सारांश : सोमवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर बड़े साइबर हमले के कारण दुनियाभर के यूजर्स को समस्याओं का सामना करना पड़ा। एक्स के मालिक एलन मस्क का दावा है कि यह हमला यूक्रेन से किया गया था। फॉक्स बिजनेस को दिए इंटरव्यू में उन्होंने बताया कि साइबर हमले की जड़ें यूक्रेन से जुड़ी हो सकती हैं। X करीब 30-40 मिनट तक डाउन रहा, जिससे यूजर्स को काफी दिक्कतें आईं। मस्क पहले भी यूक्रेनी सरकार की आलोचना कर चुके हैं और उन्होंने चेतावनी दी थी कि अगर उनका स्टारलिंक सिस्टम बंद हो गया, तो यूक्रेन की सैन्य संचार व्यवस्था चरमरा जाएगी।
सोमवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पूर्व में ट्विटर) के उपयोगकर्ताओं को बड़ी परेशानी का सामना करना पड़ा। अचानक से एक्स प्लेटफॉर्म डाउन हो गया, जिससे यूजर्स ना तो कोई पोस्ट देख पा रहे थे और ना ही कोई नई जानकारी सर्च कर पा रहे थे। लोग यह जानने के लिए उत्सुक थे कि आखिर क्या हुआ, और अब इसके पीछे की वजह भी सामने आ गई है। एक्स के मालिक एलन मस्क ने खुलासा किया है कि यह एक बड़े साइबर हमले का नतीजा था, जिसकी शुरुआत यूक्रेन से हुई हो सकती है।
एलन मस्क ने क्यों लिया यूक्रेन का नाम?
एलन मस्क का मानना है कि इस हमले की जड़ें यूक्रेन में हो सकती हैं। उन्होंने बताया कि X पर साइबर अटैक करने के लिए यूक्रेन से जनरेट किए गए आईपी एड्रेस का इस्तेमाल किया गया था। हालांकि, अभी इस बात की पुष्टि नहीं हो पाई है कि हमला किस संगठन या समूह द्वारा किया गया। फॉक्स बिजनेस को दिए एक इंटरव्यू में मस्क ने यह दावा दोहराया और कहा कि यह हमला बहुत व्यापक स्तर पर किया गया था।
उन्होंने यह भी कहा कि X पर हर दिन कई तरह के साइबर हमले होते हैं, लेकिन यह हमला बाकी से काफी अलग था। इसमें भारी मात्रा में संसाधनों का उपयोग किया गया था, जो यह संकेत देता है कि इसके पीछे कोई बड़ा संगठन या फिर किसी देश की सरकार का हाथ हो सकता है। मस्क ने यह भी बताया कि इस हमले की जांच की जा रही है और दोषियों को पकड़ने की पूरी कोशिश की जा रही है।
30-40 मिनट तक एक्स रहा डाउन
इस साइबर हमले के कारण X करीब 30-40 मिनट तक ठप रहा। इस दौरान दुनियाभर में उपयोगकर्ताओं ने शिकायतें दर्ज कराईं। वेबसाइट आउटेज ट्रैक करने वाली सेवा 'डाउनडिटेक्टर' के अनुसार, दोपहर 3 बजे के आसपास X डाउन होने की समस्या अपने चरम पर थी।
यूजर्स जब X का उपयोग नहीं कर पा रहे थे, तो वे अपनी शिकायतें फेसबुक और इंस्टाग्राम जैसे अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर करने लगे। प्लेटफॉर्म डाउन होने के कारण उपयोगकर्ता न तो पोस्ट देख सकते थे और न ही कुछ नया साझा कर सकते थे। कुछ लोगों ने यह भी आशंका जताई कि इस हमले का उद्देश्य X को अस्थिर करना था।
यूक्रेन को लेकर मस्क का पुराना रुख
एलन मस्क यूक्रेन सरकार की पहले से ही आलोचना करते रहे हैं। उन्होंने हाल ही में एक चेतावनी दी थी कि अगर वे अपने स्टारलिंक सैटेलाइट इंटरनेट सिस्टम को बंद कर देते हैं, तो यूक्रेन की सैन्य संचार व्यवस्था बुरी तरह प्रभावित होगी। स्टारलिंक प्रणाली, जो कि मस्क की कंपनी स्पेसएक्स द्वारा संचालित है, यूक्रेनी सेना के लिए बेहद महत्वपूर्ण है।
मस्क ने कहा था, "मेरा स्टारलिंक सिस्टम यूक्रेनी सेना की रीढ़ है। अगर मैंने इसे बंद कर दिया, तो उनकी पूरी फ्रंटलाइन ध्वस्त हो जाएगी।" उन्होंने यह भी कहा कि युद्ध के कारण यूक्रेन की स्थिति बेहद खराब हो गई है और अगर यह जारी रहा, तो देश को भारी नुकसान झेलना पड़ेगा।
यूक्रेन के लिए स्टारलिंक क्यों है जरूरी?
स्टारलिंक यूक्रेन के लिए एक महत्वपूर्ण संचार माध्यम है। यह उपयोगकर्ताओं को उपग्रहों के माध्यम से इंटरनेट सेवा प्रदान करता है, जिससे वे बिना किसी फिक्स्ड-लाइन नेटवर्क के भी ऑनलाइन रह सकते हैं। 2022 में रूस के आक्रमण के बाद से, यूक्रेन के पारंपरिक फिक्स्ड-लाइन और मोबाइल नेटवर्क क्षतिग्रस्त हो चुके हैं। ऐसे में स्टारलिंक एकमात्र समाधान बनकर उभरा है।
यूक्रेनी सेना इस प्रणाली का उपयोग अपने सैन्य अभियानों के लिए कर रही है। यह फ्रंटलाइन पर तैनात सैनिकों को एक-दूसरे से संपर्क में रहने में मदद करता है। इसके अलावा, स्टारलिंक का उपयोग हमलावर ड्रोन को गाइड करने के लिए भी किया जा रहा है। इस वजह से, मस्क की यह चेतावनी महत्वपूर्ण मानी जा रही है कि अगर यह सेवा बंद हो गई, तो यूक्रेनी सेना को बड़ा झटका लग सकता है।
X डाउन होने पर यूजर्स की प्रतिक्रिया
X डाउन होते ही दुनियाभर के यूजर्स ने सोशल मीडिया पर अपनी नाराजगी जाहिर की।
एक यूजर ने पोस्ट किया, "क्या ट्विटर डाउन है? क्या किसी और को भी यह समस्या हो रही है?"
दूसरे यूजर ने लिखा, "ऐसा लगता है कि कोई नहीं चाहता कि X सफल हो। यह एक बहुत बड़ा हमला था।"
कई यूजर्स ने X डाउन होने की खबर को फेसबुक और इंस्टाग्राम पर साझा किया।
यह पहली बार नहीं है जब X को साइबर हमले का सामना करना पड़ा हो। अक्टूबर 2022 में जब एलन मस्क ने X का अधिग्रहण किया था, तब भी कंपनी को तकनीकी और साइबर हमलों से जूझना पड़ा था। इसके बाद, मस्क ने कंपनी में कई बदलाव किए और बड़े पैमाने पर छंटनी भी की।
निष्कर्ष
X पर हुए इस साइबर हमले के बाद सवाल उठ रहे हैं कि क्या सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स अब भी सुरक्षित हैं? एलन मस्क के दावों के अनुसार, यह हमला यूक्रेन से किया गया था, लेकिन इसकी आधिकारिक पुष्टि अभी बाकी है।
एक बात तो साफ है कि साइबर हमले अब बड़ी कंपनियों के लिए एक गंभीर खतरा बनते जा रहे हैं। इस घटना ने यह साबित कर दिया है कि डिजिटल दुनिया में भी सुरक्षा बेहद जरूरी हो गई है। आने वाले समय में, X और अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म को इस तरह के हमलों से बचने के लिए अपने सुरक्षा उपायों को और मजबूत करना होगा।
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