सलमान खुर्शीद का जन्म 1 जनवरी 1953 को अलीगढ़, उत्तर प्रदेश, भारत में हुआ था। वह एक प्रमुख राजनीतिक परिवार से हैं, उनके दादा, डॉ. जाकिर हुसैन, भारत के तीसरे राष्ट्रपति थे। सलमान खुर्शीद ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय से प्राप्त की और आगे की पढ़ाई के लिए ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय, इंग्लैंड गए, जहाँ उन्होंने कानून की डिग्री हासिल की।
राजनीतिक करियर
सलमान खुर्शीद भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के एक प्रमुख नेता हैं। उन्होंने विभिन्न महत्वपूर्ण पदों पर कार्य किया है, जिनमें विदेश मंत्री, कानून और न्याय मंत्री, और अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री शामिल हैं। उन्होंने उत्तर प्रदेश के फर्रुखाबाद निर्वाचन क्षेत्र से सांसद के रूप में भी कार्य किया है। उनके नेतृत्व और अनुभव ने उन्हें कांग्रेस पार्टी में एक महत्वपूर्ण स्थान दिलाया है।
प्रमुख पद और उपलब्धियाँ
विदेश मंत्री: सलमान खुर्शीद ने 2012 से 2014 तक भारत के विदेश मंत्री के रूप में सेवा की। इस दौरान उन्होंने भारत की विदेश नीति को मजबूती प्रदान की और अंतर्राष्ट्रीय संबंधों को बेहतर बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
कानून और न्याय मंत्री: उन्होंने 2011 से 2012 तक कानून और न्याय मंत्री के रूप में कार्य किया। उनके कार्यकाल में कई महत्वपूर्ण कानूनी सुधार और विधेयक पारित किए गए।
अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री: 2009 से 2011 तक उन्होंने अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री के रूप में कार्य किया, जहाँ उन्होंने अल्पसंख्यक समुदायों के विकास और कल्याण के लिए कई योजनाएं और नीतियाँ लागू कीं।
लेखन और विचार
सलमान खुर्शीद एक कुशल लेखक भी हैं। उन्होंने कई किताबें लिखी हैं जो राजनीति, समाज और कानून पर आधारित हैं। उनके लेखन में उनके विचारों की गहराई और समाज के प्रति उनकी समझ का प्रतिबिंब दिखाई देता है।
विवाद
अपने लंबे राजनीतिक करियर के दौरान, सलमान खुर्शीद कई बार विवादों में भी घिरे। उनके कुछ बयान और नीतियाँ विवादित रही हैं, लेकिन उन्होंने हमेशा अपनी स्थिति को स्पष्ट करने की कोशिश की और अपने विचारों का समर्थन किया।
व्यक्तिगत जीवन
सलमान खुर्शीद का विवाह लुइस खुर्शीद से हुआ है, जो स्वयं एक सामाजिक कार्यकर्ता हैं। उनके दो बच्चे हैं। परिवार के साथ उनका समय बिताने के अलावा, उन्हें पढ़ने और लिखने का भी शौक है।
निष्कर्ष
सलमान खुर्शीद भारतीय राजनीति के एक महत्वपूर्ण और प्रभावशाली नेता हैं। उनके योगदान और अनुभव ने भारतीय राजनीति और समाज में महत्वपूर्ण परिवर्तन लाने में मदद की है। उनकी कड़ी मेहनत और समर्पण ने उन्हें भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के एक प्रमुख नेता के रूप में स्थापित किया है।