सारांश: श्रीलंका ने भारतीय यात्रियों को एक बड़ी राहत दी है। अब भारतीय पासपोर्ट धारकों को श्रीलंका जाने के लिए वीजा की आवश्यकता नहीं होगी। यह वीजा-फ्री यात्रा सुविधा 35 देशों के निवासियों के लिए लागू की गई है, जिसमें भारत, अमेरिका, ब्रिटेन और अन्य देश शामिल हैं। यह सुविधा 1 अक्टूबर से शुरू होगी और अगले 6 महीनों तक जारी रहेगी।


भारतीयों के लिए श्रीलंका यात्रा हुई आसान: अब बिना वीजा के भी कर सकेंगे यात्रा


श्रीलंका की ओर से भारतीय यात्रियों के लिए एक बेहतरीन खबर आई है। अब भारतीय पासपोर्ट धारकों को श्रीलंका की यात्रा के लिए वीजा की जरूरत नहीं पड़ेगी। श्रीलंका ने 35 देशों के लिए वीजा-फ्री यात्रा की घोषणा की है, जिसमें भारत के साथ-साथ अमेरिका, ब्रिटेन और अन्य प्रमुख देशों का नाम शामिल है। यह नई नीति 1 अक्टूबर से लागू होगी और इसका लाभ अगले 6 महीनों तक उठाया जा सकेगा।


पर्यटन को बढ़ावा देने की कोशिश

श्रीलंका की अर्थव्यवस्था में पर्यटन एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। इसी को ध्यान में रखते हुए, श्रीलंका सरकार ने यह निर्णय लिया है। देश में लाखों की संख्या में विदेशी पर्यटक आते हैं, और यह नीति उनके लिए यात्रा को और भी आसान बनाएगी। भारतीय पर्यटकों की संख्या में इजाफा होने की उम्मीद जताई जा रही है, जो श्रीलंका की पर्यटन आय को बढ़ावा देगा।


नीति में शामिल देश

श्रीलंका के इस वीजा-फ्री एक्सेस नीति के अंतर्गत 35 देशों को शामिल किया गया है। इन देशों में भारत के अलावा अमेरिका, ब्रिटेन, चीन, जर्मनी, नीदरलैंड, बेल्जियम, स्पेन, ऑस्ट्रेलिया, डेनमार्क, पोलैंड, कजाखस्तान, सऊदी अरब, यूएई, नेपाल, इंडोनेशिया, रूस और थाईलैंड जैसे प्रमुख देश शामिल हैं। इसके अलावा, मलेशिया, जापान, फ्रांस, कनाडा, इटली, स्विट्जरलैंड, इजरायल, बेलारूस, ईरान, स्वीडन, दक्षिण कोरिया, कतर, ओमान, बहरीन और न्यूजीलैंड के यात्रियों को भी इस सुविधा का लाभ मिलेगा।


भारतीय यात्रियों को नहीं लगेगा वीजा शुल्क

इससे पहले, श्रीलंका में वीजा-ऑन-अराइवल की फीस बढ़ाए जाने से विवाद पैदा हो गया था। हालांकि, भारतीय, चीनी, जापानी, रूसी, मलेशियाई, थाई और इंडोनेशियाई यात्रियों को बिना किसी शुल्क के टूरिस्ट वीजा मिलता रहा है। नई नीति के अंतर्गत भारतीय यात्रियों को वीजा के लिए किसी भी प्रकार का शुल्क नहीं देना पड़ेगा, जिससे उनकी यात्रा और भी आसान हो जाएगी।


श्रीलंका की अर्थव्यवस्था पर प्रभाव

श्रीलंका की सरकार इस नीति के जरिए देश में विदेशी मुद्रा को आकर्षित करने का प्रयास कर रही है। यह नीति विशेष रूप से उन देशों के लिए लागू की गई है, जिनसे श्रीलंका को बड़े पैमाने पर पर्यटन आय मिलती है। श्रीलंका के पर्यटन मंत्री हारिन फर्नांडो ने कहा कि इस नीति से न केवल विदेशी पर्यटकों की संख्या में वृद्धि होगी, बल्कि देश की अर्थव्यवस्था को भी मजबूती मिलेगी।


पर्यटकों के लिए नई सुविधाएं

श्रीलंका में आने वाले पर्यटकों के लिए नई सुविधाओं का भी इंतजाम किया गया है। सरकार ने यह सुनिश्चित किया है कि वीजा-फ्री यात्रा के दौरान यात्रियों को किसी भी प्रकार की समस्या का सामना न करना पड़े। इसके अलावा, देश में सुरक्षा और यात्रा सुविधा को और भी बेहतर बनाने के लिए कदम उठाए जा रहे हैं।


भविष्य की योजना

श्रीलंका सरकार भविष्य में भी इस तरह की नीतियों पर विचार कर रही है, जो विदेशी यात्रियों को आकर्षित करें। यदि यह वीजा-फ्री यात्रा नीति सफल रही, तो इसे और भी लंबी अवधि के लिए लागू किया जा सकता है। इसके साथ ही, अन्य देशों के साथ भी वीजा-मुक्त यात्रा की दिशा में कदम उठाए जा सकते हैं।

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