सारांश : दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को शराब घोटाले के मामले में सुप्रीम कोर्ट से बड़ी राहत मिली है। इस फैसले केबाद आम आदमी पार्टी में उत्साह की लहर दौड़ गई, जबकि भाजपा ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफे की मांग की है। सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र सरकार की जांच एजेंसियों पर साजिश के आरोप लगाए, जिससे AAP नेताओं ने इसे "सत्य की जीत" करार दिया। वहीं भाजपा ने कहा कि केजरीवाल की गिरफ्तारी वैध है और उन्हें जल्द सजा मिलेगी।

Arvind Kejriwal को मिली Supreme Court से जमानत, AAP में जश्न, BJP ने मांगा इस्तीफा


दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को शराब नीति घोटाले के मामले में सुप्रीम कोर्ट से जमानत मिलने के बाद आम आदमी पार्टी (AAP) में खुशी की लहर दौड़ गई है। इस जमानत के बाद AAP को हरियाणा चुनावों से पहले एक बड़ी राजनीतिक राहत मिली है। इससे पहले केजरीवाल को प्रवर्तन निदेशालय (ED) के मामले में भी राहत मिली थी, लेकिन सीबीआई के इस मामले में सुप्रीम कोर्ट का फैसला पार्टी के लिए और भी महत्वपूर्ण है।


AAP के नेताओं ने मनाया जश्न


सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले के बाद मनीष सिसोदिया, सौरभ भारद्वाज और आतिशी सहित कई AAP नेताओं ने मिठाई बांटकर खुशी जाहिर की। सिसोदिया ने अपने बयान में कहा, "आज फिर से झूठ और साजिशों के खिलाफ लड़ाई में सत्य की जीत हुई है।" उन्होंने बाबा साहेब अंबेडकर की दूरदर्शिता की सराहना की, जिनकी वजह से आम आदमी को सशक्त बनाया गया। सिसोदिया ने भाजपा पर भी निशाना साधते हुए कहा कि भाजपा ने केजरीवाल को फंसाने के लिए तमाम साजिशें रचीं, लेकिन अंततः सत्य की ही जीत हुई है।


सिसोदिया ने यह भी कहा कि अरविंद केजरीवाल एक ईमानदार और देशभक्त नेता हैं, जिनके खिलाफ भाजपा ने कई झूठे आरोप लगाए, लेकिन अदालत ने सच्चाई का साथ दिया। उन्होंने सुप्रीम कोर्ट का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि इस फैसले से न सिर्फ केजरीवाल बल्कि पूरे देश के लोगों को न्याय मिला है।


राघव चड्ढा और आतिशी की प्रतिक्रिया


AAP के युवा नेता राघव चड्ढा ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले को सत्य की जीत बताते हुए कहा, "सत्य परेशान हो सकता है लेकिन पराजित नहीं। सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली के बेटे को न्याय दिया है।" वहीं, AAP की नेता आतिशी ने सोशल मीडिया पर लिखा, "सत्यमेव जयते। सत्य परेशान हो सकता है, पराजित नहीं।"


सुप्रीम कोर्ट की केंद्र सरकार को फटकार


दिल्ली सरकार के मंत्री सौरभ भारद्वाज ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले को केंद्र सरकार के लिए बड़ी फटकार बताया। उन्होंने कहा कि करीब 40 लोगों को इस घोटाले में आरोपी बनाया गया था और अब केवल दो लोग जेल में हैं, इसलिए जमानत तय थी। लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र की जांच एजेंसियों की भूमिका पर सवाल उठाते हुए कहा कि केजरीवाल को जेल में रखने के पीछे साजिश रची गई थी।


सौरभ भारद्वाज ने कहा कि यह केंद्र सरकार की एजेंसियों की ओर से एक सोची-समझी चाल थी, जिसमें उन्हें नाकामी मिली है। उन्होंने मांग की कि केंद्रीय गृह मंत्री को इस षड्यंत्र के चलते इस्तीफा देना चाहिए।


केजरीवाल की पत्नी का पोस्ट


मुख्यमंत्री केजरीवाल की पत्नी सुनीता केजरीवाल ने भी सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद AAP नेताओं और कार्यकर्ताओं को बधाई दी। उन्होंने अपने सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा, "आप परिवार को बधाई! आपके दृढ़ संकल्प और संघर्ष के लिए धन्यवाद। मैं उम्मीद करती हूं कि हमारे अन्य नेताओं की भी जल्द रिहाई होगी।"


भाजपा की प्रतिक्रिया और इस्तीफे की मांग


हालांकि, इस फैसले के बाद जहां AAP में जश्न का माहौल है, वहीं भाजपा ने इसे केजरीवाल के लिए बड़ी राहत मानने से इनकार कर दिया। दिल्ली भाजपा अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने यह स्पष्ट कर दिया है कि केजरीवाल की गिरफ्तारी वैध है और उन पर लगे आरोप भी सही हैं। उन्होंने कहा कि केजरीवाल को सशर्त जमानत मिलना कोई बड़ी उपलब्धि नहीं है। मुकदमा जारी रहेगा और जल्द ही उन्हें सजा भी होगी।


सचदेवा ने कहा, "केजरीवाल अब उन मुख्यमंत्रियों की सूची में शामिल हो गए हैं जिन्हें पहले जमानत मिली थी, जैसे जयललिता, लालू यादव और मधु कोड़ा। ये नेता भी बाद में दोषी साबित हुए और उन्हें सजा मिली। इसी तरह, केजरीवाल को भी जल्द ही सजा मिलेगी और वह जेल जाएंगे।"


भाजपा ने यह भी कहा कि जिन शर्तों पर केजरीवाल को जमानत मिली है, उनसे साफ है कि अब वह मुख्यमंत्री के पद पर बने रहने का कोई हक नहीं रखते। भाजपा नेताओं का कहना है कि जब केजरीवाल मुख्यमंत्री के कार्यों का निर्वहन नहीं कर सकते, तो उन्हें इस पद पर बने रहने का अधिकार नहीं है। अगर वह सच में निर्दोष हैं, तो उन्हें खुद इस्तीफा दे देना चाहिए।


इस मामले में सुप्रीम कोर्ट का फैसला अरविंद केजरीवाल और उनकी पार्टी के लिए एक बड़ी जीत के रूप में देखा जा रहा है। हालांकि, भाजपा की प्रतिक्रिया से यह साफ है कि कानूनी लड़ाई अभी खत्म नहीं हुई है। इस बीच, राजनीतिक माहौल भी गरमाया हुआ है, और आगामी चुनावों पर इस फैसले का सीधा असर पड़ने की संभावना है। आम आदमी पार्टी के लिए यह राहत का समय है, जबकि भाजपा ने केजरीवाल पर हमला तेज कर दिया है, मांग करते हुए कि वह मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दें।

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