संक्षेप : स्वतंत्रता दिवस के मौके पर आतंकी हमले की आशंका के चलते खुफिया एजेंसियों ने अलर्ट जारी किया है। सूत्रों के अनुसार, आतंकी मानव बम का उपयोग कर वीवीआईपी और भीड़भाड़ वाले इलाकों को निशाना बना सकते हैं। जम्मू-कश्मीर में हालिया घटनाओं के बाद सुरक्षा उपाय कड़े किए गए हैं।
जैसे ही स्वतंत्रता दिवस करीब आता है, पूरे देश में सुरक्षा के इंतजामों को बढ़ा दिया जाता है। हर साल 15 अगस्त को देशभर में स्वतंत्रता दिवस मनाने की तैयारियां जोरों पर होती हैं। लेकिन इस बार खुफिया एजेंसियों ने एक गंभीर चेतावनी जारी की है। सूत्रों के अनुसार, आतंकी देश में दहशत फैलाने के इरादे से स्वतंत्रता दिवस के मौके पर मानव बम के रूप में हमला कर सकते हैं।
आतंकी हमले का खतरा:
खुफिया सूत्रों ने यह जानकारी दी है कि पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई, लश्कर-ए-तैयबा, टीआरएफ, और जैश-ए-मोहम्मद जैसे आतंकी संगठनों की मदद कर रही है। इन संगठनों को भारत में आतंकी हमलों के लिए उकसाया जा रहा है। खासकर कठुआ, डोडा, उधमपुर, पुंछ और राजौरी जैसे क्षेत्रों में हाल ही में हुए हमलों के बाद अतिरिक्त सतर्कता बरतने की सलाह दी गई है।
संभावित लक्ष्यों पर नजर:
सूत्रों के मुताबिक, आतंकियों के संभावित लक्ष्यों में भीड़भाड़ वाले इलाके और दिल्ली जैसे प्रमुख शहर शामिल हैं। दिल्ली, जो हमेशा से आतंकी संगठनों के निशाने पर रही है, इस बार भी उनके मुख्य लक्ष्यों में शामिल है। आतंकी संगठनों के पास ऐसे संकेत हैं कि वे वीवीआईपी लोगों और महत्वपूर्ण स्थानों को निशाना बना सकते हैं।
खुफिया इनपुट्स के अनुसार, आतंकी संगठनों के पास मानव बम का उपयोग करके हमले करने की योजना है। स्वतंत्रता दिवस के मौके पर जब प्रधानमंत्री और अन्य वीवीआईपी खुले में होते हैं, तब ये हमले हो सकते हैं। पाकिस्तान ड्रोन के माध्यम से जम्मू और पुंछ में हथियार भेज रहा है, जो इन हमलों के लिए इस्तेमाल किए जा सकते हैं। आतंकी अंडरवर्ल्ड के क्राइम सिंडिकेट का भी सहारा ले रहे हैं, ताकि वे अपने आतंकवादी गतिविधियों के लिए धन और हथियार जुटा सकें।
दिल्ली में विशेष सुरक्षा प्रबंध:
स्वतंत्रता दिवस के मौके पर दिल्ली में विशेष सुरक्षा प्रबंध किए गए हैं। एयरपोर्ट और दिल्ली की सीमाओं पर सुरक्षा बलों को सतर्क किया गया है। दिल्ली, जो देश की राजधानी है और जहाँ हर साल स्वतंत्रता दिवस का मुख्य आयोजन होता है, को इस समय पूरी तरह से सुरक्षित रखना सुरक्षा एजेंसियों की प्राथमिकता है।
खतरों का सामना:
इस महत्वपूर्ण दिन पर आतंकी संगठनों के साथ-साथ अन्य समूह भी, जिनमें सिख आतंकी ग्रुप्स, उत्तर-पूर्व के उग्रवादी संगठन और ग्लोबल जिहादी ग्रुप्स शामिल हैं, अशांति फैलाने की कोशिश कर सकते हैं। साथ ही, कुछ ऐसे घरेलू तत्व भी हो सकते हैं, जो सरकार के फैसलों से असंतुष्ट हैं और इस मौके का फायदा उठाकर अपनी नाराजगी जताने की कोशिश कर सकते हैं।
निष्कर्ष:
स्वतंत्रता दिवस पर सुरक्षा एजेंसियां पूरी तरह से सतर्क हैं और देशभर में सुरक्षा उपायों को बढ़ा दिया गया है। सरकार और सुरक्षा एजेंसियां इस दिन को शांति और सुरक्षा के साथ मनाने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं। आम नागरिकों को भी सतर्क रहना चाहिए और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत अधिकारियों को देनी चाहिए।
إرسال تعليق