सारांश : राहुल गांधी के आरक्षण पर दिए बयान के बाद कई नेताओं ने तीखी प्रतिक्रिया दी, जिनमें जीतन राम मांझी ने कड़ी आलोचना करते हुए कहा कि "किसी राहुल गांधी की हैसियत नहीं कि देश से आरक्षण खत्म कर सके।" उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के रहते हुए कोई भी आरक्षण को छू नहीं सकता। साथ ही, मांझी ने राहुल के बयान को "देशद्रोही" करार देते हुए उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की मांग की। राहुल गांधी ने बाद में अपने बयान पर सफाई दी, लेकिन मायावती और अन्य नेताओं ने उनकी सफाई को गुमराह करने वाला बताया।

Rahul Gandhi के Reservation बयान पर Jitan Ram Manjhi का पलटवार: "किसी की हैसियत नहीं कि Reservation खत्म कर दे"


राहुल गांधी के अमेरिका में दिए गए आरक्षण संबंधी बयान के बाद भारतीय राजनीति में नई बहस छिड़ गई है। कई नेताओं ने इस बयान को लेकर कड़ी आपत्ति जताई है, जिनमें प्रमुख रूप से हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। मांझी ने सीधे-सीधे राहुल गांधी पर हमला बोलते हुए कहा कि "किसी राहुल गांधी की इतनी हैसियत नहीं है कि वह देश से आरक्षण को खत्म कर दे।"


मांझी ने यह भी जोड़ा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के रहते कोई भी आरक्षण को छूने की हिम्मत नहीं कर सकता। उन्होंने राहुल गांधी के बयान को लेकर कहा कि यह बयान देशद्रोही प्रवृत्ति का है और उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज होना चाहिए।


राहुल गांधी का आरक्षण पर बयान:

राहुल गांधी ने जॉर्जटाउन यूनिवर्सिटी में अपने भाषण के दौरान आरक्षण पर सवाल उठाए थे। जब उनसे पूछा गया कि देश में जाति के आधार पर आरक्षण कब तक जारी रहेगा, तो उन्होंने कहा कि कांग्रेस तब तक आरक्षण को खत्म करने के बारे में नहीं सोच सकती जब तक देश में निष्पक्षता नहीं आ जाती। राहुल ने यह भी कहा कि देश में अब भी आदिवासी, दलित और ओबीसी समुदायों को उचित भागीदारी नहीं मिल रही है। उन्होंने आंकड़ों के आधार पर बताया कि आदिवासियों और दलितों को उनकी आबादी के अनुपात में बहुत कम आर्थिक सहयोग मिलता है।


जीतनराम मांझी का कड़ा पलटवार:

राहुल गांधी के इस बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए जीतन राम मांझी ने कहा कि "कोई भी देशभक्त विदेशी धरती पर जाकर अपनी ही सरकार की आलोचना नहीं करता।" उन्होंने राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए कहा कि उनका बयान न केवल गैर-जिम्मेदाराना है, बल्कि देशद्रोही प्रवृत्ति का भी है। मांझी ने यह भी कहा कि "राहुल गांधी की बयानबाजी का कोई असर नहीं होगा क्योंकि नरेंद्र मोदी के रहते कोई भी आरक्षण को खत्म नहीं कर सकता।"


मायावती और चिराग पासवान की प्रतिक्रियाएं:

राहुल गांधी की सफाई पर बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) की प्रमुख मायावती ने भी अपनी नाराजगी जाहिर की। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी का बयान भ्रमित करने वाला है और उन्होंने कांग्रेस की पिछली सरकारों को इस मुद्दे पर जिम्मेदार ठहराया। मायावती ने कहा कि जब कांग्रेस सत्ता में थी, तो उसने आरक्षण को लेकर कोई ठोस कदम नहीं उठाया। उन्होंने राहुल गांधी की 50 प्रतिशत से अधिक आरक्षण बढ़ाने की बात को छलावा बताया और कहा कि कांग्रेस की नीयत साफ होती तो यह कदम बहुत पहले उठा लिया जाता।


चिराग पासवान ने भी राहुल गांधी के बयान पर कड़ी प्रतिक्रिया दी और कहा कि यह बयान सामाजिक न्याय की भावना के खिलाफ है। उन्होंने इसे राजनीतिक स्वार्थ के तहत दिया गया बयान करार दिया।


राहुल गांधी की सफाई:

राहुल गांधी ने अमेरिका में दिए गए अपने बयान को लेकर सफाई देते हुए कहा कि उनकी पार्टी आरक्षण का समर्थन करती है और वे इसे 50 प्रतिशत से भी अधिक बढ़ाने के पक्ष में हैं। उन्होंने कहा कि उनके बयान को गलत तरीके से पेश किया गया है, और वे कभी भी आरक्षण के खिलाफ नहीं रहे हैं। लेकिन राहुल की इस सफाई को मायावती और अन्य नेताओं ने नकार दिया और इसे गुमराह करने वाला बताया।


राजनीतिक हलचल:

राहुल गांधी के इस बयान के बाद राजनीतिक हलचल तेज हो गई है। भाजपा और उसके सहयोगी दलों ने इसे बड़ा मुद्दा बनाकर राहुल गांधी पर तीखे हमले शुरू कर दिए हैं। वहीं, कांग्रेस ने भी अपने नेता का बचाव किया है, लेकिन यह मामला राहुल गांधी की विदेश यात्रा के दौरान और बढ़ता जा रहा है। विपक्ष ने इसे आगामी चुनावों के मद्देनजर देखा है, जहां आरक्षण एक प्रमुख चुनावी मुद्दा बन सकता है।


निष्कर्ष:

राहुल गांधी के आरक्षण संबंधी बयान ने भारतीय राजनीति में नई बहस छेड़ दी है। यह बयान न केवल सामाजिक न्याय के मुद्दे पर सवाल खड़े करता है, बल्कि राजनीतिक ध्रुवीकरण को भी बढ़ावा देता है। जीतन राम मांझी और मायावती जैसे नेताओं की कड़ी प्रतिक्रिया से यह स्पष्ट है कि आरक्षण का मुद्दा आने वाले दिनों में और भी महत्वपूर्ण हो सकता है। राहुल गांधी की सफाई के बावजूद विपक्षी नेताओं ने इसे सिरे से खारिज कर दिया है और इसे चुनावी चाल के रूप में देखा जा रहा है।

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