बुद्ध इंटरनेशनल सर्किट (Buddh International Circuit)

बुद्ध इंटरनेशनल सर्किट (Buddh International Circuit) भारत के उत्तर प्रदेश राज्य के गौतम बुद्ध नगर जिले में स्थित एक प्रमुख मोटरस्पोर्ट्स रेस ट्रैक है। इसे विशेष रूप से फॉर्मूला वन रेसिंग के लिए डिजाइन किया गया था और यह ग्रेटर नोएडा में स्थित है। यह सर्किट भारत के पहले फॉर्मूला वन ग्रांड प्रिक्स की मेज़बानी के लिए बनाया गया था, जो 2011 में आयोजित हुआ था।


बुद्ध इंटरनेशनल सर्किट (Buddh International Circuit)

इतिहास

बुद्ध इंटरनेशनल सर्किट का निर्माण भारतीय उद्योगपति जयप्रकाश गौड़ के नेतृत्व वाली जेपी ग्रुप द्वारा किया गया था। इसका डिजाइन प्रसिद्ध जर्मन ट्रैक आर्किटेक्ट हरमन टिल्के ने किया था। निर्माण कार्य 2007 में शुरू हुआ और सर्किट का उद्घाटन 18 अक्टूबर 2011 को हुआ। पहले भारतीय ग्रांड प्रिक्स की मेज़बानी करते हुए यह सर्किट 30 अक्टूबर 2011 को वैश्विक मोटरस्पोर्ट्स मानचित्र पर प्रमुखता से उभरा।


सर्किट विनिर्देश

बुद्ध इंटरनेशनल सर्किट की लंबाई 5.125 किलोमीटर (3.185 मील) है और इसमें 16 मोड़ शामिल हैं। सर्किट को तेज़ गति, तकनीकी मोड़ों और लंबी स्ट्रेट्स के लिए जाना जाता है, जो रेसिंग के लिए चुनौतीपूर्ण और रोमांचक हैं।

  • लंबाई: 5.125 किलोमीटर
  • कोण: 16
  • क्षमता: 1,10,000 दर्शक


प्रमुख रेस और आयोजन

बुद्ध इंटरनेशनल सर्किट ने 2011, 2012 और 2013 में फॉर्मूला वन भारतीय ग्रांड प्रिक्स की मेज़बानी की। इन रेसों में सेबस्टियन वेटल ने सभी तीन रेस जीती थीं। इसके अलावा, सर्किट ने सुपरबाइक विश्व चैम्पियनशिप, इंडियन रेसिंग लीग और कई अन्य मोटरस्पोर्ट्स इवेंट्स की भी मेज़बानी की है।


विशेषताएँ

  • फॉर्मूला वन: सर्किट को विशेष रूप से फॉर्मूला वन के मानकों के अनुसार डिजाइन किया गया था, जिसमें उच्च गति और तकनीकी चुनौतीपूर्ण मोड़ शामिल हैं।
  • दर्शक क्षमता: सर्किट में 1,10,000 दर्शकों को समायोजित करने की क्षमता है, जिसमें मुख्य ग्रैंडस्टैंड में 20,000 से अधिक सीटें हैं।
  • फेसिलिटी: सर्किट में अत्याधुनिक गड्ढे वाली गली, मीडिया सेंटर, और विभिन्न प्रकार की सुविधाएं शामिल हैं, जो इसे विश्व स्तरीय मोटरस्पोर्ट्स स्थल बनाती हैं।


आर्थिक और सांस्कृतिक प्रभाव

बुद्ध इंटरनेशनल सर्किट ने भारतीय मोटरस्पोर्ट्स को एक नई पहचान दी और वैश्विक मंच पर इसे प्रस्तुत किया। इससे न केवल स्थानीय अर्थव्यवस्था को बढ़ावा मिला, बल्कि मोटरस्पोर्ट्स के प्रति भारतीय युवाओं की रुचि भी बढ़ी। इसके अलावा, इसने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत की क्षमता और इंफ्रास्ट्रक्चर को प्रदर्शित किया।


भविष्य

हालांकि, 2014 के बाद से भारतीय ग्रांड प्रिक्स को रद्द कर दिया गया था, फिर भी बुद्ध इंटरनेशनल सर्किट विभिन्न राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय मोटरस्पोर्ट्स इवेंट्स की मेज़बानी जारी रखता है। भारतीय मोटरस्पोर्ट्स फेडरेशन और अन्य संबंधित प्राधिकरण इसे पुनर्जीवित करने और नए इवेंट्स लाने के लिए लगातार प्रयासरत हैं।

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