सारांश : ताइवान के ताइतुंग काउंटी में 5.0 तीव्रता का भूकंप आया, जिसके झटके पूर्वी चीन तक महसूस किए गए। हालांकि, अभी तक किसी जान-माल के नुकसान की खबर नहीं है।


Taiwan में फिर कांपी धरती : 5.0 तीव्रता का Earthquake, China तक महसूस हुए झटके


ताइवान में एक बार फिर भूकंप के झटके, 5.0 तीव्रता से हिली धरती

ताइवान में प्राकृतिक आपदाओं का सिलसिला जारी है। गुरुवार दोपहर 1:09 बजे (स्थानीय समयानुसार) ताइवान के ताइतुंग काउंटी में 5.0 तीव्रता का भूकंप दर्ज किया गया। चाइना अर्थक्वेक नेटवर्क्स सेंटर (सीईएनसी) के मुताबिक, इस भूकंप का केंद्र समुद्र तल से 15 किलोमीटर की गहराई में था। इस तेज़ भूकंप के झटके पूर्वी चीन के फ़ुज़ियान प्रांत में भी महसूस किए गए, जिससे लोग घबराकर घरों से बाहर निकल आए।


भूकंप के प्रभाव और सोशल मीडिया पर प्रतिक्रियाएं

भूकंप के झटकों से ताइतुंग और आसपास के इलाकों में लोग कुछ क्षणों के लिए सहम गए। हालांकि, स्थानीय प्रशासन ने अब तक किसी प्रकार के जान-माल के नुकसान की पुष्टि नहीं की है। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर लोगों ने भूकंप को लेकर अपनी प्रतिक्रियाएं साझा कीं। कुछ यूजर्स ने अपने अनुभव बताते हुए लिखा कि झटके इतने तेज थे कि घरों की खिड़कियां हिलने लगीं।


ताइवान में पहले भी आ चुके हैं भूकंप

ताइवान भूकंप प्रवण क्षेत्र (सिस्मिक जोन) में आता है, जहां अक्सर भूकंप आते रहते हैं। इससे पहले 26 जनवरी 2025 को ताइवान में 5.6 तीव्रता का भूकंप दर्ज किया गया था। जर्मन रिसर्च सेंटर फॉर जियोसाइंसेज (जीएफजेड) के अनुसार, उस भूकंप का केंद्र 16 किलोमीटर की गहराई में था।


इसके अलावा, 21 जनवरी को भी ताइवान में 6.4 तीव्रता का भूकंप आया था, जिसमें 27 लोग घायल हुए थे। यह भूकंप चियाई काउंटी हॉल से 38 किलोमीटर दक्षिण-पूर्व में आया था और इसकी गहराई 10 किलोमीटर थी। इस भूकंप में कई इमारतों को भी नुकसान पहुंचा था।


चीन तक महसूस हुए झटके

ताइवान के इस हालिया भूकंप के झटके चीन के फ़ुज़ियान प्रांत में भी महसूस किए गए। फ़ूज़ौ, क्वानझोउ और अन्य इलाकों में लोगों को कंपन महसूस हुआ। चीन के मौसम विभाग ने भूकंप के प्रभावों पर नज़र बनाए रखी और स्थानीय प्रशासन को सतर्क रहने की सलाह दी।


भारत के गुजरात में भी भूकंप के झटके

ताइवान के साथ-साथ भारत के गुजरात राज्य में भी 13 मार्च की सुबह 10:12 बजे 3.2 तीव्रता का भूकंप आया। इस भूकंप का केंद्र अमरेली में था और इसकी गहराई 6.4 किलोमीटर थी। हालांकि, इस घटना में किसी भी प्रकार की क्षति की सूचना नहीं है।


गुजरात में भूकंप की घटनाएं लगातार देखी जा रही हैं। इससे पहले, कच्छ जिले में 3.0 और 2.8 तीव्रता के दो भूकंप दर्ज किए गए थे। भूकंप अनुसंधान संस्थान (आईएसआर) के अनुसार, गुजरात के सौराष्ट्र और कच्छ क्षेत्रों में समय-समय पर हल्के झटके आते रहते हैं, लेकिन इस बार लगातार दो दिनों में दो बार भूकंप आने से स्थानीय लोग चिंतित हैं।


भूकंप से सुरक्षा के लिए जरूरी कदम

भूकंप एक प्राकृतिक आपदा है, लेकिन सतर्कता बरतकर इसके प्रभाव को कम किया जा सकता है। विशेषज्ञों के अनुसार, भूकंप आने पर लोगों को घबराने के बजाय "ड्रॉप, कवर, और होल्ड" तकनीक अपनानी चाहिए। यानी फर्श पर बैठें, किसी मजबूत चीज़ के नीचे छिपें और खुद को कसकर पकड़ लें।


इसके अलावा, घरों में भारी वस्तुओं को सुरक्षित स्थानों पर रखना, भूकंपरोधी निर्माण तकनीकों का उपयोग करना और इमरजेंसी किट तैयार रखना भी बेहद जरूरी है।


निष्कर्ष

ताइवान और गुजरात में हाल ही में आए भूकंप इस बात की याद दिलाते हैं कि भूकंप जैसी प्राकृतिक आपदाओं से निपटने के लिए उचित तैयारी जरूरी है। सरकार और प्रशासन को भी भूकंप प्रभावित क्षेत्रों में राहत और बचाव कार्यों के लिए हमेशा तैयार रहना चाहिए।

Post a Comment

और नया पुराने