नई संसद भवन की छत से पानी टपकने का वीडियो वायरल हुआ है। कांग्रेस सांसद मणिकम टैगोर ने यह वीडियो शेयर किया, जिसमें छत से पानी गिरने और फर्श पर बाल्टी रखी हुई दिखाई दे रही है। इस पर अखिलेश यादव ने भी व्यंग्य करते हुए कहा कि पुरानी संसद बेहतर थी। दिल्ली में भारी बारिश से जलभराव की समस्या बढ़ गई है, जिससे जनजीवन प्रभावित हो रहा है।

नई दिल्ली में बनी नई संसद भवन को लेकर एक बार फिर विवाद खड़ा हो गया है। हाल ही में सोशल मीडिया पर वायरल हुए एक वीडियो ने संसद भवन की गुणवत्ता पर सवाल खड़े कर दिए हैं। वीडियो में देखा जा सकता है कि नई संसद भवन की छत से पानी टपक रहा है और फर्श पर बाल्टी रखी गई है ताकि पानी फैल न सके। यह वीडियो तमिलनाडु की विरुधुनगर लोकसभा सीट से कांग्रेस सांसद मणिकम टैगोर ने शेयर किया है।
'पेपर लीकेज आउटसाइड, वॉटर लीकेज इनसाइड...'
कांग्रेस नेता मणिकम टैगोर ने अपनी पोस्ट में लिखा, "बाहर पेपर लीकेज, अंदर वॉटर लीकेज। राष्ट्रपति द्वारा इस्तेमाल की जाने वाली संसद लॉबी में हाल ही में पानी का रिसाव हुआ, जिससे यह पता चलता है कि नए भवन में मौसम संबंधी समस्याएं उभर रही हैं, जबकि यह भवन अभी केवल एक साल पुराना है। इस मुद्दे को लोकसभा में स्थगन प्रस्ताव के रूप में पेश किया गया है।"
टैगोर द्वारा वीडियो शेयर करने के बाद, सोशल मीडिया पर विभिन्न यूजर्स ने इस घटना पर प्रतिक्रियाएं दीं। कई लोगों ने इस पर सवाल उठाए और सरकार की आलोचना की।
'नई संसद से अच्छी तो पुरानी संसद थी...'
समाजवादी पार्टी के प्रमुख और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने भी इस मुद्दे पर तंज कसा। उन्होंने सोशल मीडिया पर पोस्ट किया, "इस नई संसद से अच्छी तो वो पुरानी संसद थी, जहां पुराने सांसद भी आकर मिल सकते थे। क्यों न फिर से पुरानी संसद चलें, कम-से-कम तब तक के लिए, जब तक अरबों रुपयों से बनी संसद में पानी टपकने का कार्यक्रम चल रहा है।"
अखिलेश ने आगे कहा कि जनता पूछ रही है कि बीजेपी सरकार में बनी हर नई छत से पानी टपकना, उनकी सोच-समझकर बनाई गई डिज़ाइन का हिस्सा है या फिर...
दिल्ली में बारिश का कहर
दिल्ली में एक बार फिर भारी बारिश ने जनजीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया है। बुधवार शाम से शुरू हुई बारिश रातभर जारी रही, जिससे सरिता विहार, दरियागंज, प्रगति मैदान और आईटीओ सहित दिल्ली के कई इलाके तालाब बन गए। इसके कारण गुरुवार सुबह भी दिल्ली की सड़कों पर जलभराव देखने को मिला।
गुरुवार सुबह से ही सड़कों पर पानी भरने के कारण गाड़ियां रेंगकर चलती हुई दिखाई दीं। बारिश के कारण हालात खराब होने के चलते आज दिल्ली में स्कूलों की छुट्टी का ऐलान कर दिया गया है। कुछ कॉलेज भी इस दौरान बंद रहेंगे।
बारिश के कारण हुई दुःखद घटनाएँ
दिल्ली में देर रात हुई बारिश के कारण दो लोगों की मौत हो गई है। पुलिस के मुताबिक, 22 साल की तनुजा और उनका तीन साल का बेटा प्रियांश गाजीपुर क्षेत्र की खोड़ा कॉलोनी के पास साप्ताहिक बाजार में गए थे। इस दौरान वह फिसल गए और एक नाले में गिर गए। अधिकारी ने कहा कि दोनों को गोताखोरों और क्रेन की मदद से निकाला गया और लाल बहादुर शास्त्री अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। इसके अलावा, तेज बारिश के बाद हाई टेंशन तार की चपेट में आने से गुरुग्राम में तीन लोगों की मौत हो गई है। घटना बुधवार देर रात 10 बजे की है।
दिल्ली और उसके आसपास के इलाकों में भारी बारिश के कारण कई समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। जलभराव के कारण यातायात प्रभावित हो रहा है और आम जनता को मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। यह स्थिति दर्शाती है कि शहर में जल निकासी व्यवस्था में सुधार की जरूरत है।
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