TRAI ने मोबाइल ऑपरेटर को कॉलर आईडी सिस्टम को लागू करने के निर्देश दिए हैं। इससे अनजान और प्रमोशनल कॉल करने वालों की समस्या से छुटकारा मिलेगा। इस अधिसूचना के जारी होने के 6 महीने के बाद कॉलिंग नेम प्रेजेंटेशन सर्विस को लागू करना अनिवार्य होगा। ऐसा नहीं करने पर नियमों का उल्लंघन माना जाएगा।

हाइलाइट्स

  • फोन पर दिखेगा नाम
  • आएगी 140 नंबर सीरीज
  • मिलेगा 6 माह का वक्त

टेलीकॉम रेगुलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया यानी TRAI की ओर से एक प्रस्ताव पास किया गया है, जिसमें सभी मोबाइल ऑपरेटर जैसे जियो, एयरटेल, वोडाफोन-आइडिया और बीएसएनएल को निर्देश दिया है कि वो कॉलर आईडी सिस्टम को लागू करें। सवाल उठता है कि कॉलर आईडी सर्विस क्या हैं? तो बता दें कि फोन में हर दिन अनजान और प्रमोशनल कॉल आती है, जो मोबाइल यूजर्स के लिए बड़ी समस्या बनी हुई थी, जिसे दूर करने के लिए ट्राई ने कॉलर आईडी डिस्प्ले सर्विस शुरू करने की सिफारिश की है। इस सर्विस में जब आपके फोन पर कोई कॉल आएगी, तो कॉल करने वाले का नाम डिस्प्ले होगा, फिर चाहे कॉल करने वाले का नंबर आपके मोबाइल में सेव हो या नहीं। इस सर्विस से फ्रॉड और अनजान कॉल करने वालों की समस्या से छुटकारा मिल जाएगा।

मिलेगा 6 माह का वक्त

ट्राई ने कॉलिंग नेम प्रेजेंटेशन (CNAP) सर्विस को रोलाउट करने का निर्देश दिया है। साथ ही कहा कि सरकार इस मामले में एक नियम लेकर आने वाली है, जिसमें सभी डिवाइस को बेचने से पहले उसमें CNAP सर्विस लागू करना होगा। जैसे ही कॉलिंग नेम प्रेजेंटेशन की अधिसूचना का सूचना जारी की जाएगी, उस दिन के बाद 6 माह का वक्त दिया जाएगा।

कॉल करने वाले की मिलेगी हिस्ट्री

इस सर्विस में कॉल करने वाले व्यक्ति के केंद्रीय ग्राहक डेटाबेस से जानकारी हासिल की जाएगी। ट्राई ने इस मुद्दे पर 2022 में सलाह मशविरा शुरू किया था कि आखिर CNAP सर्विस को कैसे शुरू किया जाए। इससे पहले दूरसंचार मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा था कि जिसके पास कॉल आ रही है, उसे मालूम होना चाहिए कि कॉल कौन कर रहा है? यह सर्विस नॉर्मल वॉयस कॉल, व्हाट्सएप कॉल, फेसटाइम या कोई अन्य ओटीटी कॉल पर लागू होगी।

जारी होगी एक नई नंबर सीरीज

ट्राई की सिफारिशों में टेलीमार्केटिंग और प्रमोशनल कॉल करने वालों के लिए अगर मोबाइल नंबर सीरीज जारी की जाएगी, जिसकी शुरुआत 140 से होगी। साथ ही कॉलिंग आईडी भी डिस्प्ले होगी। इससे ऐसी कॉल को पहचाना जा सकेगा। ट्राई ने कहा कि कारोबारियों को डिस्प्ले आईडी नेम को चुनने की आजादी दी जाएगी, जो एक ट्रेडमार्क या भारत सरकार के साथ पंजीकृत एक यूनीक नाम होगा।

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