ये कहानी उन दो
सहेलियों की है,
जिनकी प्रेम कहानी
काफी उतार चढ़ाव
भरी रही. लेकिन
अपनी मंजिल तक
आखिरकार पहुंच ही गई.
इस दौरान इन्होंने
न केवल दुनिया
वालों बल्कि अपनों से भी लड़ाई लड़ी. इनमें
से एक का नाम जैमी और दूसरी का नाम शाबा है. कहानी की शुरुआत तब होती जब जैमी 17 साल
की थीं. उन्होंने एक हैलोवीन पार्टी में अपनी सबसे अच्छी दोस्त शाबा को बताया कि वो
उन्हें दोस्त से बढ़कर चाहती हैं. जैमी को डर था कहीं शाबा से दोस्ती न टूट जाए
तो उन्होंने साफतौर पर तो कुछ नहीं कहा, बस हिंट देती गईं.
मेट्रो यूके की
रिपोर्ट के अनुसार,
अगले दिन दोनों
कॉलेज में मिलीं
और एक दूजे
को आंखों में
आंखे डालकर देखने
लगीं. अब शाबा
ने जैमी को
बता दिया कि
वो भी उनके
प्रति वैसा ही
महसूस करती हैं,
जैसा कि वो
करती हैं. बाद
में दोनों ने
डेटिंग शुरू करने
का फैसला लिया.
अब सबसे बड़ा
डर ये था
कि जब परिवार
को इस बारे
में पता चलेगा
तो क्या होगा.
अब भी जैमी
समझ नहीं पाईं
थीं कि वो
एक लड़की को
क्यों पसंद कर
रही हैं. फिर उन्हें
एक दिन टेलीविजन
देखते वक्त ट्रांसजेंडर
शब्द के बारे
में पता चला.
बस इसी दिन
उनकी जिंदगी बदल
गई. अब वो
समझ गईं कि
और ज्यादा असहज
होकर नहीं रहना पड़ेगा.
शाबा से कैसे जैमी ने पूछा?
जैमी ने सब कुछ अपने परिवार और दोस्तों को बता दिया. जब वो शाबा को इस बारे में बता रही थीं, तो पहला सवाल यही था कि क्या LGBT के बारे में जानती हो. तब शाबा ने कहा कि वो जानती है. फिर जैमी ने पूछा कि उसमें T का मतलब क्या है. इस पर शाबा ने कहा कि वो नहीं जानती. जैमी ने उन्हें इस बारे में सब कुछ बताया. शाबा ने उन्हें स्वीकार किया और समझा भी. इसके बाद जैमी के सारे डर खत्म हो गए. अब जैमी को अपने शरीर में बदलाव करवाने थे. उनका कहना है कि वो लड़की के शरीर में फंसी हुई थीं.
जैमी ने अपना
जेंडर बदलवाने का
फैसला लिया. इस
पूरी यात्रा में
हर कदम पर
शाबा उनके साथ
रहीं. हालांकि इस
दौरान शाबा का
अपने परिवार के
साथ रिश्ता खराब
होन लगा था. जैमी ने एक दिन शाबा की मां
को नए साल की बधाई दी. इसके बाद धीरे धीरे परिवार भी इनके रिश्ते को समझने लगा और स्वीकार
कर लिया. शाबा की मां ने ही बीते साल दोनों की शादी की पूरी तैयारी की. जैमी और शाबा
अब पति पत्नी हैं और परिवार बढ़ाने का सोच रहे हैं. जैमी ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट
पर अपनी इस यात्रा के बारे में बताया भी है.
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