सारांश: दिल्ली-एनसीआर के निवासियों को एक नई सौगात मिलने जा रही है। फरीदाबाद-जेवर एक्सप्रेस वे के निर्माण से बल्लभगढ़ से जेवर एयरपोर्ट की दूरी 2 घंटे से घटकर सिर्फ 15 मिनट रह जाएगी। यह 2,414 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाला 6 लेन का एक्सप्रेस वे है, जो जून 2025 तक पूरा होने की उम्मीद है।


फरीदाबाद-जेवर एक्सप्रेस वे: दूरी घटेगी, कनेक्टिविटी बढ़ेगी


दिल्ली-एनसीआर के लिए नई कनेक्टिविटी

दिल्ली-एनसीआर के लोगों को बेहतर कनेक्टिविटी प्रदान करने के उद्देश्य से नए एक्सप्रेस वे और हाईवे का निर्माण किया जा रहा है। इनमे से एक महत्वपूर्ण परियोजना फरीदाबाद-जेवर एक्सप्रेस वे है। यह एक्सप्रेस वे बल्लभगढ़ से जेवर एयरपोर्ट तक की दूरी को मौजूदा 2 घंटे से घटाकर सिर्फ 15 मिनट कर देगा। नोएडा में बन रहे जेवर एयरपोर्ट के साथ इस एक्सप्रेस वे के जुड़ने से दिल्ली एयरपोर्ट के विकल्प के रूप में एक नई सुविधा उपलब्ध होगी।


परियोजना का विवरण

नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (NHAI) के अनुसार, इस परियोजना की कुल लागत 2,414.67 करोड़ रुपये है। यह 6 लेन का एक्सप्रेस वे होगा, जिससे 90 किलोमीटर की दूरी घटकर 31 किलोमीटर रह जाएगी। इस परियोजना की शुरुआत जून 2023 में हुई थी और इसे जून 2025 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। फरीदाबाद में सेक्टर 65 के पास दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे पर लिंक रोड जंक्शन से शुरू होने वाला यह एक्सप्रेस वे सीधा जेवर एयरपोर्ट को जोड़ेगा। एक्सप्रेस वे का 22 किलोमीटर हिस्सा हरियाणा में और 9 किलोमीटर हिस्सा उत्तर प्रदेश में होगा।


अन्य एक्सप्रेस वे से कनेक्टिविटी

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, यह एक्सप्रेस वे कई प्रमुख हाईवे और एक्सप्रेस वे से जुड़ा होगा। इनमें दिल्ली-मुंबई हाईवे, यमुना एक्सप्रेस वे, कुंडली गाजियाबाद पलवल (ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेस वे) और कुंडली, मानेसर, पलवल (वेस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेस वे) शामिल हैं। इस कनेक्टिविटी से दिल्ली-एनसीआर के विभिन्न हिस्सों में यात्रा करना और भी आसान हो जाएगा।


रियल एस्टेट और इंडस्ट्रियल विकास

इस परियोजना के पूरे हो जाने के बाद फरीदाबाद और जेवर के बीच के इलाके में रियल एस्टेट की कीमतों में बढ़ोतरी होने की संभावना है। विशेषज्ञों का मानना है कि इस एक्सप्रेस वे के माध्यम से गुजरने वाले गांवों और अन्य क्षेत्रों की जमीन की कीमतों में लगभग 40% की बढ़ोतरी हो सकती है। इसके अलावा, इस क्षेत्र में कमर्शियल और इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट में भी वृद्धि हो सकती है। नई कनेक्टिविटी और बेहतर इंफ्रास्ट्रक्चर से निवेशकों और व्यवसायियों को इस क्षेत्र में निवेश करने के लिए प्रोत्साहन मिलेगा।


सामाजिक और आर्थिक प्रभाव

फरीदाबाद-जेवर एक्सप्रेस वे के निर्माण से क्षेत्र के आर्थिक और सामाजिक विकास पर सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा। नई कनेक्टिविटी से व्यापार और उद्योगों को बढ़ावा मिलेगा, जिससे रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे। साथ ही, इससे स्थानीय निवासियों की जीवन गुणवत्ता में सुधार होगा क्योंकि उन्हें बेहतर परिवहन सुविधाएं उपलब्ध होंगी।


पर्यावरणीय प्रभाव और सतत विकास

पर्यावरणीय दृष्टिकोण से भी इस परियोजना को महत्वपूर्ण माना जा रहा है। एक्सप्रेस वे के निर्माण में आधुनिक तकनीकों और सतत विकास के मानकों का पालन किया जा रहा है। इससे न केवल यातायात की भीड़ कम होगी, बल्कि प्रदूषण स्तर में भी कमी आएगी। पर्यावरणीय संतुलन बनाए रखने के लिए पेड़-पौधों के संरक्षण और नवीकरणीय ऊर्जा के उपयोग पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है।


भविष्य की योजनाएं और विस्तार

फरीदाबाद-जेवर एक्सप्रेस वे के निर्माण के बाद, भविष्य में और भी एक्सप्रेस वे और हाईवे परियोजनाओं की योजना बनाई जा रही है। इससे दिल्ली-एनसीआर में कनेक्टिविटी के और बेहतर होने की उम्मीद है। नई परियोजनाओं के माध्यम से शहर और ग्रामीण क्षेत्रों के बीच की दूरी कम होगी और लोगों की यात्रा में सुविधा बढ़ेगी।

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