Israel-Hamas war updates:अनुच्छेद 40 एलेफ का पहली बार उपयोग 1973 में योम किप्पुर युद्ध के दौरान किया गया था, जिसे अक्टूबर युद्ध या रमज़ान युद्ध के रूप में भी जाना जाता है, जो लगभग 19 दिनों तक चला था.
![]() |
संयुक्त राष्ट्र चार्टर में आर्टिकल 40 का मतलब क्या है |
इजरायल राजनीतिक-सुरक्षा कैबिनेट ने रविवार 8 अक्टूबर को वर्ष 1973 के बाद पहली बार आधिकारिक तौर पर युद्ध की घोषणा करने के लिए आर्टिकल 40 अलेफ को लागू किया. यह कदम 7 अक्टूबर (शनिवार) को हमास द्वारा दक्षिणी इजरायल में घुसपैठ करने, लड़ाके भेजने और 5,000 रॉकेट दागने और कब्जे में लेने के बाद आया है. प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने हमले के बाद ही युद्ध की घोषणा की. इस हमले में 650 से ज्यादा इजरायली लोगों की मौत हुई और 2000 से अधिक लोग घायल हुए.
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर इजरायल के प्रधानमंत्री के ऑफिस ने युद्ध की घोषणा की. उन्होंने बताया कि पिछली रात, सुरक्षा कैबिनेट ने युद्ध की स्थिति को मंजूरी दे दी और इसके लिए, मूल कानून के आर्टिकल 40 के अनुसार महत्वपूर्ण सैन्य कदम उठाए जाएंगे. इसमें कहा गया है कि गाजा पट्टी से एक आतंकवादी हमले में इजरायल पर थोपा गया. यह युद्ध शनिवार, 7 अक्टूबर 2023 की सुबह 06:00 बजे शुरू हुआ.
आर्टिकल 40 क्या है?
संयुक्त राष्ट्र चार्टर का आर्टिकल 40 उन उपायों से संबंधित है जो संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद शांति के लिए खतरा होने, शांति भंग होने या आक्रामकता का कार्य होने पर उठा सकता है. आर्टिकल 40 एलेफ का पहली बार उपयोग 1973 में योम किप्पुर युद्ध के दौरान किया गया था, जिसे अक्टूबर युद्ध या रमज़ान युद्ध के रूप में भी जाना जाता है, जो लगभग 19 दिनों तक चला था. इसकी शुरुआत 6 अक्टूबर, 1973 को हुई और 25 अक्टूबर, 1973 को युद्धविराम के साथ समाप्त हुआ.एलेफ, हिब्रू लिपि का पहला अक्षर है, जो ब्रह्मांड की उत्पत्ति का प्रतीक है.
योम किप्पुर युद्ध क्या है?
योम किप्पुर युद्ध एक संघर्ष था जो इजरायल, मिस्र और सीरिया के नेतृत्व वाले अरब राज्यों के गठबंधन के बीच हुआ था. इसकी शुरुआत यहूदी धर्म के सबसे पवित्र दिन योम किप्पुर से हुई, जो 1973 में इस्लामी पवित्र महीने रमजान के 10वें दिन के साथ मेल खाता था. योम किप्पुर के दौरान इजरायल को चुनौती देने में मिस्र और सीरिया का सैन्य जमावड़ा और आत्मविश्वास, यह मानते हुए कि एक आश्चर्यजनक हमले से उन्हें फायदा मिलेगा, कम पड़ गया. दोनों पक्षों के बीच अधिकांश संघर्ष सिनाई प्रायद्वीप और गोलान हाइट्स में हुआ, दोनों पर 1967 में इज़राइल ने कब्ज़ा कर लिया था.
योम किप्पुर युद्ध का कारण क्या था?
मुख्य कारणों में से एक लंबे समय से चला आ रहा अरब-इजरायल संघर्ष और फिलिस्तीनी क्षेत्रों का अनसुलझा मुद्दा था. 1967 के छह-दिवसीय युद्ध में इजरायल की जीत से मिस्र और सीरिया सहित अरब राज्य हाशिए पर और अपमानित महसूस कर रहे थे. इससे खोए हुए क्षेत्र को पुनः प्राप्त करने और अरब गौरव को बहाल करने की इच्छा पैदा हुई. संयुक्त राष्ट्र के समर्थन से इजरायल और मिस्र तथा इजरायल और सीरिया के बीच युद्धविराम के साथ युद्ध समाप्त हुआ।. इससे नए सिरे से कूटनीतिक बातचीत शुरू हुई, जिसके परिणामस्वरूप अंततः 1979 में इजरायल और मिस्र और 1994 में इजराइल और जॉर्डन के बीच शांति संधियां हुईं.
إرسال تعليق