सारांश: कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने कहा है कि 2024 के लोकसभा चुनावों में जीत के बाद I.N.D.I.A. गठबंधन 48 घंटे के भीतर प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार चुन लेगा। उन्होंने बताया कि जिस पार्टी को सबसे अधिक सीटें मिलेंगी, वही सरकार बनाने की प्रमुख दावेदार होगी। रमेश ने यह भी कहा कि I.N.D.I.A. ब्लॉक को स्पष्ट और निर्णायक बहुमत मिलेगा।
कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने एक महत्वपूर्ण बयान दिया है, जिसमें उन्होंने कहा है कि 2024 के लोकसभा चुनावों में जीत के बाद I.N.D.I.A. गठबंधन 48 घंटे के अंदर प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार तय करेगा। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि जिस पार्टी को सबसे ज्यादा सीटें मिलेंगी, वही सरकार बनाने की स्वाभाविक दावेदार होगी। न्यूज एजेंसी PTI को दिए गए इंटरव्यू में रमेश ने विश्वास व्यक्त किया कि I.N.D.I.A. ब्लॉक लोकसभा में बहुमत के लिए जरूरी 272 के आंकड़े से कहीं ज्यादा सीटें हासिल करेगा।
रमेश ने यह भी संकेत दिया कि अगर I.N.D.I.A. की सरकार बनती है, तो NDA की कुछ सहयोगी पार्टियां भी गठबंधन में शामिल हो सकती हैं। हालांकि, इस पर अंतिम निर्णय कांग्रेस हाईकमान द्वारा लिया जाएगा। उन्होंने कहा, "हमने देखा है कि नीतीश कुमार और एन चंद्रबाबू नायडू जैसे नेता एनडीए में रहते हुए भी हमारे साथ आ सकते हैं। नीतीश कुमार पलटी मारने में माहिर हैं, और नायडू 2019 में कांग्रेस के साथ गठबंधन में थे।"
रमेश ने कहा कि I.N.D.I.A. और एनडीए के बीच मुख्य अंतर दो 'I' का है - इंसानियत और ईमानदारी। उन्होंने कहा, "जिन दलों में ईमानदारी और इंसानियत है, लेकिन वे अभी एनडीए में हैं, वे हमारे साथ आ सकते हैं। जनता से जनादेश मिलने के बाद बनने वाली सरकार तानाशाही नहीं होगी, बल्कि जनता की सरकार होगी।"
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बारे में बात करते हुए रमेश ने कहा कि मोदी विवेकानंद रॉक मेमोरियल जा रहे हैं और दो दिनों तक ध्यान करेंगे। उन्होंने व्यंग्यात्मक रूप से कहा कि मोदी अपने रिटायरमेंट के बाद के जीवन पर ध्यान केंद्रित करेंगे। रमेश ने याद दिलाया कि राहुल गांधी ने भी भारत जोड़ो यात्रा की शुरुआत विवेकानंद स्मारक से ही की थी।
चुनाव प्रचार के आखिरी दिन रमेश ने विश्वास व्यक्त किया कि I.N.D.I.A. गठबंधन को स्पष्ट और निर्णायक बहुमत मिलेगा। उन्होंने कहा, "मैं संख्या में नहीं जाना चाहता, लेकिन मैं बस इतना कह रहा हूं कि हमें स्पष्ट और निर्णायक बहुमत मिलेगा। जब मैं स्पष्ट और निर्णायक कहता हूं, तो मेरा मतलब 272 सीटों से बहुत ज्यादा है।"
रमेश ने 2004 के चुनावों का जिक्र करते हुए कहा कि जैसे कांग्रेस ने भाजपा के 'इंडिया शाइनिंग' अभियान के बावजूद 2004 में गठबंधन सरकार बनाई थी, वैसे ही 2024 में भी कांग्रेस वही इतिहास दोहराएगी।
राज्यों के बारे में बात करते हुए रमेश ने दावा किया कि कांग्रेस राजस्थान, कर्नाटक, तेलंगाना और महाराष्ट्र में बढ़त हासिल करेगी। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश और असम में मौजूदा स्थिति में सुधार होगा। उत्तर प्रदेश में भी कांग्रेस बढ़त बनाएगी, जबकि भाजपा 2019 की 62 सीटों से बेहतर नहीं कर पाएगी। उन्होंने यह भी कहा कि भाजपा बिहार में 39 सीटें और पश्चिम बंगाल में 18 सीटों से ज्यादा नहीं जीत सकती है।
रमेश के इन बयानों ने राजनीतिक गलियारों में हलचल मचा दी है। यह देखना दिलचस्प होगा कि 2024 के लोकसभा चुनावों में कौन सी पार्टी कितनी सीटें जीत पाती है और कौन प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार बनता है।
إرسال تعليق