सारांश: वर्ल्ड एथलेटिक्स कॉन्टिनेंटल टूर मीट में भारतीय खिलाड़ियों ने बेहतरीन प्रदर्शन किया। तेजस शिरसे ने 110 मीटर बाधा दौड़ में नया राष्ट्रीय रिकॉर्ड स्थापित किया, जबकि ज्योति याराजी ने शानदार प्रदर्शन के बावजूद पेरिस ओलंपिक क्वालीफिकेशन से चूक गईं।


तेजस शिरसे ने 110 मीटर हर्डल रेस में बनाया नया राष्ट्रीय रिकॉर्ड, ज्योति याराजी पेरिस ओलंपिक के लिए फिर चूकीं


तेजस शिरसे का नया राष्ट्रीय रिकॉर्ड और ज्योति याराजी की क्वालीफिकेशन चुनौती


फिनलैंड के ज्यवास्किला में चल रहे वर्ल्ड एथलेटिक्स कॉन्टिनेंटल टूर मीट में भारतीय एथलीटों ने अपने प्रदर्शन से देश का मान बढ़ाया है। पुरुष वर्ग में 110 मीटर हर्डल रेस में भारत के तेजस शिरसे ने एक नया राष्ट्रीय रिकॉर्ड बनाया है। उन्होंने 13.41 सेकेंड में दौड़ पूरी कर 2017 में सिद्धांत थिंगालय के 13.48 सेकेंड के रिकॉर्ड को तोड़ दिया है।


वहीं, महिलाओं की 100 मीटर बाधा दौड़ में ज्योति याराजी ने शानदार प्रदर्शन किया और अपने ही राष्ट्रीय रिकॉर्ड की बराबरी की, लेकिन पेरिस ओलंपिक क्वालीफिकेशन में चूक गईं। ज्योति ने 12.78 सेकेंड में रेस पूरी की, जो कि ओलंपिक क्वालीफिकेशन के लिए पर्याप्त नहीं था।


तेजस शिरसे: भारतीय हर्डलिंग का नया सितारा


तेजस शिरसे ने 110 मीटर हर्डल रेस में 13.41 सेकेंड में दौड़ पूरी कर एक नया राष्ट्रीय रिकॉर्ड बनाया है। यह समय उन्हें भारत का सबसे तेज 110 मीटर हर्डल धावक बनाता है। शिरसे ने पिछले साल कई राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में गोल्ड मेडल जीता था, जिसमें फेडरेशन कप, राष्ट्रीय अंतर-राज्य चैंपियनशिप और नेशनल ओपन शामिल हैं। इस साल शिरसे ने फेडरेशन कप में हिस्सा नहीं लिया था क्योंकि वह विदेश में प्रशिक्षण और प्रतियोगिता में व्यस्त थे।


शिरसे के इस प्रदर्शन से भारतीय एथलेटिक्स में एक नई ऊर्जा का संचार हुआ है। हालांकि, पेरिस ओलंपिक में क्वालीफाई करने के लिए उन्हें 13.27 सेकेंड का समय प्राप्त करना होगा। शिरसे का यह प्रदर्शन उनके भविष्य के लिए एक महत्वपूर्ण संकेत है और उम्मीद है कि वह आगे के टूर्नामेंट्स में और बेहतर प्रदर्शन करेंगे।


ज्योति याराजी: निरंतर प्रयास और ओलंपिक की चुनौती


ज्योति याराजी ने भी फिनलैंड में चल रही प्रतियोगिता में अपने प्रदर्शन से सबका ध्यान खींचा। महिलाओं की 100 मीटर बाधा दौड़ में उन्होंने 12.78 सेकेंड का समय निकालकर स्वर्ण पदक जीता और अपने ही राष्ट्रीय रिकॉर्ड की बराबरी की। पिछले साल चीन के चेंगदू में वर्ल्ड यूनिवर्सिटी गेम्स में भी उन्होंने यही समय निकाला था।


हालांकि, ज्योति का यह समय पेरिस ओलंपिक क्वालीफिकेशन के लिए पर्याप्त नहीं था। ओलंपिक के लिए क्वालीफाई करने का मानक समय 12.77 सेकेंड है, जिससे वह मात्र एक सेकेंड के हिस्से से चूक गईं। ज्योति ने अपने प्रदर्शन से यह साबित किया है कि वह विश्व स्तर पर प्रतिस्पर्धा करने में सक्षम हैं और अगले ओलंपिक के लिए उनकी उम्मीदें अभी भी जिंदा हैं।


भारतीय एथलेटिक्स का उज्जवल भविष्य


तेजस शिरसे और ज्योति याराजी के शानदार प्रदर्शन से यह स्पष्ट है कि भारतीय एथलेटिक्स का भविष्य उज्जवल है। दोनों खिलाड़ियों ने न केवल अपने प्रदर्शन से राष्ट्रीय स्तर पर बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी भारत का मान बढ़ाया है।


तेजस शिरसे का नया राष्ट्रीय रिकॉर्ड और ज्योति याराजी का लगातार बेहतर प्रदर्शन यह संकेत देते हैं कि भारतीय एथलीट वैश्विक मंच पर प्रतिस्पर्धा करने के लिए तैयार हैं। हालांकि, पेरिस ओलंपिक के लिए क्वालीफाई करना एक बड़ी चुनौती है, लेकिन इन खिलाड़ियों के प्रयास और मेहनत से उम्मीदें बनी हुई हैं।

Post a Comment

أحدث أقدم