सारांश: भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने चक्रवात 'रेमल' को लेकर गंभीर चेतावनी जारी की है। अगले कुछ घंटों में यह भीषण चक्रवाती तूफान में बदल सकता है और आज रात पश्चिम बंगाल और बांग्लादेश के तटों से टकरा सकता है। प्रशासन ने इससे निपटने के लिए कंट्रोल रूम स्थापित कर दिया है और लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है।

Cyclone Remal Live: गंभीर चक्रवाती तूफान में बदलने की चेतावनी, आज की रात सबसे खतरनाक

कंट्रोल रूम स्थापित:
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने रविवार को सोशल मीडिया पर अपडेट देते हुए कहा कि चक्रवात रेमल अगले 6 घंटों में एक गंभीर चक्रवाती तूफान में बदल जाएगा। सुंदरबन में चक्रवात की निगरानी के लिए कंट्रोल रूम स्थापित कर दिया गया है।

तटों से टकराने की संभावना:
IMD ने बताया कि चक्रवात 'रेमल' रविवार रात को पश्चिम बंगाल के सागर द्वीप और बांग्लादेश के खेपुपारा के बीच टकरा सकता है। यह प्री-मॉनसून सीज़न का पहला चक्रवात है जो बंगाल की खाड़ी में बना है। रविवार सुबह 8 बजे तक यह चक्रवात उत्तरी बंगाल की खाड़ी के ऊपर गंभीर चक्रवाती तूफान में बदल चुका था।

तेज हवाओं और भारी बारिश की चेतावनी:
मौसम विभाग के अनुसार, चक्रवात 'रेमल' 26 मई की आधी रात के आसपास बांग्लादेश और पश्चिम बंगाल के तटों से गुजरते हुए गंभीर चक्रवाती तूफान के रूप में बदल जाएगा। इसके साथ ही, कोलकाता, हावड़ा, नादिया और पूर्व मेदिनीपुर जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है, जिसमें 80 से 100 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चलने और भारी बारिश की चेतावनी दी गई है।

त्रिपुरा और अन्य पूर्वोत्तर राज्यों में प्रभाव:
22 मई को बंगाल की खाड़ी में कम दबाव की प्रणाली का पता चला था, जो अब मध्य बंगाल की खाड़ी में महत्वपूर्ण अवसाद में बदल चुका है। पश्चिम बंगाल के अलावा, त्रिपुरा, असम, नागालैंड और मणिपुर में भी तेज हवाएं और बारिश हो सकती है। त्रिपुरा के क्षेत्रीय मौसम विज्ञान केंद्र ने भी 26 मई से प्रतिकूल मौसम की स्थिति के प्रति चेतावनी दी है।

कोलकाता हवाई अड्डा बंद:
एयर इंडिया ने एक पोस्ट में बताया कि चक्रवाती तूफान की स्थिति को देखते हुए कोलकाता हवाईअड्डा 26 मई को दोपहर 12 बजे से 27 मई को सुबह 9 बजे तक बंद रहेगा। इस अवधि के दौरान कोलकाता से आने/जाने वाली एयर इंडिया की उड़ानें प्रभावित हो सकती हैं। एयरलाइन ने यात्रियों से अनुरोध किया है कि वे आगे की अपडेट के लिए एयर इंडिया की वेबसाइट देखें।

तैयारियां और एहतियाती कदम:
प्रशासन ने सभी संबंधित एजेंसियों को सतर्क कर दिया है और संभावित क्षेत्रों में राहत और बचाव दल तैनात कर दिए गए हैं। मछुआरों को समुद्र में न जाने की सलाह दी गई है और तटीय इलाकों के निवासियों को सुरक्षित स्थानों पर शरण लेने के निर्देश दिए गए हैं।

निगरानी और राहत कार्य:
चक्रवात 'रेमल' की स्थिति की निगरानी के लिए निरंतर अपडेट जारी किए जा रहे हैं और प्रभावित क्षेत्रों में राहत कार्य तेजी से जारी है। प्रशासन ने लोगों से घबराने की बजाय सावधानी बरतने और प्रशासन के निर्देशों का पालन करने की अपील की है।

आवश्यक सावधानियां:
लोगों को सलाह दी गई है कि वे घर में सुरक्षित रहें और जरूरत पड़ने पर ही बाहर निकलें। बिजली के उपकरणों का उपयोग सावधानीपूर्वक करें और पेड़ों, बिजली के खंभों और खुले स्थानों से दूर रहें।

निष्कर्ष:
चक्रवात 'रेमल' के गंभीर चक्रवाती तूफान में बदलने और तटीय क्षेत्रों से टकराने की संभावना को देखते हुए प्रशासन ने व्यापक तैयारियां की हैं। लोगों को सतर्क रहने और प्रशासन के निर्देशों का पालन करने की सलाह दी गई है ताकि किसी भी अप्रिय स्थिति से निपटा जा सके।

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