सारांश : अमेरिकी आरोपों से आई गिरावट के बाद भारतीय शेयर बाजार ने जोरदार वापसी की है। सेंसेक्स ने 1700 और निफ्टी ने 500 अंकों की छलांग लगाई। अडानी समूह के शेयरों में सुधार देखा गया, जबकि एसबीआई के शेयर ने 4% की बढ़त के साथ सबसे बेहतर प्रदर्शन किया।

Stock Market में जबरदस्त उछाल : Sensex 1700 अंक चढ़ा, Adani Stocks ने फिर पकड़ी रफ्तार


शेयर बाजार में उछाल: आरोपों के बाद लौटी रौनक

भारतीय शेयर बाजार ने गुरुवार को अमेरिकी आरोपों की वजह से आई गिरावट से उबरते हुए शुक्रवार को दमदार प्रदर्शन किया। अडानी ग्रुप पर रिश्वतखोरी और धोखाधड़ी के आरोपों के बाद बाजार में भारी गिरावट आई थी, लेकिन अगले ही दिन प्रमुख सूचकांक तेजी के साथ खुला।


शुक्रवार को सेंसेक्स ने 200 अंकों की बढ़त के साथ 77,349 अंकों पर शुरुआत की, जबकि निफ्टी 23,411 अंकों पर खुला। कारोबार के दौरान सेंसेक्स ने 1700 अंकों की छलांग लगाकर 78,849.29 तक पहुंचा। इसी तरह निफ्टी ने 500 अंकों की बढ़त के साथ 23,897.95 का स्तर छुआ।


अडानी ग्रुप के शेयरों में रिकवरी

अमेरिका में अडानी समूह के खिलाफ रिश्वतखोरी के आरोपों की खबर के बाद गुरुवार को समूह की कंपनियों के शेयर 23% तक गिर गए थे। अडानी ग्रीन और अडानी एनर्जी सॉल्यूशंस ने अपने 52 हफ्तों के निचले स्तर को छू लिया था।


हालांकि, शुक्रवार को दोपहर बाद अडानी समूह के शेयरों में रिकवरी देखने को मिली। शुरुआती गिरावट के बावजूद, शेयर बाजार में सकारात्मक रुख का असर अडानी के स्टॉक्स पर भी पड़ा।


सेंसेक्स और निफ्टी के प्रदर्शन में सुधार

सेंसेक्स के 30 में से 28 शेयरों ने शुक्रवार को बढ़त दर्ज की। एसबीआई के शेयरों में सबसे ज्यादा 4% की वृद्धि हुई और यह 811 रुपये पर बंद हुआ। एक्सिस बैंक और एचडीएफसी बैंक के शेयरों को छोड़कर बाकी सभी हरे निशान में रहे।


सप्ताह के आखिरी कारोबारी दिन बैंक निफ्टी, फाइनेंस निफ्टी और मिडकैप जैसे सेक्टोरल इंडेक्स में भी मजबूती देखी गई। दोपहर तक सेंसेक्स 1688 अंकों की बढ़त के साथ 78,849.29 पर और निफ्टी 341 अंकों की तेजी के साथ 23,691 पर कारोबार कर रहा था।


गुरुवार की गिरावट से शुक्रवार की मजबूती तक का सफर

गुरुवार को बाजार में अडानी ग्रुप के शेयरों की गिरावट के कारण सेंसेक्स 400 अंक से ज्यादा टूट गया था। अमेरिकी सिक्योरिटी एंड एक्सचेंज कमीशन (SEC) द्वारा लगाए गए आरोपों ने निवेशकों में चिंता बढ़ा दी थी।


इन आरोपों के मुताबिक, अडानी समूह पर सोलर एनर्जी कॉन्ट्रैक्ट के लिए भारतीय अधिकारियों को लगभग 2,200 करोड़ रुपये की रिश्वत देने की योजना का आरोप है। हालांकि, शुक्रवार को निवेशकों ने बाजार में फिर से विश्वास जताया और खरीदारी का सिलसिला देखा गया।


क्या है बाजार में तेजी का कारण?

शुक्रवार को बाजार में रिकवरी की मुख्य वजह निवेशकों की सकारात्मक धारणा और भारतीय कंपनियों के मजबूत फंडामेंटल्स रहे। बड़े-बड़े निवेशकों और फंड हाउसेस ने इस गिरावट को खरीदारी के अवसर के रूप में लिया।


एसबीआई के शानदार प्रदर्शन और बैंकिंग सेक्टर की मजबूती ने बाजार को सहारा दिया। इसके अलावा, वैश्विक बाजारों में भी सुधार का असर भारतीय बाजार पर पड़ा।


अडानी विवाद का असर बाजार पर

अडानी समूह के खिलाफ उठे विवाद के बावजूद शुक्रवार को भारतीय बाजार ने स्थिरता दिखाई। शुरुआती गिरावट के बाद अडानी के प्रमुख स्टॉक्स में रिकवरी देखी गई। यह बाजार में दीर्घकालिक निवेशकों के भरोसे को दिखाता है।


हालांकि, इस विवाद से अडानी समूह के भविष्य पर कई सवाल खड़े हो गए हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि इन मामलों की जांच का असर समूह की विकास योजनाओं पर पड़ सकता है।


आगे का रास्ता

शेयर बाजार में शुक्रवार की तेजी ने यह संकेत दिया है कि भारतीय बाजार में लचीलापन है। हालांकि, अडानी समूह पर लगे आरोपों का बाजार पर दीर्घकालिक प्रभाव हो सकता है।


विश्लेषकों का मानना है कि बाजार में उतार-चढ़ाव का सिलसिला बना रहेगा। निवेशकों को सावधानीपूर्वक निर्णय लेने की सलाह दी जाती है, खासकर उन शेयरों में जो विवादों में घिरे हुए हैं।

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