सारांश : वैश्विक बाजार में कमजोर संकेतों और पश्चिम एशिया में बढ़ते तनाव के चलते भारतीय शेयर बाजार में भारी गिरावट देखने को मिली। सेंसेक्स 400 अंक टूट गया और निफ्टी 25,100 के नीचे चला गया। रिलायंस इंडस्ट्रीज, बैंकिंग और वित्तीय शेयरों में सबसे अधिक नुकसान हुआ। वहीं, कुछ आईटी कंपनियों ने हल्की बढ़त दर्ज की। विदेशी निवेशकों की बिकवाली भी जारी रही, जिससे निवेशक सतर्क नजर आ रहे हैं।

Stock Market में भारी गिरावट: Sensex 400 अंक टूटा, Nifty 25,100 के नीचे


पश्चिम एशिया में तनाव के बीच शेयर बाजार में भारी गिरावट


भारतीय शेयर बाजार ने शुक्रवार की सुबह एक और गिरावट दर्ज की, जो लगातार पांचवें दिन वैश्विक स्तर पर कमजोर संकेतों और पश्चिम एशिया में बढ़ते तनाव के कारण थी। सेंसेक्स 400 अंक गिरकर 82,086 पर और निफ्टी 25,100 अंक से नीचे कारोबार करता नजर आया।


रिलायंस इंडस्ट्रीज, आईसीआईसीआई बैंक, बजाज फाइनेंस, एचडीएफसी बैंक, एलएंडटी और एशियन पेंट्स जैसे दिग्गज शेयरों में भारी गिरावट आई, जिसके चलते प्रमुख इंडेक्स नीचे खिसक गए। वहीं, टीसीएस, एचसीएल टेक, इंडसइंड बैंक, टाटा मोटर्स और टेक महिंद्रा ने हल्की बढ़त दर्ज की, जिससे कुछ हद तक नुकसान की भरपाई हो सकी।


पश्चिम एशिया का तनाव और निवेशकों की सतर्कता


पश्चिम एशिया में तनाव बढ़ने की संभावना से निवेशकों में चिंता की लहर दौड़ गई है। इस तनाव का कारण ईरान द्वारा इस्राइल पर बैलिस्टिक मिसाइल से हमला बताया जा रहा है, जिसने दोनों देशों के बीच तनाव को एक नए स्तर पर पहुंचा दिया है। इसका असर वैश्विक बाजारों पर भी देखने को मिल रहा है। कच्चे तेल की कीमतों में तेज वृद्धि होने की संभावना बढ़ गई है, जो वैश्विक स्तर पर निवेशकों की चिंता का बड़ा कारण बन गई है।


कच्चे तेल की कीमतों में तेजी ने निवेशकों को असमंजस में डाल दिया है। नई खरीदारी करने से बचते हुए निवेशक पहले से किए गए निवेश को बेच रहे हैं, जिससे बाजार में भारी गिरावट दर्ज हो रही है। विदेशी निवेशकों की बिकवाली लगातार जारी है, जिससे घरेलू इक्विटी शेयर भी प्रभावित हो रहे हैं।


कच्चे तेल की कीमतों में वृद्धि का असर


कच्चे तेल की कीमतों में एक साल से भी अधिक समय में सबसे तेज साप्ताहिक बढ़त दर्ज की गई है, जिसके कारण एशियाई बाजारों में गिरावट देखने को मिली। इस गिरावट का प्रभाव भारतीय बाजार पर भी पड़ा। कच्चे तेल की कीमतों में बढ़ोतरी के कारण उत्पादन लागत में वृद्धि का अंदेशा है, जिससे निवेशक नई योजनाओं में निवेश करने से हिचकिचा रहे हैं।


विभिन्न सेक्टर्स में गिरावट का असर


अगर सेक्टरों की बात करें तो, निफ्टी रियल्टी में 3.5% तक की भारी गिरावट दर्ज की गई। फोनिक्स मिल्स, लोढ़ा, प्रेस्टीज और डीएलएफ जैसे रियल्टी सेक्टर के प्रमुख शेयरों में शुरुआती कारोबार के दौरान कमजोरी देखने को मिली।


इसके अलावा, निफ्टी ऑटो, मेटल, मीडिया, पीएसयू बैंक, कंज्यूमर ड्यूरेबल्स और ऑयल एंड गैस सेक्टर भी एक से दो प्रतिशत की गिरावट के साथ खुले। डीमार्ट के शेयरों में भी 4.4% की गिरावट आई, जो ब्रोकरेज फर्म्स द्वारा कंपनी के वित्तीय वर्ष 2025 की दूसरी तिमाही के परिणामों पर मिली-जुली प्रतिक्रिया के कारण हुआ।


विदेशी निवेशकों की बिकवाली जारी


विदेशी निवेशकों द्वारा की जा रही बिकवाली ने भी घरेलू शेयर बाजार पर नकारात्मक प्रभाव डाला। विदेशी निवेशक वैश्विक अनिश्चितताओं को देखते हुए अपने निवेश बेच रहे हैं, जिससे बाजार में गिरावट का दौर जारी है। पश्चिम एशिया के तनाव के साथ-साथ वैश्विक अर्थव्यवस्था की अनिश्चितता ने भी निवेशकों को सतर्क कर दिया है।


इस बीच, विशेषज्ञों का मानना है कि बाजार में अस्थिरता का दौर कुछ समय तक और जारी रह सकता है। कच्चे तेल की कीमतों में वृद्धि, विदेशी निवेशकों की बिकवाली और वैश्विक तनाव जैसे कारक बाजार को प्रभावित करते रहेंगे। निवेशकों को सतर्क रहकर निर्णय लेने की सलाह दी जा रही है।


निवेशकों के लिए सलाह


मौजूदा हालात को देखते हुए बाजार विशेषज्ञों ने निवेशकों को सतर्क रहने की सलाह दी है। वैश्विक और घरेलू दोनों स्तर पर अनिश्चितता को ध्यान में रखते हुए निवेशकों को लंबी अवधि के निवेशों पर ध्यान देना चाहिए। कच्चे तेल की कीमतों और वैश्विक तनाव के चलते अस्थिरता के दौर में जल्दबाजी में निर्णय लेने से बचने की आवश्यकता है।


निष्कर्ष


भारतीय शेयर बाजार ने शुक्रवार को फिर एक बार गिरावट दर्ज की, जो मुख्यतः वैश्विक बाजार में कमजोर संकेतों और पश्चिम एशिया में बढ़ते तनाव के कारण थी। सेंसेक्स और निफ्टी दोनों प्रमुख सूचकांक नीचे फिसले, जबकि कुछ आईटी शेयरों ने बाजार को संभालने की कोशिश की। विदेशी निवेशकों की लगातार बिकवाली और कच्चे तेल की कीमतों में बढ़ोतरी ने भी इस गिरावट में योगदान दिया। आने वाले समय में बाजार में स्थिरता आ सकती है, लेकिन निवेशकों को सावधानीपूर्वक निर्णय लेने की आवश्यकता है।

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