कंचनजंघा एक्सप्रेस भारतीय रेलवे द्वारा प्रबंधित एक महत्वपूर्ण ट्रेन है जो पश्चिम बंगाल के सिलीगुड़ी नगर से असम की राजधानी गुवाहाटी तक चलती है। यह एक प्रमुख राज्यों के बीच कनेक्टिविटी ब्रिज का कार्य करती है और पर्यटकों और यात्रियों के लिए एक मुख्य विकल्प है।
इतिहास
कंचनजंघा एक्सप्रेस की स्थापना 1989 में की गई थी। इसका नाम हिमालयी पहाड़ियों के एक प्रमुख पर्वत श्रृंग कांचनजंघा पर रखा गया है। यह ट्रेन अपनी यात्रा में पश्चिम बंगाल, सिक्किम, बिहार, झारखंड, असम आदि के कई प्रमुख शहरों को छूती है।
मार्ग
कंचनजंघा एक्सप्रेस का मुख्य मार्ग सिलीगुड़ी से गुवाहाटी जंक्शन के बीच है। यह मार्ग नैनीताल, दर्जीलिंग, मालबजार, बारासाती, कोचबिहार आदि के माध्यम से भी गुजरता है।
सुविधाएं
कंचनजंघा एक्सप्रेस में विभिन्न वर्गों की सुविधाएं उपलब्ध हैं जैसे कि सामान्य कोच, स्लीपर, एसी 2 और 3 टियर बिस्तर कारें। इसमें भोजन सेवा भी उपलब्ध है जो यात्रियों को यात्रा के दौरान आरामदायक बनाती है। यहां तक कि ट्रेन में व्याप्त CCTV सुरक्षा और अन्य सुरक्षा सुविधाएं भी हैं जो यात्रियों की सुरक्षा की गारंटी करती हैं।
प्रमुख स्टेशन
कंचनजंघा एक्सप्रेस के मुख्य स्टेशन इसके रूट पर सिलीगुड़ी, न्यू जलपाइगुड़ी, दर्जीलिंग, मालबजार, न्यू कोचबिहार, गुवाहाटी जैसे शहरों को शामिल करते हैं। यह ट्रेन पर्वतीय इलाकों के बीच संचार को सुगम बनाती है और पर्यटकों के लिए भी एक रोमांचक विकल्प है।
समर्थन और प्रस्तावना
कंचनजंघा एक्सप्रेस ने अपने यात्रियों को उत्तम अनुभव प्रदान करने के लिए अपनी सेवाओं को सुधारने में सदैव प्रयासरत रहा है। यह ट्रेन भारतीय रेलवे के पश्चिम बंगाल और असम के बीच यातायात का महत्वपूर्ण हिस्सा है और राज्यों के बीच सांझेदारी को मजबूत करती है।