हैदराबाद से सत्तारूढ़ झारखंड मुक्ति मोर्चा, कांग्रेस और राजद के विधायक वापस रांची पहुंच चुके हैं। सभी 40 विधायक, एक गेस्ट हाउस में रूके हुए हैं।
Jharkhand Floor Test: झारखंड प्रदेश की नई नवेली चंपई सोरेन सरकार के भाग्य का फैसला सोमवार को होगा। हेमंत सोरेन के इस्तीफा के बाद नए मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेने वाले कद्दावर आदिवासी नेता चंपई सोरेन झारखंड विधानसभा में सोमवार को विश्वास मत हासिल करेंगे। हैदराबाद से सत्तारूढ़ झारखंड मुक्ति मोर्चा, कांग्रेस और राजद के विधायक वापस रांची पहुंच चुके हैं। सभी 40 विधायक, एक गेस्ट हाउस में रूके हुए हैं।
सोमवार को शक्ति परीक्षण
झारखं मुक्ति मोर्चा (जेएमएम) और उसके गठबंधन दल कांग्रेस व राजद के 40 विधायक बीते दिनों चंपई सोरेन के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेने के बाद हैदराबाद चले गए थे। जेएमएम गठबंधन को सोमवार को विश्वास मत हासिल करना है। रविवार को सत्ता पक्ष के सभी विधायकों को वापस रांची लाया गया। यहां वह एक गेस्ट हाउस में ठहरे हुए हैं। सोमवार को विधानसभा में फ्लोर टेस्ट के दौरान सभी मौजूद रहेंगे।
हेमंत सोरेन के इस्तीफा के बाद चंपई सोरेन ने लिया शपथ
ईडी द्वारा हेमंत सोरेन को अरेस्ट करने के पहले उन्होंने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था। हेमंत सोरेन के इस्तीफा के बाद जेएमएम गठबंधन विधायक दल ने सीनियर लीडर और शिबू सोरेन के खास चंपई सोरेन को अपना नेता चुना। विधायक दल का नेता चुने जाने के तीसरे दिन राज्यपाल ने उनको मुख्यमंत्री पद की शपथ दिलाई। उनके साथ दो मंत्रियों-एक कांग्रेस और एक राजद, ने भी शपथ ली। राज्यपाल ने दस दिनों में विश्वास मत हासिल करने का निर्देश दिया था।
झारखंड में 81 विधायक
झारखंड विधानसभा में कुल 81 विधायक हैं। चूंकि, एक विधायक की सीट रिक्त है इसलिए बहुमत के लिए 41 विधायकों का समर्थन जरूरी है। हालांकि, जेएमएम गठबंधन के पास 46 विधायकों का समर्थन है। जेएमएम, कांग्रेस, राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) और भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (एमएल) के पास कुल 46 विधायक हैं। इसमें जेएमएम के 28 विधायक, कांग्रेस के 16 विधायक, राजद के 1 विधायक और सीपीआई (एमएल) के एक विधायक हैं। इसके विपरीत राज्य में मुख्य विपक्षी की भूमिका में बीजेपी व एनडीए दलों के पास 29 विधायकों का समर्थन है।
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