सारांश: राजस्थान, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र और उत्तर प्रदेश में तापमान 48 डिग्री के पार पहुंच गया है। बिहार में भी हालात गंभीर हैं, लेकिन यहां के स्कूल अभी भी खुले हुए हैं, जिसके चलते छात्र बेहोश हो रहे हैं। बेगूसराय की घटना के बाद शिक्षा विभाग की निष्क्रियता पर सवाल उठ रहे हैं।
भीषण गर्मी में भी खुले हैं बिहार के स्कूल:
बिहार समेत देश के आधे से ज्यादा राज्यों में गर्मी का कहर जारी है। राजस्थान, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र और उत्तर प्रदेश में तापमान 48 डिग्री को पार कर चुका है। बिहार में भी हालात बहुत बुरे हैं, जहां पारा 42 डिग्री को पार कर गया है। इतनी भीषण गर्मी के बावजूद बिहार में स्कूल खुले हुए हैं, जिससे छात्रों की तबीयत बिगड़ रही है। बेगूसराय में एक शर्मनाक घटना सामने आई है, जहां कई छात्राएं बेहोश हो गईं।
बेगूसराय की घटना:
बेगूसराय जिले के मटिहानी थाना क्षेत्र के मटिहानी मध्य विद्यालय में भीषण गर्मी के चलते 12 से अधिक छात्राएं बेहोश होकर जमीन पर गिर पड़ीं। इस घटना के बाद उन्हें तत्काल अस्पताल में भर्ती कराया गया। इसके बावजूद शिक्षा विभाग ने स्कूल बंद करने का आदेश नहीं दिया है।
शिक्षा विभाग की निष्क्रियता:
बेगूसराय की घटना के बाद भी शिक्षा विभाग ने कोई ठोस कदम नहीं उठाया है। शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक ने अब तक स्कूल बंद करने का आदेश नहीं दिया है, जिससे अभिभावकों में नाराजगी बढ़ रही है।
अभिभावकों की चिंता:
बच्चों के माता-पिता का कहना है कि तापमान 42 से 45 डिग्री के बीच है और घर में रहते हुए भी बीमार हो रहे हैं। उन्होंने कई बार स्कूल जाकर शिकायत की, लेकिन प्रिंसिपल ने कहा कि ऊपर से आदेश आने पर ही स्कूल बंद किया जाएगा। अब जब मामला मीडिया में आया है, तो उम्मीद है कि शिक्षा विभाग कार्रवाई करेगा।
तापमान और स्वास्थ्य के खतरे:
भीषण गर्मी के बीच बच्चों का स्कूल जाना न केवल उनके स्वास्थ्य के लिए खतरा है, बल्कि यह
ग की लापरवाही को भी उजागर करता है। उच्च तापमान के कारण छात्रों के बेहोश होने की घटनाएं बढ़ रही हैं, जिससे उनकी जान पर भी बन सकती है।
गर्मी से निपटने के उपाय:
शिक्षा विभाग को इस गंभीर समस्या का समाधान निकालना चाहिए। भीषण गर्मी के दौरान स्कूलों को बंद करना एक उचित कदम होगा, ताकि बच्चों की सेहत सुरक्षित रहे। इसके अलावा, स्कूलों में पर्याप्त पानी, छायादार जगह और कूलिंग सुविधाएं भी सुनिश्चित की जानी चाहिए।
सरकार की जिम्मेदारी:
सरकार की जिम्मेदारी है कि वह बच्चों की सुरक्षा को प्राथमिकता दे। इस तरह की घटनाओं से बचने के लिए तत्काल प्रभाव से स्कूलों को बंद करने का आदेश देना चाहिए। साथ ही, शिक्षा विभाग को गर्मी से निपटने के लिए दीर्घकालिक उपायों पर भी काम करना चाहिए।
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