NASA के मुताबिक, एक बड़ा एस्टेरॉयड (क्षुद्रग्रह) कुछ समय पहले ही पृथ्वी के पास से गुजरा है. उसकी रफ्तार 36 हजार किलोमीटर प्रति घंटा थी. NASA के सैटेलाइट ट्रैकिंग डेटा के मुताबिक, तीन-तीन एस्टेरॉयड बड़ी तेजी से आगे बढ़ रहे हैं. गुरुवार को जो एस्टेरॉयड (ES5) गुजरा, वह धरती से महज 7 लाख किलोमीटर दूर था. तुलना के लिए, हमारा चांद करीब चार लाख किलोमीटर दूर है. सेंटर फॉर नियर-अर्थ ऑब्जेक्ट स्टडीज (CNEOS) के अनुसार, ES5 एस्टेरॉयड 24 से 53 मीटर चौड़ा था. NASA के अनुसार, EA3 और E04 नाम के एस्टेरॉयड्स का साइज और स्पीड ES5 से भी ज्यादा है. एक की स्पीड 36,000 किलोमीटर प्रति घंटे से ज्यादा है तो दूसरा 54,0000/KM से भी ऊपर की स्पीड से आ रहा है. राहत की बात यह है कि दोनों ही एस्टेरॉयड ES5 के मुकाबले धरती से कहीं ज्यादा दूर रहेंगे. NASA उन एस्टेरॉयड को 'खतरनाक' मानता है जो धरती से 74 लाख किलोमीटर के दायरे में गुजरते हैं.
पृथ्वी के कितने पास से गुजरेंगे ये एस्टेरॉयड?
NASA के मुताबिक EA3 और EO4, दोनों ही एस्टेरॉयड से पृथ्वी को खतरा नहीं हैं. 35 से 79 मीटर चौड़े EA3 एस्टेरॉयड की स्पीड 35,000 किलोमीटर से भी ज्यादा हैं. वैज्ञानिकों के अनुसार, यह धरती से करीब 31 लाख किलोमीटर दूर से गुजरेगा. वहीं, EO4 एस्टेरॉयड 30 से 66 मीटर चौड़ा हो सकता है. उसकी स्पीड 54 हजार किलोमीटर प्रति घंटा से भी ज्यादा है. वह धरती से करीब 50 लाख किलोमीटर दूर से गुजर जाएगा.
कौन से एस्टेरॉयड होते हैं ज्यादा खतरनाक?
कुछ एस्टेरॉयड इतने बड़े होते हैं कि पृथ्वी से टकराएं तो तबाही ला सकते हैं. हालांकि, ये तीनों काफी छोटे हैं और इनके धरती से टकराने की संभावना नहीं है. NASA उन एस्टेरॉयड्स को 'खतरनाक' बताता है जो धरती से 74 लाख किलोमीटर से भी कम दूर से गुजरने वाले होते हैं और जिनका साइज 140 मीटर से बड़ा होता है. इन्हें 'नियर-अर्थ एस्टेरॉयड्स' कहते हैं. साइंटिस्ट लगातार एस्टेरॉयड्स को ट्रैक करते रहते हैं ताकि सीधी टक्कर की आशंका हो तो उनका रास्ता बदला जा सके. 2022 में नासा ने डबल एस्टेरॉयड रीडायरेक्शन टेस्ट (DART) मिशन में यही किया था. तब नासा स्पेसक्राफ्ट जान-बूझकर Dimorphos नाम के एस्टेरॉयड पर क्रैश हुआ था. उससे एस्टेरॉयड ने न सिर्फ अपना रास्ता बदल लिया, बल्कि उसका साइज भी बदल गया था.
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