सारांश : 13 मार्च 2025 को भारतीय शेयर बाजार में शानदार तेजी देखने को मिली। सेंसेक्स और निफ्टी ने बढ़त के साथ कारोबार शुरू किया, जिसका मुख्य कारण भारत और अमेरिका में महंगाई दर में गिरावट रही। निवेशकों का भरोसा बढ़ने से बाजार में खरीदारी बढ़ी, वहीं औद्योगिक उत्पादन (IIP) के सकारात्मक आंकड़ों ने भी बाजार को मजबूती दी। इसके अलावा, एशियाई बाजारों से मिले सकारात्मक संकेतों ने भी भारतीय बाजार की तेजी को समर्थन दिया।
शेयर बाजार में बढ़त, सेंसेक्स-निफ्टी ने पकड़ी रफ्तार
भारतीय शेयर बाजार ने 13 मार्च 2025 को मजबूती के साथ कारोबार की शुरुआत की। शुरुआती सत्र में ही सेंसेक्स 362.78 अंक की बढ़त के साथ 74,392.54 के स्तर पर पहुंच गया, जबकि निफ्टी 71 अंक बढ़कर 22,541.50 पर कारोबार करता दिखा। यह तेजी मुख्य रूप से भारत और अमेरिका में महंगाई दर में गिरावट से प्रेरित रही, जिससे निवेशकों का भरोसा बढ़ा।
अदाणी ग्रुप के शेयरों में बढ़त, ग्रीन एनर्जी में दिखा सबसे ज्यादा उछाल
अदाणी ग्रुप के शेयरों ने भी बाजार में बढ़त दर्ज की। फ्लैगशिप कंपनी अदाणी एंटरप्राइजेज समेत अन्य कंपनियों के शेयर हरे निशान में खुले। इनमें सबसे ज्यादा तेजी अदाणी ग्रीन एनर्जी में देखी गई, जो शुरुआती सत्र में 2% से अधिक की वृद्धि के साथ कारोबार कर रहा था। इस बढ़त से अदाणी समूह के निवेशकों को राहत मिली और बाजार में सकारात्मक रुझान देखने को मिला।
महंगाई में कमी से बाजार को मिली मजबूती
भारतीय और अमेरिकी बाजारों को महंगाई दर में गिरावट से मजबूती मिली। अमेरिका में फरवरी 2025 में उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (CPI) आधारित महंगाई दर घटकर 2.8% रह गई, जो जनवरी में 3% थी। इस गिरावट से उम्मीदें बढ़ीं कि फेडरल रिजर्व ब्याज दरों में कटौती कर सकता है, जिससे शेयर बाजारों को समर्थन मिला।
भारत में भी फरवरी में खुदरा महंगाई दर घटकर 3.61% हो गई, जो पिछले साल इसी महीने में 5.09% थी। जनवरी 2025 में यह दर 4.26% थी। इस गिरावट ने निवेशकों का भरोसा बढ़ाया और शेयर बाजार में खरीदारी का सिलसिला तेज हो गया।
औद्योगिक उत्पादन में सुधार से भारतीय अर्थव्यवस्था को मजबूती
औद्योगिक उत्पादन सूचकांक (IIP) के आंकड़ों ने भारतीय अर्थव्यवस्था की मजबूती को दर्शाया। जनवरी 2025 में औद्योगिक उत्पादन 5% की दर से बढ़ा, जबकि दिसंबर 2024 में यह 3.5% था। मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर में भी सुधार देखने को मिला, जहां वृद्धि दर 5.5% दर्ज की गई, जो पिछले साल जनवरी में 3.6% थी। इन आंकड़ों से यह स्पष्ट हुआ कि भारतीय अर्थव्यवस्था में मांग और उत्पादन दोनों में तेजी आ रही है।
वैश्विक बाजारों से सकारात्मक संकेत, एशियाई बाजारों में भी तेजी
भारतीय शेयर बाजार को एशियाई बाजारों से भी सकारात्मक संकेत मिले। अधिकांश एशियाई बाजार बढ़त के साथ कारोबार कर रहे थे, जिससे भारतीय निवेशकों का आत्मविश्वास और मजबूत हुआ। अमेरिका में महंगाई दर में नरमी और फेडरल रिजर्व की संभावित नीतियों से वैश्विक बाजारों को भी समर्थन मिला।
निष्कर्ष
भारतीय शेयर बाजार ने 13 मार्च 2025 को शानदार बढ़त दर्ज की। सेंसेक्स और निफ्टी में मजबूती रही, जबकि अदाणी ग्रुप के शेयरों में भी तेजी देखने को मिली। महंगाई दर में गिरावट और औद्योगिक उत्पादन में सुधार ने निवेशकों के विश्वास को और मजबूत किया। इसके अलावा, एशियाई बाजारों से मिले सकारात्मक संकेतों ने भारतीय शेयर बाजार को मजबूती प्रदान की।
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