सारांश: अदाणी समूह ने अमेरिकी रिपोर्ट में लगाए गए आरोपों को खारिज करते हुए स्पष्ट किया कि किसी भी अदाणी कंपनी पर अवैध गतिविधि का कोई आरोप नहीं है। ग्रुप के मुख्य वित्तीय अधिकारी जुगेशिंदर सिंह ने कहा कि यह मामला केवल अदाणी ग्रीन एनर्जी के एक कॉन्ट्रैक्ट से जुड़ा है, जो उसके कुल कारोबार का केवल 10% है। समूह ने कहा कि रिपोर्टें बेबुनियाद हैं और कानूनी कार्रवाई के विकल्प तलाशे जा रहे हैं।
अमेरिकी रिपोर्ट और अदाणी समूह का रुख
अदाणी समूह ने अमेरिकी न्याय विभाग और प्रतिभूति एवं विनिमय आयोग की रिपोर्ट का खंडन करते हुए इसे "बेबुनियाद" करार दिया। रिपोर्ट में अदाणी ग्रीन एनर्जी के एक कॉन्ट्रैक्ट से जुड़े आरोप लगाए गए हैं, जिसका समूह के कुल कारोबार में 10% से अधिक योगदान नहीं है।
ग्रुप के मुख्य वित्तीय अधिकारी (
) जुगेशिंदर 'रॉबी' सिंह ने माइक्रो-ब्लॉगिंग वेबसाइट X (पूर्व में ट्विटर) पर एक पोस्ट के जरिए इस मुद्दे पर अपनी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने स्पष्ट किया कि समूह की 11 सार्वजनिक कंपनियों में से किसी पर भी किसी अवैध गतिविधि में शामिल होने का आरोप नहीं है।
CFO का बयान और अदाणी समूह की प्रतिक्रिया
जुगेशिंदर सिंह ने अपने बयान में कहा:
"पिछले दो दिनों में आपने अदाणी समूह से जुड़ी कई खबरें देखी होंगी। ये खबरें केवल अदाणी ग्रीन एनर्जी के एक कॉन्ट्रैक्ट से संबंधित हैं, जो इसके कुल कारोबार का 10% है। इस मामले में और अधिक सटीक जानकारी उचित मंच पर साझा की जाएगी।"
उन्होंने यह भी कहा कि अदाणी समूह की 11 सार्वजनिक कंपनियों में से किसी पर भी कोई कानूनी आरोप नहीं है। उन्होंने रिपोर्ट्स को "अनसंबद्ध तथ्यों को चुनकर बनाई गई खबरें" बताया और कहा कि समूह इस मामले की पूरी समीक्षा के बाद उचित समय पर विस्तृत प्रतिक्रिया देगा।
कानूनी कार्रवाई का इरादा
रिपोर्ट के बाद अदाणी समूह ने अपने बयान में कानूनी कार्रवाई करने की बात कही। उन्होंने कहा:
"ये आरोप निराधार हैं और इन्हें उसी तरह देखा जाना चाहिए। समूह कानूनी रास्ता अपनाने पर विचार कर रहा है।"
अदाणी समूह ने जोर देकर कहा कि उनके निदेशकों के खिलाफ लगाए गए आरोप पूरी तरह से गलत हैं। समूह ने अमेरिकी न्याय विभाग और अमेरिकी प्रतिभूति एवं विनिमय आयोग की रिपोर्ट को खारिज करते हुए कहा कि यह महज आरोप हैं और इनका कोई ठोस आधार नहीं है।
अदाणी ग्रीन एनर्जी और मामला
यह मुद्दा विशेष रूप से अदाणी ग्रीन एनर्जी के एक कॉन्ट्रैक्ट से संबंधित है, जो कंपनी के कुल कारोबार का केवल 10% है। CFO ने कहा कि यह मामला अदाणी ग्रीन एनर्जी की सहायक कंपनियों से जुड़ा है, न कि पूरी समूह की कंपनियों से।
उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि रिपोर्ट्स में कहीं भी अदाणी की सार्वजनिक कंपनियों को आरोपी नहीं बताया गया है।
रिपोर्ट्स का उद्देश्य और मीडिया की भूमिका
CFO ने मीडिया रिपोर्ट्स पर सवाल उठाते हुए कहा कि कई बार तथ्यों को तोड़-मरोड़कर और असंबद्ध जानकारी को जोड़कर खबरें बनाई जाती हैं। उन्होंने कहा कि अदाणी समूह ऐसी सभी रिपोर्ट्स का अध्ययन करेगा और उचित समय पर जवाब देगा।
उन्होंने यह भी कहा कि समूह को दो दिन पहले ही इन आरोपों की विस्तृत जानकारी मिली है और अब उनकी समीक्षा की जा रही है।
अंतरराष्ट्रीय रिपोर्ट्स का प्रभाव
अमेरिकी रिपोर्ट्स ने भारतीय उद्योग जगत में हलचल मचा दी है। अदाणी समूह, जो देश के सबसे बड़े उद्योग समूहों में से एक है, ने अपने रुख को स्पष्ट कर दिया है। यह मामला केवल अदाणी ग्रीन एनर्जी के एक हिस्से तक सीमित है, लेकिन समूह की छवि पर असर डाल सकता है।
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