सारांश : बोफा सिक्योरिटीज के सर्वे में फंड मैनेजर्स की पसंदीदा बाजारों की सूची में जापान पहले और भारत दूसरे स्थान पर रहा। चीन का बाजार घबराहट में है, जबकि भारतीय बाजार में कंजम्पशन थीम सबसे ज्यादा लोकप्रिय हो गई है। इंफ्रास्ट्रक्चर और आईटी थीम की लोकप्रियता घटी है, वहीं स्मॉलकैप और मिडकैप स्टॉक्स को लेकर फंड मैनेजर्स का रुझान बढ़ा है।


चीन के बाजार में घबराहट, लेकिन भारत और जापान बने निवेशकों की पसंद, बोफा सर्वे में खुलासा


बोफा सिक्योरिटीज द्वारा जारी किए गए एक हालिया सर्वे में यह सामने आया है कि जहां चीन के शेयर बाजार में पैनिक का माहौल बन रहा है, वहीं भारतीय और जापानी बाजार तेजी से फंड मैनेजर्स के बीच लोकप्रिय होते जा रहे हैं। जापान ने फंड मैनेजर्स की पसंद के मामले में शीर्ष स्थान पर कब्जा जमा रखा है, जबकि भारत इसके बाद दूसरे स्थान पर मजबूती से टिका हुआ है।


फंड मैनेजर्स के लिए जापान इस समय सबसे पसंदीदा बाजार बन गया है, जहां 41% निवेशकों ने इस बाजार को ओवरवेट बताया है। इसके तुरंत बाद भारत 39% ओवरवेट रेटिंग के साथ दूसरे स्थान पर है। इन आंकड़ों से यह स्पष्ट होता है कि भारत और जापान के बाजारों में निवेशकों का भरोसा लगातार बढ़ रहा है। इसके विपरीत, चीन के बाजार में फंड मैनेजर्स असुरक्षा महसूस कर रहे हैं, जो कि चिंताजनक स्थिति दर्शाता है।


भारत में कंजम्पशन थीम की लोकप्रियता

भारतीय बाजार में हाल के महीनों में कंजम्पशन थीम ने सबसे अधिक ध्यान खींचा है। जुलाई में जहां मात्र 3% निवेशक इस थीम को पसंद कर रहे थे, वहीं अगस्त तक यह आंकड़ा बढ़कर 32% हो गया है। इसका सीधा मतलब है कि भारतीय उपभोक्ता बाजार में हो रही हलचल और बढ़ती मांग ने निवेशकों का ध्यान खींचा है। यह संकेत देता है कि आने वाले समय में भारतीय कंजम्पशन सेक्टर में निवेश की संभावनाएं और बढ़ सकती हैं।


इंफ्रास्ट्रक्चर थीम का घटता रुझान

हालांकि, अगस्त के महीने में भारतीय बाजार में इंफ्रास्ट्रक्चर थीम की लोकप्रियता में बड़ी गिरावट दर्ज की गई है। जुलाई में जहां 43% निवेशक इस थीम में रुचि दिखा रहे थे, वहीं अगस्त में यह संख्या घटकर मात्र 15% रह गई। यह बदलाव दिखाता है कि इंफ्रास्ट्रक्चर में निवेश की संभावनाओं को लेकर फंड मैनेजर्स अब थोड़ा सावधान हो गए हैं।


आईटी सेक्टर की लोकप्रियता में मामूली बदलाव

आईटी सेक्टर, जो भारतीय बाजार में हमेशा से एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता रहा है, उसमें भी हल्का बदलाव देखा गया। जुलाई में 14% निवेशक आईटी सेक्टर को पसंद कर रहे थे, जो अगस्त में थोड़ा घटकर 12% पर आ गया। हालांकि, यह कमी मामूली है, फिर भी यह दिखाता है कि फंड मैनेजर्स का फोकस अब दूसरे क्षेत्रों की ओर शिफ्ट हो रहा है।


स्मॉलकैप और मिडकैप स्टॉक्स की बढ़ती लोकप्रियता

भारतीय बाजार में फंड मैनेजर्स अब स्मॉलकैप और मिडकैप स्टॉक्स की ओर भी ध्यान दे रहे हैं। स्मॉलकैप स्टॉक्स को पसंद करने वाले फंड मैनेजर्स की संख्या बढ़कर 10% हो गई है, जबकि मिडकैप स्टॉक्स को 5% फंड मैनेजर्स पसंद कर रहे हैं। इस बढ़ते रुझान से यह साफ है कि निवेशक अब बड़े स्टॉक्स के साथ-साथ छोटे और मध्यम स्टॉक्स में भी संभावनाएं देख रहे हैं।


पीएसयू स्टॉक्स का स्थिर रुझान

पीएसयू स्टॉक्स की बात करें तो यहां कोई खास बदलाव नहीं देखा गया है। जुलाई और अगस्त दोनों महीनों में 5% फंड मैनेजर्स ने पीएसयू स्टॉक्स को पसंद किया। यह स्थिरता इस बात की ओर इशारा करती है कि पीएसयू स्टॉक्स के प्रति निवेशकों का रुझान संतुलित है और उनमें बहुत ज्यादा उतार-चढ़ाव नहीं देखा जा रहा है।


चीन के बाजार में निवेशकों का पैनिक

जहां भारत और जापान के बाजार फंड मैनेजर्स की पसंद बने हुए हैं, वहीं चीन का बाजार इस समय कठिन दौर से गुजर रहा है। कई निवेशक चीन के बाजार से बाहर निकलने की सोच रहे हैं, और इसका असर इस पर साफ देखा जा सकता है। ऑस्ट्रेलिया और थाईलैंड के बाजार भी इसी तरह पीछे रह गए हैं, जहां फंड मैनेजर्स की रुचि कम होती जा रही है।

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