सारांश : महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 2024 के लिए महा विकास अघाड़ी (एमवीए) के बीच सीट बंटवारे पर अंतिम सहमति बन गई है। कांग्रेस सबसे अधिक सीटों पर चुनाव लड़ेगी, जबकि शिवसेना (यूबीटी) और एनसीपी (शरद पवार गुट) को क्रमशः सीटें मिलेंगी। उम्मीदवारों की सूची भी जल्द ही जारी की जाएगी। इस निर्णय के बाद अब एमवीए में सीटों को लेकर और कोई बैठक नहीं होगी।
महाराष्ट्र में आगामी विधानसभा चुनाव 2024 के लिए सभी प्रमुख राजनीतिक दल अपनी-अपनी रणनीतियों को अंतिम रूप देने में लगे हुए हैं। महा विकास अघाड़ी (एमवीए), जिसमें कांग्रेस, एनसीपी (शरद पवार गुट) और शिवसेना (यूबीटी) शामिल हैं, ने मंगलवार को एक महत्वपूर्ण बैठक की। इस बैठक में चार घंटे से अधिक समय तक सीट बंटवारे पर गहन विचार-विमर्श किया गया। आखिरकार, सभी दलों के बीच सहमति बन गई कि कौन कितनी सीटों पर चुनाव लड़ेगा।
आखिरी बैठक में सहमति:
एमवीए की इस बैठक के बाद शिवसेना (यूबीटी) के प्रमुख नेता संजय राउत ने मीडिया को जानकारी दी कि यह सीट बंटवारे को लेकर आखिरी बैठक थी। उन्होंने कहा, "अब और कोई बैठक नहीं होगी। तीनों दलों ने आपसी सहमति से अपने-अपने हिस्से की सीटें तय कर ली हैं।" राउत के इस बयान के बाद यह स्पष्ट हो गया कि अब एमवीए पूरी तरह से चुनावी मैदान में उतरने के लिए तैयार है।
कांग्रेस को सबसे ज्यादा सीटें:
बैठक के बाद जो जानकारी सामने आई, उसके अनुसार, कांग्रेस को महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा सीटें लड़ने का मौका मिलेगा। सूत्रों के अनुसार, कांग्रेस को 103 से 108 सीटों पर चुनाव लड़ने की सहमति बनी है। शिवसेना (यूबीटी) 90 से 95 सीटों पर अपना दावा पेश करेगी, जबकि एनसीपी (शरद पवार गुट) को 80 से 85 सीटें मिलने पर सहमति बनी है। इसके अलावा, समाजवादी पार्टी (सपा) और आम आदमी पार्टी (आप) जैसे छोटे सहयोगी दलों को 10 से कम सीटों में ही समेटा जाएगा। महाराष्ट्र विधानसभा में कुल 288 सीटें हैं, जिनके लिए यह बंटवारा किया गया है।
महायुति के तंज:
वहीं, दूसरी ओर भाजपा, शिवसेना (शिंदे गुट) और एनसीपी (अजीत पवार गुट) के महायुति गठबंधन ने सीट बंटवारे को लेकर एमवीए पर लगातार तंज कसे। महायुति के नेताओं का कहना था कि चुनाव नजदीक आने के बावजूद एमवीए के भीतर सीटों का बंटवारा नहीं हो सका था, जो उनकी कमजोर तैयारी को दर्शाता है। हालांकि, महायुति ने पहले ही अपने बीच सीटों का बंटवारा कर लिया था और उम्मीदवारों की सूची भी जारी कर दी थी। इस गठबंधन में सबसे ज्यादा सीटों पर भाजपा चुनाव लड़ रही है।
चुनाव की तैयारी:
महाराष्ट्र में 20 नवंबर 2024 को विधानसभा चुनाव के लिए मतदान होगा, जबकि 23 नवंबर को मतगणना की जाएगी। जैसे-जैसे चुनाव की तारीख करीब आ रही है, सभी दल अपनी-अपनी तैयारियों को अंतिम रूप दे रहे हैं। एमवीए और महायुति के बीच यह चुनाव एक बड़े शक्ति परीक्षण के रूप में देखा जा रहा है। दोनों ही गठबंधन पूरी कोशिश में हैं कि वह जनता के बीच अपनी छवि मजबूत करें और ज्यादा से ज्यादा सीटें जीत सकें।
सियासी समीकरणों पर नजर:
इस बार का चुनाव महाराष्ट्र की सियासत के लिए बेहद महत्वपूर्ण माना जा रहा है। पिछले चुनाव के बाद हुए राजनीतिक फेरबदल ने राज्य की राजनीति को नई दिशा दी थी। शिवसेना के बंटवारे के बाद पहली बार उद्धव ठाकरे की शिवसेना (यूबीटी) और एकनाथ शिंदे की शिवसेना आमने-सामने होंगे। वहीं, एनसीपी भी दो गुटों में बंट चुकी है – एक शरद पवार का गुट और दूसरा अजीत पवार का। ऐसे में यह देखना दिलचस्प होगा कि इन नए राजनीतिक समीकरणों का राज्य की राजनीति पर क्या प्रभाव पड़ता है।
निष्कर्ष:
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 2024 के लिए महा विकास अघाड़ी (एमवीए) ने अपने बीच सीट बंटवारे को लेकर अंतिम सहमति बना ली है। कांग्रेस सबसे ज्यादा सीटों पर चुनाव लड़ेगी, जबकि शिवसेना (यूबीटी) और एनसीपी (शरद पवार) को भी उनकी हिस्सेदारी मिल चुकी है। चुनावी तैयारियां अब अंतिम चरण में हैं, और सभी राजनीतिक दल अपने-अपने उम्मीदवारों के साथ मैदान में उतरने को तैयार हैं। यह चुनाव महाराष्ट्र की राजनीति में महत्वपूर्ण बदलाव ला सकता है, और सत्ता के समीकरणों को नए सिरे से परिभाषित कर सकता है।
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