सारांश : शुक्रवार को घरेलू शेयर बाजारों में उतार-चढ़ाव देखने को मिला। शुरुआती तेजी के बाद सेंसेक्स और निफ्टी में गिरावट आई, लेकिन बाद में दोनों सूचकांक हरे निशान पर लौट आए। वैश्विक बाजारों के मजबूत संकेतों से बाजार को समर्थन मिला।
शेयर बाजार की चाल :
शुक्रवार को घरेलू शेयर बाजारों में तेजी के साथ कारोबार की शुरुआत हुई। बीएसई सेंसेक्स 282.35 अंक की बढ़त के साथ 76,802.73 अंक पर पहुंचा, जबकि एनएसई निफ्टी 86.7 अंक की बढ़त के साथ 23,292.05 अंक पर रहा। हालांकि, थोड़ी देर बाद बाजार में गिरावट आई और शुरुआती बढ़त खो गई। लेकिन जैसे-जैसे दिन बढ़ा, बाजार में फिर से उछाल देखने को मिला और दोनों प्रमुख सूचकांक हरे निशान पर बंद हुए।
किन शेयरों में तेजी और गिरावट :
सेंसेक्स की 30 कंपनियों में से कई कंपनियों के शेयरों में अच्छी बढ़त देखने को मिली। पावर ग्रिड, अल्ट्राटेक सीमेंट, एनटीपीसी, टाटा स्टील, एशियन पेंट्स और एक्सिस बैंक के शेयरों में सबसे अधिक तेजी रही। वहीं, टाटा मोटर्स, सन फार्मा, जोमैटो और कोटक महिंद्रा बैंक के शेयरों में गिरावट दर्ज की गई।
विदेशी निवेशकों का प्रभाव :
गुरुवार को विदेशी संस्थागत निवेशकों (FII) ने शुद्ध रूप से 5,462.52 करोड़ रुपये के शेयर बेचे। इससे बाजार पर दबाव बना, लेकिन घरेलू निवेशकों की खरीदारी से बाजार को मजबूती मिली।
रुपये में हल्की बढ़त :
शुक्रवार को रुपये में भी मजबूती देखी गई। शुरुआती कारोबार में रुपया 18 पैसे की बढ़त के साथ 86.26 प्रति डॉलर पर पहुंच गया। इसके पहले, गुरुवार को रुपया अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 86.44 पर बंद हुआ था।
वैश्विक बाजारों का प्रभाव :
अमेरिकी बाजारों में मजबूती और एशियाई बाजारों में सकारात्मक संकेतों का असर भारतीय शेयर बाजार पर भी पड़ा। वैश्विक स्तर पर आई स्थिरता से भारतीय बाजार को समर्थन मिला और निवेशकों का विश्वास बना रहा।
निष्कर्ष :
हालांकि, बाजार में दिनभर उतार-चढ़ाव देखने को मिला, लेकिन अंततः सेंसेक्स और निफ्टी दोनों हरे निशान पर बंद हुए। विदेशी निवेशकों की बिकवाली के बावजूद घरेलू निवेशकों की सक्रियता से बाजार को मजबूती मिली। आने वाले दिनों में वैश्विक संकेतों और घरेलू निवेश धारणा का बाजार पर प्रभाव बना रहेगा।
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