सेंट्रल विस्टा परियोजना (Central Vista Project)

सेंट्रल विस्टा परियोजना भारत सरकार की एक प्रमुख पहल है, जिसका उद्देश्य नई दिल्ली स्थित सेंट्रल विस्टा क्षेत्र का पुनर्निर्माण और आधुनिकीकरण करना है। यह परियोजना प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार के तहत 2019 में शुरू की गई थी और इसका लक्ष्य राष्ट्रीय राजधानी के महत्वपूर्ण प्रशासनिक और सांस्कृतिक स्थलों को पुनर्विकसित करना है।

सेंट्रल विस्टा परियोजना (Central Vista Project)

पृष्ठभूमि

सेंट्रल विस्टा क्षेत्र नई दिल्ली के केंद्र में स्थित है और इसमें राष्ट्रपति भवन, संसद भवन, इंडिया गेट, राजपथ, और कई अन्य महत्वपूर्ण सरकारी भवन शामिल हैं। ब्रिटिश वास्तुकार एडविन लुटियंस और हर्बर्ट बेकर द्वारा डिजाइन किया गया यह क्षेत्र भारतीय लोकतंत्र और प्रशासन का प्रतीक है। समय के साथ इन इमारतों में संरचनात्मक क्षति, स्थान की कमी और आधुनिक आवश्यकताओं के अनुसार सुविधाओं की कमी जैसे मुद्दे सामने आए।


परियोजना के उद्देश्य

सेंट्रल विस्टा परियोजना के प्रमुख उद्देश्य निम्नलिखित हैं:


नई संसद भवन का निर्माण: मौजूदा संसद भवन की संरचनात्मक कमजोरियों और जगह की कमी को ध्यान में रखते हुए, एक नए और आधुनिक संसद भवन का निर्माण।

संसदीय और प्रशासनिक कार्यालयों का पुनर्निर्माण: सरकारी कार्यालयों के लिए अधिक जगह और बेहतर सुविधाएं प्रदान करना।

सार्वजनिक स्थानों का विकास: राजपथ और आसपास के क्षेत्रों को अधिक सुंदर और पर्यावरण अनुकूल बनाना।

संरक्षण और सुरक्षा: ऐतिहासिक इमारतों के संरक्षण और सुरक्षा सुनिश्चित करना।


प्रमुख परियोजनाएं

परियोजना के अंतर्गत कई महत्वपूर्ण निर्माण और पुनर्निर्माण कार्य किए जा रहे हैं:


नई संसद भवन: यह त्रिकोणीय आकार की इमारत होगी, जिसमें आधुनिक सुविधाएं, बड़ी बैठक कक्ष और अधिक सदस्यों के बैठने की व्यवस्था होगी।

सेंट्रल विस्टा एवेन्यू: राजपथ और उसके आसपास के क्षेत्र को पुनर्विकसित किया जा रहा है, जिसमें बेहतर सड़कें, हरियाली और सार्वजनिक सुविधाएं शामिल हैं।

सामूहिक केंद्रीय सचिवालय: विभिन्न मंत्रालयों और सरकारी कार्यालयों के लिए नए भवनों का निर्माण।

इंडिया गेट परिसर का सौंदर्यीकरण: इंडिया गेट और उसके आसपास के क्षेत्रों का विकास, जिसमें उद्यान और सार्वजनिक स्थान शामिल हैं।


विवाद और आलोचना

सेंट्रल विस्टा परियोजना को लेकर कई विवाद और आलोचनाएं भी हुई हैं। परियोजना की लागत, पर्यावरणीय प्रभाव, ऐतिहासिक संरचनाओं का संभावित नुकसान, और कोविड-19 महामारी के दौरान निर्माण कार्य जारी रखने को लेकर आलोचना की गई है। इसके बावजूद, सरकार ने परियोजना को जारी रखा है और इसे राष्ट्रीय गौरव और विकास का प्रतीक बताया है।


निष्कर्ष

सेंट्रल विस्टा परियोजना भारत के प्रशासनिक और सांस्कृतिक केंद्र के आधुनिकीकरण का एक महत्वपूर्ण प्रयास है। यह परियोजना न केवल नई दिल्ली की भव्यता को बढ़ाएगी, बल्कि भारतीय लोकतंत्र और प्रशासन को भी नए आयाम प्रदान करेगी। इस परियोजना के सफल समापन के बाद, नई दिल्ली का सेंट्रल विस्टा क्षेत्र एक आधुनिक, सुव्यवस्थित और सुंदर प्रशासनिक केंद्र के रूप में उभर कर सामने आएगा।