सारांश: लोकसभा चुनाव समाप्त होने के बाद 3 जून से देशभर की टोल सड़कों पर टोल टैक्स में वृद्धि की गई है। NHAI के अनुसार, टोल टैक्स में 3-5% की वृद्धि की गई है, जो सोमवार से लागू होगी। चुनावों के कारण अप्रैल में प्रस्तावित वृद्धि को रोक दिया गया था।
टोल टैक्स में बढ़ोतरी की घोषणा
लोकसभा चुनाव के सभी चरणों के समाप्त होने के बाद 1 जून को, देशभर के हाईवे और टोल रोड्स पर टोल टैक्स में वृद्धि की घोषणा की गई है। 3 जून से टोल सड़कों पर सफर करने वालों को बढ़ा हुआ टोल टैक्स देना होगा। एनएचएआई के एक अधिकारी ने बताया कि चुनावों के चलते अप्रैल में वार्षिक टोल टैक्स वृद्धि को रोका गया था, जो अब लागू की जाएगी। इस वृद्धि से टोल सड़कों पर सफर करना महंगा हो जाएगा।
देशभर के टोल प्लाजा पर वृद्धि
राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) के अनुसार, टोल टैक्स में हर साल मुद्रास्फीति के अनुरूप संशोधन किया जाता है। इस वर्ष देशभर के लगभग 1100 टोल प्लाजा पर टोल टैक्स में 3-5% की वृद्धि की गई है, जो सोमवार से प्रभावी होगी। अप्रैल में प्रस्तावित वृद्धि को लोकसभा चुनावों के चलते रोका गया था, जो अब चुनाव समाप्त होने के बाद लागू की जा रही है।
टोल टैक्स बढ़ोतरी से कंपनियों को होगा लाभ
टोल टैक्स में वृद्धि से कई कंपनियों को लाभ होगा, जिनमें आईआरबी इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपर्स और अशोक बिल्डकॉन लिमिटेड जैसे हाईलेवल ऑपरेटर्स शामिल हैं। भारत ने पिछले दशक में राष्ट्रीय राजमार्गों के विस्तार के लिए अरबों डॉलर का निवेश किया है। वर्तमान में, भारत के राजमार्गों की कुल लंबाई लगभग 146,000 किलोमीटर है, जोकि दूसरा सबसे बड़ा ग्लोबल रोड नेटवर्क है। टोल टैक्स में वृद्धि से इन कंपनियों की आय में वृद्धि होने की संभावना है।
टोल टैक्स कलेक्शन में बढ़ोतरी
भारत में टोल टैक्स कलेक्शन पिछले पांच वर्षों में दुगुना से अधिक हो गया है। 2018-19 में टोल टैक्स कलेक्शन 252 बिलियन रुपये था, जो अब बढ़कर 540 बिलियन रुपये यानी 6.5 बिलियन डॉलर से अधिक हो चुका है। टोल टैक्स में इस वृद्धि के साथ कलेक्शन में और भी अधिक वृद्धि होने की संभावना है। एनएचएआई के अनुसार, मुद्रास्फीति के अनुरूप यह वार्षिक संशोधन आवश्यक है ताकि राजमार्गों की देखरेख और विस्तार के लिए आवश्यक धनराशि जुटाई जा सके।
यात्रा करने वालों के लिए प्रभाव
टोल टैक्स में वृद्धि का सीधा प्रभाव उन लोगों पर पड़ेगा जो नियमित रूप से हाईवे और टोल रोड्स का उपयोग करते हैं। इससे यात्रा की लागत में वृद्धि होगी, जिससे लोगों को अपनी यात्रा योजनाओं में बदलाव करने की आवश्यकता हो सकती है। हालांकि, एनएचएआई का कहना है कि यह वृद्धि आवश्यक है ताकि देश के राजमार्गों की गुणवत्ता और सुरक्षा को बनाए रखा जा सके।
आर्थिक विकास में योगदान
टोल टैक्स में वृद्धि से जुटाई गई धनराशि का उपयोग राजमार्गों के विस्तार और सुधार के लिए किया जाएगा। इससे देश के आर्थिक विकास में भी योगदान मिलेगा, क्योंकि बेहतर सड़कें व्यापार और यातायात को सुगम बनाती हैं। इसके अलावा, राजमार्गों के विस्तार से रोजगार के नए अवसर भी उत्पन्न होंगे, जिससे देश की आर्थिक स्थिति में सुधार होगा।
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