारु रूप से संपन्न होने को सुनिश्चित करना होता है।


महासभा और वैश्विक शांति

संयुक्त राष्ट्र महासभा का उद्देश्य वैश्विक शांति और सुरक्षा को बनाए रखना है। यह विभिन्न देशों के बीच संवाद और कूटनीति के माध्यम से समस्याओं का समाधान करने की दिशा में काम करता है। महासभा ने ऐतिहासिक रूप से कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर काम किया है, जैसे कि उपनिवेशवाद का अंत, जातिवाद के खिलाफ संघर्ष, और परमाणु हथियारों के प्रसार को रोकना। महासभा के माध्यम से संयुक्त राष्ट्र ने कई महत्वपूर्ण संधियों और घोषणाओं को पारित किया है, जिनमें मानवाधिकारों की सार्वभौमिक घोषणा (Universal Declaration of Human Rights) सबसे प्रमुख है।