सारांश: बर्ड फ्लू के मामलों में वृद्धि के कारण चार राज्यों में एडवाइजरी जारी की गई है। बर्ड फ्लू के संक्रमण के संकेत मिलने पर तुरंत चिकित्सा सलाह लेने की आवश्यकता है। इस लेख में बर्ड फ्लू के लक्षण और बचाव के उपाय बताए गए हैं।

फिर Bird Flu की चपेट में दुनिया, इन संकेतों को देखते ही तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें

बर्ड फ्लू के प्रकोप से सावधान रहें

भारत के चार राज्यों में बर्ड फ्लू के मामलों में तेजी से वृद्धि के कारण केंद्रीय सरकार ने एडवाइजरी जारी की है। महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश, झारखंड, और केरल में पोल्ट्री फार्मों को मुर्गियों, पक्षियों और पशुओं की असामान्य मौत की सूचना पशुपालन विभाग को देनी होगी। इसके साथ ही मुर्गी पालकों को हर दस दिन में स्वास्थ्य जांच करानी होगी। राज्यों को पर्याप्त संख्या में एंटीवायरल दवाओं, पीपीई किट, और मास्क की व्यवस्था करने के आदेश दिए गए हैं।


बर्ड फ्लू क्या है?

बर्ड फ्लू, जिसे एवियन इन्फ्लूएंजा (H5N1) के नाम से भी जाना जाता है, एवियन (पक्षी) इन्फ्लूएंजा टाइप ए वायरस के संक्रमण से होने वाली बीमारी है। यह वायरस दुनिया भर में जंगली जलीय पक्षियों में पाया जाता है और घरेलू मुर्गियों और अन्य पक्षियों और पशुओं को संक्रमित कर सकता है।


  • इंसानों में बर्ड फ्लू के लक्षण

इंसानों में बर्ड फ्लू के लक्षण निम्नलिखित हो सकते हैं:


बहुत अधिक बुखार या कंपकंपी

मांसपेशियों में दर्द

सिरदर्द

खांसी या सांस लेने में तकलीफ

दस्त

पेट दर्द

छाती में दर्द

नाक और मसूड़ों से खून आना

आंखों में संक्रमण


बर्ड फ्लू का प्रसार कैसे होता है?

एनएचएस के अनुसार, बर्ड फ्लू संक्रमित पक्षियों के निकट संपर्क से फैलता है। संक्रमित पक्षियों को छूना, उनके मल या बिस्तर को छूना, संक्रमित मुर्गियों को मारना या खाना पकाने के लिए तैयार करने से भी यह वायरस फैलता है। ध्यान रखें कि पूरी तरह से पके हुए मुर्गे या अंडे खाने से बर्ड फ्लू का संक्रमण नहीं होता है।


डॉक्टर के पास कब जाएं?

यदि आपको बर्ड फ्लू के कोई लक्षण महसूस होते हैं और आपने पिछले 10 दिनों में बर्ड फ्लू से प्रभावित क्षेत्र का दौरा किया है, तो तुरंत डॉक्टर से जांच करवानी चाहिए। बर्ड फ्लू के लक्षण 3-5 दिनों में नजर आने लगते हैं।


बर्ड फ्लू का इलाज

बर्ड फ्लू के लक्षणों को कम करने के लिए एंटीवायरल दवाएं दी जाती हैं। यह स्थिति की गंभीरता को कम करने, जटिलताओं को रोकने और बचने की संभावनाओं को बेहतर बनाने में मदद करती हैं।


क्या बर्ड फ्लू से मौत हो सकती है?

विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुसार, एच5एन1 वायरस पहली बार 1997 में मनुष्यों में पाया गया था और इससे संक्रमित लोगों में से लगभग 60 प्रतिशत की मौत हो चुकी है। हालांकि वर्तमान में, वायरस को मानव-से-मानव संपर्क के माध्यम से फैलने के लिए नहीं जाना जाता है, लेकिन समय पर उपचार नहीं मिलने के कारण इससे मौत का जोखिम होता है।


बर्ड फ्लू से बचाव के उपाय

संक्रमित पक्षियों से दूरी बनाए रखें।

पोल्ट्री फार्म में साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखें।

किसी भी असामान्य मृत्यु की तुरंत सूचना दें।

हमेशा पीपीई किट का उपयोग करें।

चिकन और अंडों को अच्छी तरह पका कर ही खाएं।


निष्कर्ष

बर्ड फ्लू का प्रकोप एक गंभीर स्वास्थ्य संकट हो सकता है। इससे बचने के लिए सावधानी और सतर्कता आवश्यक है। बर्ड फ्लू के लक्षण दिखते ही तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें और सभी आवश्यक बचाव के उपाय अपनाएं।

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