सारांश: बलूचिस्तान के बोलन जिले में हुए भीषण आतंकवादी हमले में पाकिस्तानी सुरक्षाबलों ने 33 आतंकवादियों को मार गिराया है। यह हमला मशकाफ सुरंग के पास हुआ था, जहां बीएलए के आतंकियों ने जाफर एक्सप्रेस को रोककर यात्रियों को बंधक बना लिया था। इस हमले में अब तक 30 यात्रियों की मौत हो चुकी है, जबकि 190 से अधिक बंधकों को सुरक्षित बचाया गया। इस हमले को लेकर पाकिस्तान सेना ने बयान जारी करते हुए बताया कि सेना, वायु सेना, फ्रंटियर कोर और स्पेशल सर्विसेज ग्रुप की संयुक्त कार्रवाई में सभी आतंकियों का सफाया कर दिया गया है।


बलूचिस्तान ट्रेन हमला: पाक सेना का ऑपरेशन खत्म, 33 आतंकी ढेर, 30 यात्रियों की मौत


कैसे हुआ हमला?


11 मार्च को दोपहर 1 बजे आतंकियों ने बलूचिस्तान के बोलन क्षेत्र में रेलवे ट्रैक को विस्फोटक से उड़ा दिया, जिससे क्वेटा जा रही जाफर एक्सप्रेस को रोक दिया गया। ट्रेन में कुल 440 यात्री सवार थे। इसके बाद भारी संख्या में आतंकवादी ट्रेन में घुस गए और यात्रियों को बंधक बना लिया।


आतंकियों के खिलाफ सेना का ऑपरेशन


हमले की जानकारी मिलते ही पाकिस्तानी सेना ने आतंकियों के खिलाफ ऑपरेशन शुरू किया। सेना के प्रवक्ता लेफ्टिनेंट जनरल शरीफ चौधरी ने बताया कि इस अभियान में सेना, वायु सेना, फ्रंटियर कोर (एफसी) और स्पेशल सर्विसेज ग्रुप (एसएसजी) की टीमें शामिल थीं।


ऑपरेशन के दौरान आतंकियों और सुरक्षाबलों के बीच घंटों तक मुठभेड़ चली। आतंकवादियों ने सैटेलाइट फोन के जरिए अफगानिस्तान में मौजूद अपने आकाओं से संपर्क बनाए रखा था। हालांकि, अंततः पाकिस्तानी सेना ने इलाके को पूरी तरह से क्लियर कर दिया और 33 आतंकियों को मार गिराया।


यात्रियों पर आतंकियों की बर्बरता


सेना प्रवक्ता ने बताया कि ऑपरेशन के दौरान कोई यात्री हताहत नहीं हुआ, लेकिन इससे पहले आतंकियों ने 21 यात्रियों की नृशंस हत्या कर दी थी। इसके अलावा बलूच लिबरेशन आर्मी (बीएलए) ने दावा किया कि उन्होंने 50 अतिरिक्त बंदियों की हत्या की है।


बलूचिस्तान के अधिकारियों ने बताया कि इस हमले में लोकोमोटिव के चालक और आठ सुरक्षा कर्मियों सहित कुल 30 लोगों की मौत हो चुकी है।


बंधकों को बचाने की प्रक्रिया


पीटीवी न्यूज के अनुसार, हमले के तुरंत बाद सुरक्षा बलों ने ऑपरेशन शुरू किया और धीरे-धीरे यात्रियों को बचाने का कार्य किया गया। पहले दिन लगभग 100 यात्रियों को सुरक्षित निकाला गया, और अगले दिन 190 अन्य बंधकों को भी छुड़ा लिया गया।


बीएलए का कबूलनामा


बलूच लिबरेशन आर्मी (बीएलए) ने इस हमले की जिम्मेदारी लेते हुए दावा किया कि उन्होंने बड़ी संख्या में यात्रियों को मार डाला है। बीएलए पाकिस्तान से बलूचिस्तान की स्वतंत्रता की मांग करता रहा है और पिछले कई वर्षों से इस क्षेत्र में हिंसक गतिविधियों को अंजाम दे रहा है।


अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया और सुरक्षा चिंताएँ


इस हमले के बाद अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पाकिस्तान की सुरक्षा स्थिति को लेकर चिंता बढ़ गई है। पाकिस्तानी अधिकारियों का मानना है कि बीएलए को विदेशी समर्थन प्राप्त हो सकता है। इस हमले के दौरान आतंकियों के अफगानिस्तान में बैठे अपने आकाओं से संपर्क में रहने की पुष्टि भी हुई है, जिससे पाकिस्तान- अफगानिस्तान संबंधों पर असर पड़ सकता है।


पाकिस्तान में बढ़ती आतंकवादी घटनाएँ


पाकिस्तान में हाल के वर्षों में आतंकवादी घटनाओं में वृद्धि देखी गई है। बलूचिस्तान में अलगाववादी संगठनों द्वारा लगातार हमले किए जा रहे हैं। पिछले कुछ महीनों में कई सुरक्षा चौकियों और सरकारी प्रतिष्ठानों पर भी हमले हो चुके हैं।

Post a Comment

أحدث أقدم