सारांश : सोमवार को हफ्ते के पहले कारोबारी दिन शेयर बाजार ने मजबूती के साथ शुरुआत की, लेकिन विदेशी निवेशकों की बिकवाली और प्रमुख कंपनियों के शेयरों में गिरावट के चलते बाजार लाल निशान में बंद हुआ। सेंसेक्स और निफ्टी शुरुआती बढ़त को बरकरार नहीं रख सके और दिन के अंत तक गिरावट दर्ज की गई।
शेयर बाजार की हफ्ते की शुरुआत हरे निशान पर, लेकिन बिकवाली के दबाव में लुढ़का बाजार
सोमवार को भारतीय शेयर बाजार ने हफ्ते की शुरुआत तेजी के साथ की, लेकिन दिन चढ़ते ही निवेशकों की मुनाफावसूली और विदेशी संस्थागत निवेशकों (FII) की बिकवाली से बाजार दबाव में आ गया। सेंसेक्स और निफ्टी दोनों ने शुरुआत में अच्छी बढ़त दर्ज की थी, लेकिन जल्द ही यह बढ़त गंवा दी।
शेयर बाजार खुलते ही सेंसेक्स 429.31 अंक की बढ़त के साथ 73,627.41 अंक पर पहुंच गया, जबकि निफ्टी 130 अंक चढ़कर 22,254.70 अंक पर कारोबार कर रहा था। हालांकि, शुरुआती बढ़त ज्यादा देर नहीं टिक सकी और विदेशी निवेशकों की निकासी के कारण बाजार लाल निशान में चला गया। इस दौरान रिलायंस इंडस्ट्रीज और एचडीएफसी बैंक के शेयरों में सबसे ज्यादा गिरावट देखने को मिली, जिससे बाजार की धारणा कमजोर हो गई।
विदेशी निवेशकों की बिकवाली ने डाला असर
विदेशी संस्थागत निवेशकों (FII) ने बीते शुक्रवार को 11,639.02 करोड़ रुपये के शेयरों की बिकवाली की, जिसका असर सोमवार के बाजार पर भी देखने को मिला। विदेशी कोषों की निकासी के चलते निवेशकों में असमंजस की स्थिति बनी रही और वे सतर्क नजर आए।
इसके अलावा, अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपये में भी हल्की मजबूती देखने को मिली। शुरुआती कारोबार में रुपया छह पैसे बढ़कर 87.31 प्रति डॉलर पर पहुंच गया, जिससे बाजार को थोड़ी राहत मिली, लेकिन यह मजबूती ज्यादा देर तक टिक नहीं सकी।
कैसे रही सेंसेक्स और निफ्टी की चाल?
सेंसेक्स और निफ्टी दोनों ने सोमवार को उतार-चढ़ाव भरा कारोबार किया। 30 शेयरों वाला बीएसई सेंसेक्स 451.62 अंक की बढ़त के साथ 73,649.72 अंक पर पहुंच गया, जबकि एनएसई निफ्टी 136.85 अंक चढ़कर 22,261.55 अंक पर कारोबार कर रहा था। हालांकि, जल्द ही दोनों सूचकांकों में गिरावट देखने को मिली।
एक समय पर सेंसेक्स 249.53 अंक टूटकर 72,948.57 पर पहुंच गया, जबकि निफ्टी 61.50 अंक गिरकर 22,063.20 पर आ गया। बाजार में जारी इस अस्थिरता से निवेशकों की चिंता बढ़ गई, क्योंकि बीते सप्ताह भी बाजार में गिरावट का सिलसिला देखने को मिला था।
किन शेयरों में तेजी और किन में गिरावट?
शेयर बाजार में सोमवार को कई शेयरों ने अच्छा प्रदर्शन किया, जबकि कुछ में गिरावट देखी गई।
गिरावट वाले शेयर:
रिलायंस इंडस्ट्रीज
एचडीएफसी बैंक
इंडसइंड बैंक
एक्सिस बैंक
बजाज फिनसर्व
टाटा स्टील
अदाणी पोर्ट्स
टाटा मोटर्स
जोमैटो
बजाज फाइनेंस
हिंदुस्तान यूनिलीवर
तेजी वाले शेयर:
अल्ट्राटेक सीमेंट
महिंद्रा एंड महिंद्रा
टेक महिंद्रा
लार्सन एंड टुब्रो
एचसीएल टेक्नोलॉजीज
इंफोसिस
भारती एयरटेल
बैंकिंग और फाइनेंशियल सेक्टर के शेयरों पर सबसे ज्यादा दबाव देखने को मिला, जबकि आईटी और इंफ्रास्ट्रक्चर कंपनियों के शेयरों में खरीदारी का रुझान रहा।
डॉलर के मुकाबले रुपये की स्थिति
सोमवार को शुरुआती कारोबार में रुपया अमेरिकी डॉलर के मुकाबले नौ पैसे मजबूत होकर 87.28 पर पहुंच गया। डॉलर में कमजोरी और मजबूत आर्थिक आंकड़ों के चलते रुपये को सपोर्ट मिला।
अंतरबैंक विदेशी मुद्रा बाजार में रुपया 87.36 पर खुला और जल्द ही 87.28 तक पहुंच गया, जो पिछले बंद भाव से नौ पैसे की बढ़त को दर्शाता है। शुक्रवार को रुपया 19 पैसे की गिरावट के साथ 87.37 पर बंद हुआ था।
बाजार पर आगे क्या असर पड़ सकता है?
बाजार विशेषज्ञों के अनुसार, मौजूदा अस्थिरता का मुख्य कारण विदेशी निवेशकों की बिकवाली, वैश्विक बाजारों का प्रदर्शन और घरेलू कंपनियों के तिमाही नतीजे हैं।
अंतरराष्ट्रीय बाजारों से संकेत : वैश्विक बाजारों में मिले-जुले रुझान का असर भारतीय बाजार पर भी पड़ा है। अमेरिका और यूरोपीय बाजारों में कमजोरी का असर भारतीय बाजार पर भी दिख सकता है।
क्रूड ऑयल की कीमतें : वैश्विक बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में 0.55% की बढ़त दर्ज की गई और यह 73.21 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया। इससे भारतीय बाजारों पर दबाव बन सकता है।
आगामी तिमाही नतीजे : बाजार की नजर अब प्रमुख कंपनियों के तिमाही नतीजों पर होगी, जो अगले कुछ दिनों में घोषित किए जाएंगे। कंपनियों के नतीजे बाजार की दिशा तय करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे।
निवेशकों के लिए सलाह
विशेषज्ञों का मानना है कि बाजार में उतार-चढ़ाव के चलते निवेशकों को सावधानी बरतनी चाहिए। ऐसे समय में लॉन्ग टर्म निवेश पर ध्यान देना ज्यादा बेहतर होगा।
बड़े उतार-चढ़ाव के दौरान धैर्य बनाए रखें।
मजबूत फंडामेंटल वाली कंपनियों में निवेश करें।
बाजार के रुझान को ध्यान में रखकर ही कोई बड़ा निवेश करें।
टेक्नोलॉजी और फार्मा सेक्टर के शेयरों पर नजर रखें।
निष्कर्ष
सोमवार को भारतीय शेयर बाजार ने मजबूत शुरुआत की, लेकिन विदेशी निवेशकों की बिकवाली और प्रमुख कंपनियों के शेयरों में गिरावट के चलते दिन के अंत तक लाल निशान में बंद हुआ। सेंसेक्स और निफ्टी दोनों ही दिनभर उतार-चढ़ाव का शिकार रहे।
आगे बाजार की चाल वैश्विक संकेतों, विदेशी निवेश प्रवाह और कंपनियों के तिमाही नतीजों पर निर्भर करेगी। निवेशकों को सतर्कता बरतते हुए अपने निवेश फैसले लेने चाहिए।
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