महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) Maharashtra Navnirman Sena (MNS)

महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) एक क्षेत्रीय राजनीतिक दल है जो महाराष्ट्र में सक्रिय है। इसकी स्थापना राज ठाकरे ने 9 मार्च 2006 को की थी। यह पार्टी मुख्य रूप से मराठी मानुष (मराठी लोगों) के अधिकारों और महाराष्ट्र के विकास के मुद्दों पर केंद्रित है। मनसे का मुख्यालय दादर, मुंबई में स्थित है।


महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) Maharashtra Navnirman Sena (MNS)


इतिहास और गठन

महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना की स्थापना शिवसेना से अलग होकर की गई थी। राज ठाकरे, जो शिवसेना प्रमुख बाल ठाकरे के भतीजे हैं, ने पार्टी के नेतृत्व में मतभेद के कारण 2005 में शिवसेना छोड़ दी और 2006 में मनसे की नींव रखी। पार्टी की विचारधारा मराठी अस्मिता और महाराष्ट्र के विकास पर केंद्रित है।


नीतियां और विचारधारा

मनसे मुख्य रूप से निम्नलिखित मुद्दों पर कार्य करती है:

मराठी भाषियों के अधिकारों की रक्षा

स्थानीय युवाओं के लिए नौकरियों में प्राथमिकता

अवैध प्रवासियों और बाहरी लोगों के मुद्दे पर सख्त रुख

महाराष्ट्र में बुनियादी ढांचे का विकास

मराठी भाषा और संस्कृति का संरक्षण

राज ठाकरे की शैली और भाषणों में बाल ठाकरे की छवि देखी जाती है। मनसे ने कई बार उत्तर भारतीय प्रवासियों के मुद्दे को लेकर विवाद भी खड़ा किया है।


चुनावी प्रदर्शन

मनसे ने 2009 के महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में 13 सीटें जीतीं और मुंबई और पुणे में महत्वपूर्ण प्रभाव डाला। हालांकि, इसके बाद के चुनावों में पार्टी का प्रदर्शन कमजोर रहा।


2009 विधानसभा चुनाव: 13 सीटें

2014 विधानसभा चुनाव: 1 सीट

2019 विधानसभा चुनाव: 1 सीट

लोकसभा चुनावों में भी पार्टी को सीमित सफलता मिली है, और उसका प्रभाव मुख्य रूप से मुंबई, ठाणे, पुणे और नासिक तक सीमित रहा है।


महत्वपूर्ण आंदोलन और विवाद

1. उत्तर भारतीयों के खिलाफ रुख

मनसे ने महाराष्ट्र में बाहरी लोगों (विशेष रूप से उत्तर भारतीयों) के बढ़ते प्रभाव का विरोध किया है। 2008 में, पार्टी कार्यकर्ताओं ने उत्तर भारतीय छात्रों पर हमले किए, जिसके कारण विवाद हुआ।


2. रेलवे परीक्षा विवाद (2008)

मनसे ने आरोप लगाया कि रेलवे नौकरियों में महाराष्ट्र के युवाओं को अनदेखा किया जा रहा है। इस मुद्दे को लेकर पार्टी कार्यकर्ताओं ने रेलवे भर्ती परीक्षा में शामिल होने आए उत्तर भारतीय छात्रों पर हमले किए थे।


3. हिंदी विरोध और मराठी भाषा को बढ़ावा

मनसे ने महाराष्ट्र में सभी दुकानों और व्यावसायिक प्रतिष्ठानों के साइनबोर्ड मराठी में रखने की मांग की और इसके लिए अभियान भी चलाया।


4. बॉलीवुड और पाकिस्तानी कलाकारों का विरोध

मनसे ने पाकिस्तानी कलाकारों और बॉलीवुड में बाहरी राज्यों से आने वाले कलाकारों के खिलाफ अभियान चलाया। 2016 में, मनसे ने पाकिस्तानी कलाकारों को भारत से निकालने की मांग की थी।


वर्तमान स्थिति और भविष्य

हाल के वर्षों में, मनसे की राजनीतिक स्थिति कमजोर हुई है, और इसका जनाधार घटा है। हालांकि, राज ठाकरे के करिश्माई नेतृत्व और उनकी नई हिंदुत्ववादी छवि के कारण पार्टी फिर से मजबूती की कोशिश कर रही है।

2020 में, मनसे ने अपना नया झंडा (भगवा रंग का) लॉन्च किया, जिससे यह संकेत मिला कि पार्टी अब हिंदुत्व की राजनीति की ओर बढ़ रही है।


निष्कर्ष

महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना एक प्रभावशाली लेकिन सीमित दायरे वाली पार्टी है, जिसका फोकस महाराष्ट्र की राजनीति पर है। मनसे का भविष्य इस बात पर निर्भर करेगा कि वह आगामी चुनावों में हिंदुत्व और मराठी अस्मिता के मुद्दों पर किस तरह आगे बढ़ती है।


इन्हें भी देखें

शिवसेना

राज ठाकरे

बाल ठाकरे

महाराष्ट्र की राजनीति