दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 (Delhi Assembly Election 2025)

दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 का आयोजन 5 फरवरी 2025 को होगा, जिसमें राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली की 70 विधानसभा सीटों के लिए मतदान संपन्न होगा। मतगणना 8 फरवरी 2025 को निर्धारित है, और उसी दिन चुनाव परिणाम घोषित किए जाएंगे। 


दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 (Delhi Assembly Election 2025)


पिछला विधानसभा चुनाव फरवरी 2020 में आयोजित हुआ था, जिसमें आम आदमी पार्टी (AAP) ने 70 में से 62 सीटों पर विजय प्राप्त की थी, और भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने 8 सीटें जीती थीं। कांग्रेस पार्टी अपना खाता खोलने में असफल रही थी। 

2024 में, मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के इस्तीफे और जेल जाने के बाद, आतिशी मार्लेना ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। वर्तमान विधानसभा का कार्यकाल 23 फरवरी 2025 को समाप्त हो रहा है। 


चुनाव कार्यक्रम

चुनाव आयोग द्वारा घोषित कार्यक्रम के अनुसार:


सूचना जारी करने की तिथि : 10 जनवरी 2025

नामांकन दाखिल करने की अंतिम तिथि : 17 जनवरी 2025

नामांकन की जांच : 18 जनवरी 2025

नामांकन वापसी की अंतिम तिथि : 20 जनवरी 2025

मतदान की तिथि : 5 फरवरी 2025

मतगणना की तिथि : 8 फरवरी 2025

चुनाव प्रक्रिया की समाप्ति : 10 फरवरी 2025


प्रमुख राजनीति    क दल और उम्मीदवार

आम आदमी पार्टी (AAP)

आम आदमी पार्टी ने सभी 70 सीटों पर अपने उम्मीदवारों की घोषणा की है। पार्टी का नेतृत्व वर्तमान मुख्यमंत्री आतिशी मार्लेना कर रही हैं। 


भारतीय जनता पार्टी (BJP)

भारतीय जनता पार्टी ने अब तक 29 उम्मीदवारों की सूची जारी की है। प्रमुख उम्मीदवारों में प्रवेश साहिब सिंह वर्मा शामिल हैं, जो नई दिल्ली सीट से चुनाव लड़ेंगे। 



भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस (INC)

भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने अभी तक 48 उम्मीदवारों की घोषणा की है। पार्टी ने दिल्ली में अपनी स्थिति मजबूत करने के लिए 'दिल्ली न्याय यात्रा' जैसे अभियानों की शुरुआत की है। 



चुनावी मुद्दे

इस चुनाव में प्रमुख मुद्दों में शामिल हैं:


भ्रष्टाचार : विभिन्न दल एक-दूसरे पर भ्रष्टाचार के आरोप लगा रहे हैं।

महिलाओं की सुरक्षा : महिलाओं की सुरक्षा और सशक्तिकरण के लिए विभिन्न योजनाओं की घोषणा की गई है।

बुनियादी सुविधाएं : जल आपूर्ति, स्वच्छता, और प्रदूषण जैसे मुद्दे प्रमुख रूप से उठाए जा रहे हैं।


निष्कर्ष

दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 में प्रमुख राजनीतिक दलों के बीच कड़ा मुकाबला होने की संभावना है। चुनाव परिणाम यह निर्धारित करेंगे कि दिल्ली की जनता किसे अगला मुख्यमंत्री चुनती है और कौन सी पार्टी राजधानी की बागडोर संभालेगी।